मोकामा(Mokama) में जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव(Dularchand Yadav) की हत्या का मामला अब और जटिल हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक नए वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि अनंत सिंह के काफिले पर प्रियदर्शी पीयूष के समर्थकों ने हमला किया।
वीडियो में भीड़ और गाड़ियों के बीच भगदड़ की स्थिति नजर आ रही है, और इसमें कई लोग चोटिल दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में दिखाई जा रही घटनाओं को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बन गई है।
अनंत सिंह(Anant Singh) के समर्थक वीडियो में बता रहे हैं कि उनके काफिले पर अचानक हमला किया गया, जिसमें लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया गया। वीडियो में लोग इधर-उधर भागते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन इसकी सत्यता की पुष्टि अभी तक स्वतंत्र स्रोतों द्वारा नहीं की गई है।
Mokama: शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल पहुंचा
दुलारचंद यादव के शव को बाढ़ अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। अस्पताल परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पोस्टमॉर्टम के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि हत्या की वास्तविक परिस्थितियां क्या थीं।
परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
मोकामा(Mokama) में दुलारचंद यादव के परिवार ने इस हत्या को साजिश के तहत की गई बताया। उनका आरोप है कि पुलिस प्रशासन मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा और उन्हें न्याय दिलाने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप की आवश्यकता है। परिवार ने सीधे तौर पर अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है।
परिवार ने मीडिया को बताया कि दुलारचंद हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव प्रचार में सक्रिय रहते थे और उन्होंने किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं बनाई थी। इसके बावजूद उन पर गोली चलाना और वाहन से कुचलना एक सुनियोजित योजना की ओर इशारा करता है।
मामले की पृष्ठभूमि
Mokama: 30 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव पर पहले गोली चलाकर हमला किया गया और इसके बाद उन्हें वाहन से कुचल दिया गया। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हत्या के पीछे अनंत सिंह का हाथ होने की बात समर्थकों ने कही है, जबकि अनंत सिंह ने इसे पूरी तरह साजिश बताकर खारिज किया है।
अनंत सिंह का बयान
जेडीयू नेता अनंत सिंह ने दावा किया कि यह हमला साजिश का हिस्सा था, जिसे आरजेडी की उम्मीदवार वीणा देवी के पति और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने रचा। अनंत ने कहा कि उनके काफिले पर अचानक नारेबाजी और हमला हुआ, जबकि वह जनता से मिलने और वोट मांगने निकले थे।
अनंत सिंह ने बताया कि उनके कुछ वाहन पीछे रह गए थे और उन पर हमला किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि दुलारचंद सबसे आगे थे, और इसी कारण सबसे पहले उन पर हमला हुआ। उनके समर्थकों की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
मोकामा मर्डर केस(Mokama Murder Case) ने क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक तनाव बढ़ा दिया है। हत्या की घटना ने चुनावी माहौल को और गरम कर दिया है। पुलिस अब मामले की विस्तृत जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम और आगे की जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि हत्या में किसका हाथ था और किन परिस्थितियों में यह हमला हुआ।
स्थानीय लोग और राजनीतिक दल इस मामले को लेकर चिंतित हैं। समाज में बढ़ते राजनीतिक तनाव और हिंसा के बीच यह मामला न्यायिक प्रक्रिया और कानून की सख्ती को भी चुनौती दे रहा है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस मामले की जांच में जुटी है और घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान की जाएगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के पीछे की वास्तविक साजिश और जिम्मेदार सामने आएंगे। मोकामा मर्डर केस(Mokama Murder Case) अब न केवल एक राजनीतिक विवाद बन गया है, बल्कि यह क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल खड़ा कर रहा है।


