शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आगामी एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच का कड़ा विरोध करते हुए इसे “देशद्रोह” करार दिया है। राउत ने “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते, तो क्रिकेट और खून कैसे एक साथ बह सकते हैं” जैसी तीखी टिप्पणी के साथ इस मैच का विरोध किया है।
एशिया कप 2025 मैच का शेड्यूल
भारत और पाकिस्तान के बीच यह बड़ा मुकाबला 14 सितंबर (रविवार) को होना है जो एशिया कप 2025 के सबसे प्रतीक्षित मैचों में से एक है। यह टूर्नामेंट UAE में आयोजित होने वाला है।
पहलगाम हमले का संदर्भ
राउत का मुख्य तर्क
संजय राउत ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, हमारी जिन 26 मां-बहनों का सिंदूर पहलगाम में उजाड़ा गया था। राउत का यह कथन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में है, जिसमें कई भारतीयों की जान गई थी।
खून अभी सूखा नहीं है
संजय राउत ने कहा है कि पहलगाम हमले में मारे गए भारतीयों का खून अभी सूखा नहीं है। उनके अनुसार उन परिवारों के आंसू अभी भी नहीं सूखे हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है।
शिवसेना का सिंदूर रक्षा अभियान
विरोध प्रदर्शन की योजना
शिवसेना ने ‘सिंदूर रक्षा अभिया’ का ऐलान किया है। पार्टी के सांसद संजय राउत ने इस मैच को देशद्रोह और बेशर्मी करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी।
निर्लज्जता की पराकाष्ठा
राउत ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने को “देशद्रोह” बताते हुए इसे “निर्लज्जता की पराकाष्ठा” करार दिया है। उनका मानना है कि इस समय जब भारतीयों का खून अभी भी सूखा नहीं है, तब क्रिकेट खेलना अनुचित है।
राजनीतिक विवाद तेज
अन्य दलों का समर्थन
एशिया कप 2025 के प्रमुख मुकाबले भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को दुबई में होने वाले मैच को लेकर राजनीतिक विवाद अब और भी तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी भी इस मैच का विरोध कर रही है।
आदित्य ठाकरे का बयान
आदित्य ठाकरे ने एनसीईआरटी में शामिल पहलगाम अध्याय का हवाला देते हुए कहा कि बीसीसीआई अधिकारियों को पाकिस्तान से खेलने का फैसला लेने से पहले वह पाठ पढ़ना चाहिए। उन्होंने “खून और रेवेन्यू” वाली टिप्पणी भी की है।
संजय राउत के पांच सवाल
राउत ने पीएम मोदी से पांच तीखे सवाल पूछे हैं जिनमें मुख्य बिंदु ये हैं:
पहलगाम हमले के बाद भी पाकिस्तान से क्रिकेट क्यों खेली जा रही है?
क्या खून और क्रिकेट साथ बह सकते हैं?
क्या यह राष्ट्रीय हितों के विपरीत नहीं है?
BCCI की स्थिति
बीसीसीआई के सचिव देवजीत साइकिया ने इस मुद्दे पर स्पष्टता प्रदान की है। उन्होंने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का उल्लेख किया जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों को मार डाला था।
गावस्कर का मत
पहलगाम हमले का असर भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट रिश्तों पर पड़ सकता है। बीसीसीआई की तत्काल चिंता एशिया कप होगी जैसा कि सुनील गावस्कर ने कहा था।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने “मैच होने दीजिए…” की टिप्पणी के साथ इस संबंध में दायर याचिका को खारिज कर दिया है। न्यायालय ने स्पष्ट किया है कि खेल और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए।
सौरव गांगुली का मत
पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सारे लिंक खत्म कर लिए हैं जैसे मुद्दों पर सौरव गांगुली ने भी अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने “खेल चलते रहना चाहिए” का समर्थन किया है।
निष्कर्ष
यह विवाद भारत में खेल और राजनीति के जटिल रिश्ते को दर्शाता है। एक तरफ जहां क्रिकेट प्रेमी इस मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक दल इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और गौरव के मुद्दे से जोड़कर देख रहे हैं।
संजय राउत का “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते” वाला बयान इस बात को साफ करता है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी गर्म हो सकता है। 14 सितंबर को होने वाला यह मैच न केवल क्रिकेट के मैदान में बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बना रहेगा।