तेलंगाना: 32 वर्षीय व्यापारी फणिंद्र शर्मा की शिकायत के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सट्टेबाज़ी ऐप्स से जुड़े नेटवर्क का किया भंडाफोड़; PMLA के तहत 29 नामचीन हस्तियों पर केस दर्ज, करोड़ों के प्रमोशन के बदले युवाओं को ‘जल्द कमाई’ के लालच में फंसाने का आरोप
मामला कैसे सामने आया?
यह घोटाला तब सामने आया जब हैदराबाद के मियापुर निवासी फणिंद्र शर्मा (32) ने साइबर क्राइम ब्रांच और ईडी को लिखित शिकायत दी। उन्होंने खुलासा किया कि एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के झांसे में फंसकर कई युवा और आम नागरिक आर्थिक और मानसिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं।
शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि इन ऐप्स को प्रमोट करने वाले प्रसिद्ध फिल्मी सितारे और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स हैं, जिनका नाम और चेहरा देख कर लोग इन प्लेटफॉर्म्स पर विश्वास करते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये ऐप्स “शॉर्टकट में अमीर बनने” का लालच देकर लोगों को फंसा रहे हैं और इससे व्यक्तिगत, पारिवारिक और मानसिक तनाव में भारी बढ़ोतरी हो रही है।
ईडी की जांच और अब तक की कार्रवाई
ईडी ने घोटाले की शिकायत के बाद ‘प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA)’ के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। शुरुआती जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए, जिसमें इन ऐप्स के जरिए हुए डिजिटल लेन-देन में काले धन को वैध बनाने की कोशिशें सामने आईं।
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ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि कई सेलेब्रिटीज और इनफ्लुएंसर्स को प्रमोशनल एक्टिविटीज के लिए लाखों से करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए। इन ऐप्स को “गेमिंग” की आड़ में सट्टेबाजी को वैध और लोकप्रिय दिखाने के लिए प्रचारित किया गया। ईडी अब ट्रांजैक्शन डिटेल्स, सोशल मीडिया प्रमोशन, बैंक खातों और डिजिटल पेमेंट्स की ट्रेसिंग में जुटी है।
जांच के घेरे में कौन-कौन?
तेलंगाना: 29 नामी चेहरे ईडी की रडार पर — फिल्म स्टार्स से लेकर सोशल मीडिया सेलिब्रिटीज तक
ईडी द्वारा जारी शुरुआती लिस्ट के अनुसार, जिन 29 नामों पर जांच की जा रही है, उनमें प्रमुख हैं:
1. राणा दग्गुबाती (Bahubali फेम अभिनेता)
2. विजय देवरकोंडा (Liger और Arjun Reddy फेम)
3. प्रकाश राज (फिल्म अभिनेता, राजनीतिक कार्यकर्ता)
4. निधि अग्रवाल (युवा अभिनेत्री)
इसके अलावा कई टॉप यूट्यूबर्स, इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर्स, ब्रांड एंबेसडर, लोकल सेलिब्रिटीज और सिंगर्स। इन पर आरोप है कि उन्होंने पैसा लेकर ऐप्स को प्रमोट किया और उनके माध्यम से लोगों को सट्टे के जाल में डाला।
सेलेब्रिटीज की सफाई और बचाव पक्ष की प्रतिक्रिया
जैसे ही घोटाला मीडिया में उछला, विजय देवरकोंडा और प्रकाश राज सहित कई सेलेब्रिटीज ने सफाई दी। देवरकोंडा की टीम ने कहा कि उन्होंने केवल A23 नामक स्किल-बेस्ड गेमिंग ऐप का प्रचार किया, जो कानूनी रूप से वैध था और 2023 में उनका उससे जुड़ाव खत्म हो चुका था।
प्रकाश राज ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने 2016 में एक ऐप का प्रचार किया था, लेकिन इसे गलत मानकर बाद में खुद को उससे अलग कर लिया। कुछ अन्य इनफ्लुएंसर्स ने भी दावा किया कि उन्हें सट्टेबाजी की जानकारी नहीं थी और वे केवल प्रमोशन डील का हिस्सा थे। हालांकि, ईडी इन दावों की सत्यता की पुष्टि के लिए डिजिटल सबूत जुटा रही है।
ऐप्स की आड़ में जुआ और धोखाधड़ी
ईडी की रिपोर्ट के अनुसार, ये ऐप्स खुद को स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म बताते थे, लेकिन वास्तव में गैरकानूनी सट्टेबाजी पोर्टल्स थे। इनमें लॉटरी, बैटिंग, रमी, फैंटेसी स्पोर्ट्स और स्पिन गेम्स जैसे फीचर्स थे, जो पैसे लगाकर करोड़ों जीतने का लालच देते थे। सेलेब्रिटीज के प्रचार वीडियोज़ में “आप भी जीत सकते हैं करोड़ों” जैसे नारे युवाओं को आकर्षित कर रहे थे, जिससे उनकी लत लग गई। कई यूज़र्स ने लोन लेकर पैसा लगाया और नुकसान झेला, जिसका उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ा।
निष्कर्ष
तेलंगाना सट्टेबाजी घोटाले ने यह सवाल उठाया कि क्या सेलेब्रिटीज को केवल पैसे के लिए कुछ भी प्रचार करना चाहिए? सोशल मीडिया और फिल्मी सितारे, जो युवाओं को प्रभावित करते हैं, अब केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं हैं। उनकी भूमिका सांस्कृतिक, आर्थिक और नैतिक जिम्मेदारी की भी है, जिसके तहत उन्हें ब्रांड प्रमोशन की नैतिकता पर गंभीरता से विचार करना होगा।