देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे दीवारों पर लिखे होने की तस्वीरें वायरल हुई हैं। इसके बाद विभिन्न छात्र संगठनों में आक्रोश है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी JNU कई बार विवादों में रहा है, JNU में 9 फरवरी, 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान देशविरोधी नारे लगाए जाने की घटना ने पूरे देश में उबाल ला दिया था। दरअसल, यह अपने आपमें अनूठी और हैरान करने वाली घटना थी, जिसमें देश में पहली बार इस संस्थान में तथाकथित देश विरोधी नारे लगे।
वहीं इस प्रकरण में मुख्य आरोपित कन्हैया कुमार, सैयद उमर खालिद व अनिर्बान को बनाया गया था, जबकि स्पेशल सेल ने कुल 90 लोगों को गवाह बनाया था।
वहीं 10 वीडियो क्लिप जो फोरेंसिक साइंस लैब में जांच करवाई गईं थी और उन वीडियो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन्हीं वीडियो में देशद्रोही नारे लगाते आरोपियों को देखा गया। कन्हैया कुमार के खिलाफ देश विरोधी नारे का वीडियो पुलिस को नहीं मिला। लेकिन, पुलिस के मुताबिक कन्हैया कुमार ने भी देश विरोधी नारेबाजी की तसदीक कई लोगों ने अपनी गवाही में दी थी। इसके अलावा सबूत और गवाह के तौर पर कार्यक्रम के बैनर पोस्टर स्लोगन, प्रशासन के बयान, सुरक्षा गार्ड, एवीबीपी छात्रों के बयान शामिल किये गए थे।
फ़िलहाल अब तक मामला अदालत में चल रहा है, और कन्हैया कुमार को छोड़कर बाकि अन्य मुख्य आरोपी अभी भी जेल में हैं।
दूसरी तरफ इस प्रकरण पर छात्रों ने दावा किया कि स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज-II की इमारत की दीवारें ब्राह्मण और बनिया समुदाय के खिलाफ नारेबाजी से भर दी गई हैं। जेएनयू की कुछ दीवारों पर ‘ब्राह्मण परिसर छोड़ो’, ‘खून होगा’, ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’, ‘ब्राह्मणों, बनियों हम आएंगे। हम बदला लेंगे।’
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एबीवीपी के जेएनयू अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि एबीवीपी इसकी कड़ी निंदा करता है। कम्युनिस्टों ने जेएनयू की दीवारों पर ऐसी अभद्र बातें लिखीं। हमें विश्वास है कि शिक्षण संस्थानों को सिर्फ चर्चा और बहस के लिए उपयोग किया जाएगा ना कि समाज और छात्रों के समुदाय में जहर घोलने में।
जेएनयू के शिक्षकों के एक संघ ने भी इस घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया है। संगठन ने इसके लिए ‘लेफ्ट-लिबरल गैंग’ को जिम्मेदार ठहराया है।
वहीं जेएनयू प्रशासन ने कहा कि कुलपति ने कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों में लिखे गये नारों को गंभीरता से लिया है। डीन, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड शिकायत कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और वीसी को एक रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा गया है।
JNU ने एक बयान जारी करते हुए कहा- “प्रशासन परिसर में इस तरह की हरकतों की निंदा करता है। ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि JNU सबका है। स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड शिकायत कमेटी के डीन को जल्द से जल्द जांच करने और वीसी को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। JNU समावेश और समानता के लिए खड़ा है। वीसी कैंपस में किसी भी तरह की हिंसा के लिए जीरो टॉलरेंस को दोहराते हैं।”
फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि किसकी तरफ से दीवारों पर ये आपत्तिजनक नारे लिखे गए। आरोप जरूर लेफ्ट पर लग रहा है, लेकिन स्पष्टता से कुछ भी नहीं कहा जा सकता।