रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे में भले ही टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट से मात दे दी हो, लेकिन इस मैच का सबसे यादगार पल रहा Ruturaj Gaikwad का ODI करियर का पहला शतक। भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 358/5 का विशाल स्कोर खड़ा किया और इस स्कोर की मजबूत नींव Ruturaj Gaikwad ने अपनी क्लास, संयम और तकनीक से रखी।
यह शतक सिर्फ रन नहीं थे, बल्कि एक ऐसा बयान था जिसने साबित किया कि भारतीय टीम को भविष्य के लिए एक भरोसेमंद और टेक्निकली साउंड बल्लेबाज़ मिल चुका है।
Ruturaj Gaikwad की इनिंग: तकनीक, धैर्य और पेस का परफेक्ट मेल
Ruturaj Gaikwad की यह पारी भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम के लिए एक सहारा, एक दीवार और एक क्लासिक ODI इनिंग की उदाहरण साबित हुई। उन्होंने शुरुआत में गेंद को ध्यान से पढ़ा, परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढाला और फिर अपनी टाइमिंग व शॉट सिलेक्शन से खेल को सहज गति दी। लगभग 100 गेंदों में 105 रनों की यह पारी खूबसूरत ड्राइव, गैप में खेले गए चौकों और चुनिंदा लेकिन प्रभावी छक्कों से सजी थी।
उनकी बल्लेबाज़ी न हड़बड़ी में थी और न ही सिर्फ डिफेंस पर आधारित। बल्कि वह एक ऐसे बल्लेबाज़ की पारी थी जो मैच की जरूरत को समझकर अपनी इनिंग को आगे बढ़ाना जानता है। विराट कोहली के साथ उनकी 100+ रन की साझेदारी ने भारत की पारी की रीढ़ साबित होकर टीम को एक बड़ा स्कोर देने की नींव रखी।
Virat Kohli के साथ मजबूत साझेदारी और दबाव झेलने की क्षमता
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मध्य ओवरों में जब रनगति बनाए रखने और विकेट बचाने की जिम्मेदारी थी, तब Ruturaj Gaikwad ने ख़ास परिपक्वता दिखाई। Virat Kohli के साथ उनकी साझेदारी ने भारतीय पारी को स्थिरता भी दी और गति भी। पिच पर अस्थिर उछाल और स्पिनर्स के टर्न के बावजूद उन्होंने हर गेंद का आकलन कर उसके अनुसार शॉट खेला—जो दिखाता है कि Gaikwad ODI फॉर्मेट की रफ्तार और मानसिकता को समझते हैं।
मैच का सार: बड़ा स्कोर भी भारत को जीत नहीं दिला सका
358/5 के बड़े लक्ष्य के बावजूद भारतीय गेंदबाज़ी इस स्कोर की रक्षा नहीं कर सकी। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एडन मार्कराम ने 110 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत की कमजोरियों को उजागर कर दिया। मध्य ओवरों में विकेट नहीं मिलना और डेथ ओवर्स में रन रोकने में असफल रहना निर्णायक साबित हुआ। परिणामस्वरूप दक्षिण अफ्रीका ने 49.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर सीरीज़ 1-1 से बराबर कर दी।
हार के बावजूद नई उम्मीद Ruturaj Gaikwad
मैच भले ही गेंदबाज़ी की नाकामी से हाथ से निकल गया, लेकिन Ruturaj Gaikwad का यह पहला ODI शतक भारतीय क्रिकेट के लिए एक उजली उम्मीद बनकर उभरा। उनकी शांति, तकनीक और गेम-मैनेजमेंट ने यह साबित किया कि वह बड़े मंच पर बड़ी जिम्मेदारियाँ निभाने की क्षमता रखते हैं। यह पारी एक उपलब्धि से बढ़कर एक संकेत है कि Gaikwad आने वाले वर्षों में भारतीय टॉप-ऑर्डर का मजबूत स्तंभ बन सकते हैं।
आने वाला मैच में सबकी नज़रें Ruturaj Gaikwad पर
अब जब सीरीज़ बराबरी पर है, निर्णायक मुकाबला बेहद अहम होगा। भारत चाहेगा कि Ruturaj Gaikwad की फॉर्म और आत्मविश्वास अगले मैच में भी जारी रहे। जिस सहजता से उन्होंने गेंदबाज़ी को पढ़ा और जिस नियंत्रण से अपनी पारी बनाई, वह किसी भी बड़े मैच में भारत के लिए बेहद मूल्यवान साबित हो सकता है।


