कंझावला मामले में स्पेशल पुलिस आयुक्त ने कहा, सुल्तानपुरी मामले में छठे आरोपी आशुतोष को हिरासत में लिया गया है, जिसने पुलिस को गलत सूचना दी थी।
छठें आरोपी आशुतोष को पुलिस ने कब गिरफ्तार किया?
दिल्ली के कंझावला कांड के छठें दोषी आशुतोष को पुलिस ने गुरुवार की रात गिरफ्तार कर लिया। इसी कंझावला क्रमांक में पुलिस की तहकीकात में पहले से गिरफ्तार आरोपी दीपक खन्ना निर्दोष पाया गया है।पुलिस के अनुसार घटना के समय वह दोषियों के साथ नहीं था। जब कि उसके मोबाइल की लोकेशन अपने घर की मिली है। इस बात की पुष्टि उसके परिजनों और पड़ोसियों ने भी की है। जांच-पडताल में पता चला है कि दीपक रविवार को पूरे दिन अपने घर पर रहा था। छह आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सातवें आरोपी की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है।
आखिर गाड़ी का ड्राइवर कौन है?
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दोषियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि जिन पांच आरोपियों के नाम सामने आए हैं उनमें गाड़ी का ड्राइवर अमित खन्ना है। अमित के संबंध में पुलिस को पुख्ता प्रमाण मिले हैं। अमित ने अपने भाई अंकुश का नाम लिया और अंकुश ने पूछताछ में अपने चचेरे भाई दीपक का नाम लिया था। बताया कि केवल उसी के पास गाड़ी चलाने का लाइसेंस है इसलिए उन लोगों ने पूरा ब्लेम दीपक पर डालने का प्रयास किया। अब पुलिस अंकुश और छठें आरोपी आशुतोष की भूमिका की जांच कर रही है।
ड्राइवर कि पहचान हो पाई या नहीं?
पुलिस ने बताया कि बहुत जांच -पडताल के बाद भी अब तक पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है कि गाड़ी कौन चला रहा था। दोषियों के बयान में काफी विरोधी है। इस विरोधाभाष के चलते पुलिस भी बुरी तरह से उलझ गई है। पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज है लेकिन उसमें क्लीयर कुछ समझ नहीं हो रहा। आरोपियों ने दीपक खन्ना का नाम तो बताया है परन्तु उसकी लोकेशन अपने घर पर मिली है। यहां तक एक दूसरे पुलिस अधिकारी ने बताया कि दीपक ने भी पुलिस की पूछताछ में इस वारदात में शामिल होने की बात को मान ली है। पुलिस मान रही है कि दीपक ने दोषियो के बचाने के लिए यह आरोप स्वीकार किया है।
कौन लेकर आया था कार?
पुलिस ने बताया कि आशुतोष नोएडा की एक टेकफर्म में काम करता है। उसने बताया कि कार उसके बहन के पति लोकेश की है। वहीं आशुतोष से पूछताछ में पता चला है कि कार दीपक और अमित लेकर आए थे। उसने बताया कि दीपक ही कार चला रहा था। जब उसकी टक्कर हुई उस के बाद अंजलि की बॉडी कार में घसीटे जाने की जानकारी भी हो गई थी।
पुलिस के अनुसार अमित खन्ना कौन है?
पुलिस के अनुसार आरोपियों में से एक अमित खन्ना एक बैंकर है और उत्तम नगर स्थित बैंक में नौकरी करता है। इसी दौरान दूसरा दोषी कृष्ण स्पेनिश कल्चर सेंटर कनाट प्लेस में नौकरी करता है। जबकि मिथुन हेयर ड्रेसर है और मनोज मित्तल बीजेपी का नेता है। हादसे के समय यह सभी नया साल मनाकर लौट रहे थे। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आशुतोष ने दोषियों की मदद की। उसे आरोपियों ने जब कार लौटाई तो उसे एक्सिडेंट की बात भी बताई थी। बावजूद इसके आशुतोष ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी।