News DiggyNews DiggyNews Diggy
Font ResizerAa
  • National
  • World
  • Politics
  • Election
  • Sports
  • Entertainment
  • Economy
  • Finance
  • Crime
  • Technology
  • Weather
  • Health
  • Event
Reading: रक्षाबंधन 2025: बाजारों में मंदी, ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता प्रभाव
Share
Font ResizerAa
News DiggyNews Diggy
Search
  • National
  • World
  • Politics
  • Election
  • Sports
  • Entertainment
  • Economy
  • Finance
  • Crime
  • Technology
  • Weather
  • Health
  • Event
Follow US
News Diggy > Blog > Economy > रक्षाबंधन 2025: बाजारों में मंदी, ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता प्रभाव
Economy

रक्षाबंधन 2025: बाजारों में मंदी, ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता प्रभाव

newsdiggy
Last updated: November 4, 2025 11:00 pm
newsdiggy
Published August 12, 2025
Share
रक्षाबंधन
SHARE

रक्षाबंधन, भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक त्योहार, हर साल बाजारों में रौनक लाता है। लेकिन 2025 में दिल्ली के प्रमुख बाजारों में इस बार का नजारा कुछ अलग था। जहां पहले त्योहार से पहले बाजारों में भीड़ और चहल-पहल देखने को मिलती थी, वहीं इस बार सन्नाटा पसरा हुआ था। इस लेख में हम रक्षाबंधन 2025 के दौरान बाजारों की स्थिति, दुकानदारों की चुनौतियों, और ऑनलाइन शॉपिंग के प्रभाव का विश्लेषण करेंगे।

Contents
बाजारों में सन्नाटा: रौनक की कमीक्यों बदला बाजारों का माहौल?बाजारों में सन्नाटा: रौनक की कमीक्यों बदला बाजारों का माहौल?दुकानदारों की मायूसी: बिक्री में 50% तक की गिरावटकपड़ा व्यापार पर भी असरकपड़ा व्यापारियों की चुनौतियांमिठाई की दुकानों पर कुछ राहतमिठाई व्यापार की चुनौतियांनिष्कर्ष: ऑनलाइन शॉपिंग का बाजारों पर प्रभावप्रमुख बिंदु

बाजारों में सन्नाटा: रौनक की कमी

दिल्ली के एक प्रमुख बाजार में, जो हर साल रक्षाबंधन से पहले राखी, कपड़े, और मिठाइयों की खरीदारी के लिए जाना जाता है, इस बार शाम के समय भी सन्नाटा छाया हुआ था। आमतौर पर इस समय बाजार ग्राहकों से भरे होते थे, लेकिन 2025 में दुकानों पर ग्राहकों की संख्या न के बराबर थी। दुकानदारों का कहना है कि इस बार बाजारों में रौनक पहले जैसी नहीं रही, और इसका प्रमुख कारण ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता चलन है।

क्यों बदला बाजारों का माहौल?

रक्षाबंधन, भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक त्योहार, हर साल बाजारों में रौनक लाता है। लेकिन 2025 में दिल्ली के प्रमुख बाजारों में इस बार का नजारा कुछ अलग था। जहां पहले त्योहार से पहले बाजारों में भीड़ और चहल-पहल देखने को मिलती थी, वहीं इस बार सन्नाटा पसरा हुआ था। इस लेख में हम रक्षाबंधन 2025 के दौरान बाजारों की स्थिति, दुकानदारों की चुनौतियों, और ऑनलाइन शॉपिंग के प्रभाव का विश्लेषण करेंगे।

बाजारों में सन्नाटा: रौनक की कमी

दिल्ली के एक प्रमुख बाजार में, जो हर साल रक्षाबंधन से पहले राखी, कपड़े, और मिठाइयों की खरीदारी के लिए जाना जाता है, इस बार शाम के समय भी सन्नाटा छाया हुआ था। आमतौर पर इस समय बाजार ग्राहकों से भरे होते थे, लेकिन 2025 में दुकानों पर ग्राहकों की संख्या न के बराबर थी। दुकानदारों का कहना है कि इस बार बाजारों में रौनक पहले जैसी नहीं रही, और इसका प्रमुख कारण ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता चलन है।

क्यों बदला बाजारों का माहौल?

ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा: ग्राहक अब घर बैठे राखी, कपड़े, और अन्य सामान ऑनलाइन मंगा रहे हैं। इससे बाजारों में ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आई है।

क्वालिटी का भरोसा: कई ग्राहकों का मानना है कि ऑनलाइन सामान की गुणवत्ता पर भरोसा करना मुश्किल है, फिर भी सुविधा के कारण वे ऑनलाइन खरीदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं।

बदलते रुझान: डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर त्योहारी ऑफर और डिस्काउंट ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं, जिससे स्थानीय बाजार प्रभावित हो रहे हैं।

ग्राहकों की पसंद: ऑफलाइन शॉपिंग को अब भी तरजीह

बाजार में मौजूद कुछ ग्राहकों से बात करने पर पता चला कि कई लोग अभी भी ऑफलाइन शॉपिंग को प्राथमिकता देते हैं। एक महिला ग्राहक ने बताया, “ऑनलाइन चीजें देखने में अच्छी लगती हैं, लेकिन क्वालिटी का भरोसा नहीं होता। इसलिए मैं बाजार से ही खरीदती हूं।” ऑफलाइन शॉपिंग में ग्राहक सामान को छूकर, देखकर, और जांचकर खरीद सकते हैं, जो ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है। फिर भी, ऑनलाइन खरीदारी की सुविधा और वेरायटी के कारण इसका चलन बढ़ रहा है।

दुकानदारों की मायूसी: बिक्री में 50% तक की गिरावट

दुकानदारों के लिए रक्षाबंधन 2025 का मौसम निराशाजनक रहा। एक राखी विक्रेता ने बताया कि इस बार उनकी बिक्री में 50% तक की कमी आई है। उन्होंने कहा, “ऑनलाइन मार्केटिंग ने हमारा धंधा चौपट कर दिया। लोग अब बाजार आने की जरूरत ही नहीं समझते।”

सीजनल दुकानदारों की चिंता: जो दुकानदार केवल त्योहारों के समय अस्थायी दुकानें लगाते हैं, उनकी स्थिति और भी खराब है। एक दुकानदार ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को ऑनलाइन बिक्री पर ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि छोटे व्यापारियों को राहत मिले।

स्थानीय व्यापार पर प्रभाव: ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन ने छोटे व्यापारियों की आजीविका पर गहरा असर डाला है।

कपड़ा व्यापार पर भी असर

रक्षाबंधन के दौरान कपड़े की बिक्री भी प्रभावित हुई है। एक कपड़ा व्यापारी ने बताया, “पहले रक्षाबंधन के समय इतनी भीड़ होती थी कि बाजार में ट्रैफिक जाम हो जाता था। इस बार बाजार खाली-खाली सा है।” पहले जहां दुकानदारों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्राइवेट गार्ड रखने पड़ते थे, वहीं इस बार ऐसी कोई जरूरत नहीं पड़ी।

कपड़ा व्यापारियों की चुनौतियां

ग्राहकों की कमी: ऑनलाइन फैशन प्लेटफॉर्म्स ने कपड़ा बाजार को भी प्रभावित किया है।

प्रतिस्पर्धा: ऑनलाइन स्टोर्स के डिस्काउंट और डिलीवरी की सुविधा ने ग्राहकों को बाजारों से दूर कर दिया है।

मंदी का असर: इस बार त्योहार का माहौल बाजारों में नजर नहीं आया।

मिठाई की दुकानों पर कुछ राहत

मिठाई की दुकानों पर स्थिति थोड़ी बेहतर थी। एक दुकान मालिक, जो पिछले 25 सालों से उसी बाजार में दुकान चला रहे हैं, ने बताया कि उनके पुराने ग्राहकों का भरोसा अभी भी कायम है। उन्होंने कहा, “त्योहार हो या न हो, लोग मिठाई तो जरूर लेते हैं।” एक ग्राहक ने बताया कि वे लखनऊ जा रहे हैं और अपने परिवार के लिए विशेष रूप से यहीं से मिठाई खरीद रहे हैं।

मिठाई व्यापार की चुनौतियां

बढ़ती लागत: कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण मिठाइयों के दाम बढ़ गए हैं, जिससे कुछ ग्राहक कम खरीद रहे हैं।

प्रतिस्पर्धा: ऑनलाइन मिठाई डिलीवरी सेवाएं भी बाजार को प्रभावित कर रही हैं, हालांकि स्थानीय दुकानों को अभी भी वफादार ग्राहकों का साथ मिल रहा है।

निष्कर्ष: ऑनलाइन शॉपिंग का बाजारों पर प्रभाव

रक्षाबंधन 2025 की यह ग्राउंड रिपोर्ट साफ दर्शाती है कि ऑनलाइन शॉपिंग ने पारंपरिक बाजारों की रौनक को कम कर दिया है। छोटे व्यापारियों, खासकर राखी और कपड़ा विक्रेताओं, के लिए यह त्योहार चुनौतियों से भरा रहा।

प्रमुख बिंदु

  • ऑनलाइन शॉपिंग का दबदबा: सुविधा और छूट के कारण ग्राहक डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ रहे हैं।
  • छोटे व्यापारियों की मांग: स्थानीय दुकानदार चाहते हैं कि सरकार ऑनलाइन और ऑफलाइन बाजारों में संतुलन बनाए।
  • मिठाई की दुकानों का भरोसा: कुछ स्थायी दुकानों को अभी भी ग्राहकों का विश्वास मिल रहा है, लेकिन बढ़ती लागत उनकी चुनौती बनी हुई है।

रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है, लेकिन इस बार यह छोटे व्यापारियों के लिए चिंता और चुनौती का कारण बन गया। सरकार और समाज को मिलकर स्थानीय बाजारों को बचाने के लिए कदम उठाने होंगे ताकि त्योहारों की रौनक बरकरार रहे।

You Might Also Like

दूसरी तिमाही में हुई धीमी, भारत की जीडीपी की रफ्तार, दुनिया में सबसे तीव्र फिर भी वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था

रामाजी के छोले-भटूरे: तिलक नगर की शान, स्वाद और संघर्ष की कहानी

जनता पर चालान, सरकार पर रहम! दिल्ली में PUC नियमों की खुली पोल

India to become $10 Trillion Economy by 2035, says CEBR

Delhi में ‘स्मॉग से आज़ादी’ आंदोलन: इंडिया गेट पर युवा और परिवारों ने जताई साफ हवा की मांग

TAGGED:delhiDelhi MarketRakhiRaksha Bandhan
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp
Share
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

- Advertisement -
Ad imageAd image

Follow US

Find US on Social Medias
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe
TelegramFollow
WhatsAppFollow
LinkedInFollow
TwitchFollow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!
- Advertisement -
Ad imageAd image
Popular News
तीन मैचों की सीरीज में 2-1 भारत ने हराया
Sports

Ind Vs Aus:- तीन मैचों की सीरीज में 2-1 भारत ने हराया

newsdiggy
newsdiggy
September 27, 2022
Demonetisation: सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी के फैसले पर लगाई मुहर, जस्टिस नागरत्ना की सलाह अलग
दिल्ली की इंद्रा कॉलोनी पर बुलडोज़र का खतरा: रेलवे का नोटिस, विधायक रेखा गुप्ता के वादे पर टिके हैं झुग्गीवासी
Prime Minister Narendra Modi inaugurated the ‘Atal Setu’
रामाजी के छोले-भटूरे: तिलक नगर की शान, स्वाद और संघर्ष की कहानी
- Advertisement -
Ad imageAd image

You Might Also Like

जंतर मंतर
Food

एक अकेले बुजुर्ग की जंतर मंतर पर न्याय की पुकार: सिस्टम के खिलाफ संघर्ष

August 6, 2025
प्राइवेट स्कूल
Politics

दिल्ली में प्राइवेट स्कूल फीस नियंत्रण विधेयक: BJP की प्रियंका गौतम ने रखी साफ बात

August 11, 2025
Delhi Pollution Protest
National

Delhi Pollution Protest: हवा “गंभीर”, प्रदर्शन हिंसक, पेपर स्प्रे और गिरफ्तारी से शहर में तनाव

November 24, 2025
Supreme Court
National

Supreme Court का ग्रीन सिग्नल: Delhi-NCR में पटाखे चलेंगे, मगर शर्तों के साथ!

October 15, 2025

Categories

  • Sports
  • National
  • Politics
  • Entertainment
  • World
  • Crime
  • Finance
  • Technology
  • Event
  • Economy
News Diggy deliver breaking news, in-depth ground reports, unbiased public reviews, engaging viral content, and insightful podcasts.

Quick Links

  • Home
  • About
  • Contact
  • Career
  • Privacy Policy
  • Terms & Condition

Shows/Campaign

  • POV
  • Anchor for a day
  • Fellowship

Subscribe US

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!
© 2020 News Diggy All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?