Day: January 23, 2023

  • Union Budget 2023: राइजिंग भारत में मध्यम वर्ग की क्षमता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम?

    Union Budget 2023: राइजिंग भारत में मध्यम वर्ग की क्षमता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम?

    भारत का मध्यम वर्ग एक ऐसी ताकत है जिसके बारे में सोचा जाना चाहिए। प्रत्येक तीन में से लगभग एक भारतीय इस ब्रैकेट के अंतर्गत आता है और अगले 25 वर्षों में यह संख्या दोगुनी होने वाली है। उस ने कहा, क्या हाल के दिनों में केंद्र सरकारों ने वास्तव में मध्य वर्ग और उसकी क्षमता को कम किया है, जैसा कि कुछ विशेषज्ञ तर्क देते हैं?

     

    भारतीय मध्यम वर्ग कम से कम अल्पावधि में सीमित रिटर्न के साथ उच्च करों का खामियाजा भुगतने की शिकायत करता है। इसके बाद, अधिकांश भारतीय हर केंद्रीय बजट से पहले व्यक्तिगत आयकर में किसी भी संभावित बदलाव का बेसब्री से इंतजार करते हैं।

     

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    भारत का मध्यम वर्ग

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में दावा किया था कि वह भी मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखती हैं और मौजूदा सरकार ने उन पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया है।

     

    इंडिया इंक को केंद्रीय बजट 2023 से क्या उम्मीदें हैं। जानने योग्य 10 बातें

    कारोबारी नेताओं का मानना ​​है कि सरकार को मैन्युफैक्चरिंग अर्थव्यवस्थाओं के कमजोर होने का फायदा उठाना चाहिए। वे प्रतिस्पर्धी आयात शुल्कों की वकालत करते हैं।

     

    भारतीय व्यापार जगत के नेताओं को विश्वास है कि बजट 2023-24 संभावित वैश्विक मंदी और भू-राजनीतिक अशांति के बावजूद सभी क्षेत्रों और उद्योगों में आर्थिक विकास का समर्थन करेगा। उनका अनुमान है कि इस समय के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था 6.5% से अधिक बढ़ेगी, डेलोइट इंडिया, वित्तीय सेवा प्रदाता फर्म, राज्यों द्वारा एक पूर्व-बजट सर्वेक्षण।

     

    सर्वेक्षण में कहा गया है कि 73 प्रतिशत उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि बजट मजबूत घरेलू मांग के निर्माण और पूंजीगत व्यय पर ध्यान केंद्रित करके उद्योगों में विकास को बढ़ावा देगा और 62 प्रतिशत वित्त वर्ष 23 में देश के 6.5 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के बारे में आश्वस्त हैं।

     

    1) सरकार की डिजिटलीकरण की पहल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, लगभग 60% उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि हालिया धक्का इस क्षेत्र के लिए फायदेमंद रहा है, सर्वेक्षण बताता है।

    2) उद्योग जगत के नेताओं का अनुमान है कि सरकार उद्योग की मांग बढ़ाने के लिए कदम उठाएगी। सर्वेक्षण में शामिल लगभग आधे लोगों का मानना ​​है कि अतिरिक्त टैक्स ब्रेक उनके संबंधित उद्योगों में विकास को गति दे सकते हैं।

    3) सर्वेक्षण के अनुसार, 56 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि डिजिटल परियोजनाओं को बनाने और पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ आक्रामक रूप से सहयोग करने से डिजिटलीकरण के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।

    4) 60% उत्तरदाताओं द्वारा धन जुटाने के लिए भारत सरकार के बॉन्ड का उपयोग करने की सिफारिश की गई है। यह प्रतिशत पिछले वर्ष की तुलना में 12% बढ़ा है।

    5) 58 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि पीपीपी बढ़ाने से निजी प्रतिभागियों के लिए विवाद समाधान और जोखिम प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करके अर्थव्यवस्था को लाभ मिल सकता है।

    6) 56% उत्तरदाताओं के अनुसार उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएँ औद्योगिक निर्यात बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका हैं।

    7) कारोबारी जगत के नेताओं का मानना ​​है कि सरकार को मैन्युफैक्चरिंग अर्थव्यवस्थाओं के कमजोर होने का फायदा उठाना चाहिए. वे प्रतिस्पर्धी आयात शुल्कों की वकालत करते हैं।

    8) 65% से अधिक उत्तरदाताओं के अनुसार, कर अनुपालन को आसान बनाना प्रत्यक्ष कर-संबंधी सुधार के लिए सबसे अधिक लाभदायक होगा।

    9) 70% उत्तरदाताओं के अनुसार, व्यक्तिगत कराधान बदलने से लोगों को लाभ होगा।

    10) 60% से अधिक अधिकतम कर छूट और कटौती राशि में वृद्धि की आशा करते हैं।

  • Republic Day 2023: कर्तव्य पथ पर होगी परेड, परेड में हिस्सा लेने वाली झांकियों कि झलक आई सामने

    Republic Day 2023: कर्तव्य पथ पर होगी परेड, परेड में हिस्सा लेने वाली झांकियों कि झलक आई सामने

    गणतंत्र दिवस 2023 परेड: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की तैयारियां धूम-धाम से चल रही हैं। इस पर कर्तव्य पथ पर 23 झांकियां शामिल होंगी। झांकियों का पूर्ववलोकर भी शुरू हो गया है।

     

    पहली बार परेड कहा पर होगी?

    26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के अनुमान में परेड की शुरुआत हो गई थी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इस पर कर्तव्य पथ पर 23 झांकियां शामिल होंगी। झांकियों का पूर्ववलोकर भी शुरू हो गया है। इन्हें सजाने की तैयारियां भी चल रही हैं। पहली बार ऐसा होगा कि परेड पर कर्तव्य पथ पर की जाएगी।

     

    कर्तव्य पथ का उद्घाटन कब किया था?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 सितंबर, 2022 को कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया था। इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू कहते हैं, इसे राजपथ भी कहा जाता था। इसका अब नाम बदलकर कर्तव्य पथ हो गया है। कर्तव्य पथ की कुल लंबाई तीन किमी से ज्यादा है।

     

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    लद्दाख में किस प्रकार कि झांकी जारी कि गई हैं?

    इस बार 26 जनवरी को कर्तव्यपथ पर होने वाले फ्लाई पास्ट में तीनों ही सेना के 50 एयरक्राफ्ट शामिल होने वाले हैंवायुसेना के 45 नौसेना का 1 और 4 थलसेना के एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। जिसमें 23 फाइटर प्लेन, 18 हेलिकॉप्टर, 8 ट्रांसपोर्ट, 1 विंटेज एयरक्रफ्ट को देख सकेंगे। वहीं नौसेना का विमान जो 42 सालों से नौसेना की सर्विस में है, ये विमान पहली और आखिरी बार कर्तव्य पथ पर उड़ान भरेगा।

     

    लद्दाख की झांकी में विमान पहली और आखिरी बार कहा पर उड़ान भरेगा?

    इस बार 26 जनवरी को कर्तव्यपथ पर होने वाले फ्लाई पास्ट में तीनों ही सेना के 50 एयरक्राफ्ट शामिल होने वाले हैंवायुसेना के 45नौ सेना का 1 और 4 थलसेना के एयरक्राफ्ट जुड़े होंगे। जिसमें 23 फाइटर प्लेन, 18 हेलिकॉप्टर, 8 ट्रांसपोर्ट, 1 विंटेज एयरक्रफ्ट को देख सकेंगे। वहीं नौसेना का विमान जो 42 सालों से नौसेना की सर्विस में है, ये विमान पहली और आखिरी बार कर्तव्य पथ पर उड़ान भरेगा।

     

    झारखंड की झांकी कब, कैसे और कहां मिलेगी परेड की टिकट?

    गणतंत्र दिवस के आयोजन के लिए टिकटों की ऑनलाइन खरीदें गए 6 जनवरी से शुरू हो चुकी है। वहीं 9 जनवरी से टिकट काउंटरों पर लोग आत्मीय रूप से अपनी टिकट खरीद सकते है। गणतंत्र दिवस परेड के लिए टिकट रक्षा मंत्रालय के वेब पोर्टल www.amantran.gov.in के साधन से ऑनलाइन खरीदे जा सकते हैं।

  • Parakram Diwas 2023: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मनाया जाता है पराक्रम दिवस, जानिए पूर्वकथा

    Parakram Diwas 2023: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मनाया जाता है पराक्रम दिवस, जानिए पूर्वकथा

    Parakram Diwas 2023: हर साल की तरह इस साल भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती मनाई जा रही है। बस अंतर इतना है कि अब उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है।

     

    सुभाष चंद्र बोस देश के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं जिनसे अंग्रेज कांपते थे। उन्होंने देशवासियों को कई खबरें दी जो नागरिकों को हमेशा प्रोत्साहित करते हैं। आज पूरा देश उनकी 126वीं जयंती मना रहा है। उनके पॉजिटिव संदेश आपके मुश्किल वक्त में हौसला बढ़ा सकते हैं। नेताती का जन्म 23 जनवरी 1897 हो हुआ था। ये ‌बता दें, भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhas Chandra Bose) की जयंती के उपलक्ष्य में 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है।आइए जानते हैं इसका इतिहास।

     

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    साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा था?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी साल 2021 में नेताजी की जन्म जयंती पर अपने स्टेटमेंट में इस बात को कहा था कि साल 2022 से इस दिन को पराक्रम दिवस के तहत ही सेलिब्रेट किया जाएगा।

     

    आइए जानते हैं कैसे मनाया जाता है पराक्रम दिवस?

    हर साल की तरह इस साल भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती मनाई जा रही है।बस अंतर इतना है कि अब उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए अब कोई नेता, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर बधाई देगा, तो वो पराक्रम दिवस के रूप में देगा।

     

    इस दिन विद्यालय में विद्यार्थियों की तरफ से नाटक का कार्यक्रम किया जाता है, साथ ही कॉलेज और यूनिवर्सिटी में नेताजी सुभाष चंद्र की जिंदगी के ऊपर निर्भर लेक्चर भी आयोजित होते हैं जिसमें स्टूडेंट नेताजी सुभाष चंद्र पर अपने-अपने मत व्यक्त करते हैं। इस खास दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चाहने वाले मीटिंग का आयोजन भी करते हैं और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के द्वारा देश हित में किए गए कामों को लोगों को बताते हैं और उनकी जिंदगी से प्रेरणा लेते हैं।

     

    कौन – कौन सी प्रेरणादायक बातें कही सुभाष चन्द्र बोस ने?

    1. कोई भी व्यक्ति दुनिया के लिए झूठा नहीं हो सकता यदि वह खुद के लिए सच्चा है।

    2. हमारी सबसे बड़ी राष्ट्रीय समस्याएं गरीबी, अशिक्षा, बीमारी और साइंटिफिक प्रोडक्टिविटी है। इन समस्याओं का समाधान सामाजिक सोच से ही होगा।

    3. मनुष्य तब तक जीवित है जब तक वह बेखौफ है।

    4. दुनिया में सब कुछ नाजुक है. केवल विचार और आदर्श मजबूत हैं.

    5. जीवन में प्रगति की आशा भय, आशंका और उसके समाधान के प्रयासों से खुद को दूर रखती ह।

    6. प्रकृति के संग और शिक्षा के बिना, जीवन रेगिस्तान में निर्वासन की तरह है।