दिल्ली नगर निगम (MCD) के हालात को लेकर सियासत गरमाई हुई है। आम आदमी पार्टी (आप) के निगम पार्षद एवं विपक्षी नेता अंकुश नारंग ने एक कॉन्फ्रेंस में MCD की बदहाली पर सवाल उठाए। उन्होंने बीजेपी शासित सरकार पर निशाना साधते हुए कर्मचारियों की समस्याओं और स्वास्थ्य संकट को उजागर किया।
MTS कर्मचारियों की तीन बड़ी मांगें
अंकुश नारंग ने MCD के MTS (Multi Tasking Staff) कर्मचारियों की अनदेखी पर जोर दिया। उन्होंने कर्मचारियों की तीन प्रमुख मांगों को उठाया:
नियमितीकरण (Regularisation): वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों की नौकरी स्थायी नहीं हुई।
वेतन में सुधार (Pay Revision): कम वेतन में भारी मेहनत करने वाले कर्मचारियों को उचित वेतन नहीं मिल रहा।
सुरक्षा और सुविधाएं (Job Security & Benefits): कर्मचारियों को बुनियादी सुविधाएं और सामाजिक सुरक्षा नहीं मिल रही।
अंकुश नारंग ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने बार-बार आश्वासन देने के बावजूद इन मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
स्वास्थ्य संकट: डेंगू-मलेरिया पर चुप्पी क्यों?
अंकुश नारंग ने दिल्ली में बढ़ते डेंगू और मलेरिया मामलों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा:
- नगर निगम और सरकार इस समस्या पर मौन है।
- न तो सही आंकड़े पेश किए जा रहे हैं, न ही सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा।
- बारिश के मौसम में जलभराव और खराब सफाई व्यवस्था से लोगों का जीवन खतरे में है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मच्छरजनित बीमारियों पर समय रहते कार्रवाई और रिपोर्टिंग नहीं हुई, तो दिल्ली में हालात बिगड़ सकते हैं।
बीजेपी पर तीखा कटाक्ष: “हमसे सीख लीजिए”
अंकुश नारंग ने बीजेपी नेताओं, विशेष रूप से MCD चेयरपर्सन रेखा गुप्ता और पूर्व चेयरमैन इकबाल पर तंज कसा। उन्होंने कहा:
“अगर आपसे काम नहीं हो रहा, तो हमसे सीख लीजिए। सरकार में रहकर जनता को नजरअंदाज करना समाधान नहीं है।”
उन्होंने जोड़ा कि केवल प्रचार और फोटो खिंचवाने से समस्याएं हल नहीं होंगी, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
विपक्ष की भूमिका: जनहित में आवाज़
अंकुश नारंग ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य राजनीति नहीं, बल्कि जनहित के मुद्दे उठाना है। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रही, तो विपक्ष की सलाह को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने MTS कर्मचारियों के लिए स्थायी और संरचित नीति की मांग की, ताकि वे सम्मान के साथ काम कर सकें।
निष्कर्ष: MCD पर सवाल, कर्मचारी और जनता परेशान
अंकुश नारंग की कॉन्फ्रेंस ने MCD कर्मचारियों और दिल्ली की जनता की समस्याओं को फिर से चर्चा में ला दिया। विपक्ष अब केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं, बल्कि जमीनी मुद्दों पर सरकार से जवाब मांग रहा है। बीजेपी शासित MCD को समझना होगा कि घोषणाओं से जनता संतुष्ट नहीं होगी। जब कर्मचारी परेशान हों और बीमारियां फैल रही हों, तो ‘सुशासन’ की बातें खोखली लगती हैं।