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Shraddha Murder Case: आफताब ने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा के शरीर के किए 35 टुकड़े, दिल्ली में जगह-जगह टुकड़े फेंके

श्रद्धा - Shraddha Murder case delhi news

श्रद्धा के परिवार द्वारा रिश्ते को अस्वीकार करने के बाद दंपत्ति मुंबई से नई दिल्ली भाग आए थे। 

दिल दहला देने वाली घटना को दिया अंजाम

विश्वासघात और छल की एक दर्दनाक कहानी में, आरोपी, आफताब अमीन जो की एक प्रशिक्षित रसोइया था। ऐसी घिनौनी हरकत को अंजाम देने के बावजूद भी छह महीने तक पता लग जाने के डर से बचता रहा। उसने उस घर में जो दोनो दंपति साझा करते थे उसी घर में रहना जारी रखा और हत्या के विवरण के बाद ही शनिवार तड़के गिरफ्तार किया गया। पहले तो ये पूरी घटना कोई आम मर्डर जैसी ही लग रही थी लेकिन जब इस केस की धूल छटने तो उसके दौरान इस केस से जुड़ी ऐसे सच सामने आए जिसके बाद किसी भी इंसान की रूह कांप जाए।

आफताब अमीन क्यों बना हत्यारा?

आफताब अमीन पूनावाला ने जांच के दौरान पुलिस को बताया कि शादी को लेकर हुए झगड़े के बाद उसने श्रद्धा वाकर की हत्या कर दी और उसके शरीर को टुकड़ों में काटने का विचार एक अमेरिकी अपराध टीवी श्रृंखला “डेक्सटर” से प्रेरित था। उसने न केवल शरीर के अंगों को सुरक्षित रखने के लिए फ्रिज खरीदा बल्कि लाश से निकलने वाली दुर्गंध को दबाने के लिए अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर भी रखे।

पुलिस ने कहा कि आधी रात को शरीर के अंगों को पॉली बैग में पैक करके बाहर निकलते हुए, आरोपियों ने सावधानीपूर्वक योजना बनाई कि कौन से हिस्से को पहले निपटाना है। आफताब ने ये इसलिए सोचा ताकि पहले जो हिस्सा जल्दी सड़ जाता है। तो उसी हिस्से को पहले फेकना पड़ेगा। ये सारी बातें उसने पुलिस के सामने खुद कबूली।

पुलिस की बढ़ी मुश्किले।

ये पूरी घटना मई की हैं तो पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती है पता लगाना कि ये अंग पीड़ित श्रद्धा के हैं या नहीं।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 13 शरीर के अंग तब पाए गए जब आरोपी ने उन जगहों को चिह्नित किया जहां उसने उन्हें फेंका था, लेकिन उनकी फॉरेंसिक जांच के बाद ही यह पुष्टि हो सकती है कि वे पीड़ित के हैं, या नहीं।उन्हें अभी तक हत्या का हथियार नहीं मिला है।

घटना के बाद सोशल मीडिया पर जारी रखी बातचीत

हत्या के बाद अगले कुछ हफ्तों तक, पूनावाला ने कथित तौर पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल करते हुए महिला के दोस्तों के साथ बातचीत की, ताकि कोई संदेह पैदा न हो।

श्रद्धा वॉकर अपने परिवार से बात नहीं कर रही थी क्योंकि उन्हें उनके रिश्ते पर आपत्ति थी। अपने जीवन के साथ आगे बढ़ते हुए जैसे कि कुछ भी नहीं हुआ, अभियुक्त उसी स्थान पर रहना जारी रखा जहां वे मई में मुंबई से आने के बाद रहने लगे थे। खबरें ये भी हैं, कि श्रद्धा की हत्या कर देने के कुछ दिनों बाद ही बाद आफताब अपनी दूसरी गर्लफ्रेंड को भी घर पर लेकर आया था और इस समय तक श्रद्धा के शरीर के अंग कटे हुए फ्रिज में रखे हुए थे।

पूरी घटना का कैसे हुआ खुलासा?

काफी समय से श्रद्धा से बातचीत ना होने की वजह से मुंबई में पीड़िता के पिता ने सितंबर में शिकायत दर्ज कराई जब उसके एक दोस्त ने उन्हें सूचित किया कि वाकर का फोन दो महीने से संपर्क में नहीं था और तब आफताब पूनावाला ने दावा किया कि वे कुछ समय पहले अलग हो गए थे।

तब पुलिस ने पिता ककी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पर छान बीन शुरू करी। 8 नवंबर को मुंबई पुलिस ने महरौली थाने में महिला के लापता होने की सूचना दी। जांच के दौरान पूनावाला के आवास पर छापेमारी की गई और उन्हें हिरासत में लिया गया। पीड़िता के पिता की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पूनावाला कई मौकों पर वॉकर को पीटता था और उसने अपने परिवार को इस बारे में पहले ही बता दिया था।

सोशल मीडिया ने कराई थी श्रद्धा और आफताब की मुलाकात

पूनावाला और वाकर एक ऑनलाइन डेटिंग एप्लिकेशन के जरिए एक-दूसरे से मिले थे। बाद में, वे मुंबई में उसी कॉल सेंटर के लिए काम करने लगे और प्यार हो गया। अधिकारियों ने कहा कि लेकिन उनके परिवारों ने रिश्ते पर आपत्ति जताई क्योंकि वे अलग-अलग धर्मों से संबंधित हैं, इस जोड़े को इस साल की शुरुआत में महरौली जाने के लिए प्रेरित किया। मई के मध्य में, दंपति के बीच शादी को लेकर विवाद हुआ, जो बढ़ गया और पूनावाला ने उसकी हत्या कर दी।

आरोपी ने उसके शरीर को 35 से अधिक टुकड़ों में काट दिया। उन्होंने शरीर के अंगों को संरक्षित करने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा और अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर का स्टॉक कर लिया। उसने कई दिनों तक शहर के विभिन्न हिस्सों में टुकड़ों का निपटान किया। वह आधी रात के बाद शरीर के कटे हुए हिस्सों को ठिकाने लगाने के लिए निकल जाता था।

महिला आयोग ने कड़ी सजा की करी मांग

पूनावाला को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है।दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने सोमवार को दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 18 नवंबर तक देने को कहा है।

डीसीडब्ल्यू ने प्राथमिकी की प्रति भी मांगी है और पूछा है कि क्या वाकर ने अपने साथी के खिलाफ उत्पीड़न, घरेलू हिंसा या यौन शोषण की कोई शिकायत दर्ज कराई थी। DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।

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