लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग (ECI) ने मिलकर कांग्रेस की संभावित जीत को हार में बदलने की साजिश रची। राहुल गांधी के अनुसार, हरियाणा में लगभग 25 लाख वोटर फर्जी, डुप्लीकेट या अस्तित्व में नहीं हैं, और कई मतदाताओं के नामों में हेरफेर किया गया है।
Rahul Gandhi ने कहा – “यह सिर्फ मुद्दा नहीं, हाइड्रोजन बम है”
Rahul Gandhi ने इस मुद्दे को “हाइड्रोजन बम” करार देते हुए दावा किया कि उनके पास “H Files” नामक ठोस सबूत हैं। उन्होंने कहा कि यह गड़बड़ी केवल कुछ सीटों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर फैली हुई है।
चौंकाने वाले उदाहरण सामने आए
अपने आरोपों को साबित करने के लिए Rahul Gandhi ने एक चौंकाने वाला उदाहरण साझा किया। उन्होंने बताया कि एक महिला, जो ब्राज़ीलियन मॉडल लरिसा नेरी है, ने 10 अलग-अलग बूथों पर 22 वोट डाले, वो भी अलग-अलग नामों से। राहुल गांधी ने दावा किया कि हजारों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों जगह वोट डालकर चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी की।
इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाया कि उसके पास ऐसा सॉफ्टवेयर है जो डुप्लीकेट वोटरों की पहचान कर सकता है, लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं किया गया। Rahul Gandhi ने कहा कि यह दर्शाता है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव करवाने में असफल रहा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री पर भी निशाना
राहुल गांधी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि गिनती से दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया था कि BJP की जीत सुनिश्चित है और उनका सिस्टम तैयार है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि करीब 3.5 लाख वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए, जिनमें आम नागरिकों और बिहार के लोगों के नाम भी शामिल हैं।
वोटर अधिकार यात्रा से जोड़ा मुद्दा
Rahul Gandhi ने इन आरोपों को अपनी 16-दिन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य मतदाताओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना और चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ आवाज़ उठाना है। राहुल गांधी के अनुसार, “वोट चोरी केवल मत नहीं, बल्कि जनता के अधिकार की चोरी है।”
BJP और चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
BJP ने Rahul Gandhi के इन आरोपों को राजनीतिक नाटक बताया और कहा कि यह पहले किए गए “एटम बम” जैसे दावे की तरह असर नहीं करेगा। वहीं, चुनाव आयोग ने कहा कि बिना ठोस सबूत या आधिकारिक जानकारी के इन दावों पर टिप्पणी करना मुश्किल है।
विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर राहुल गांधी के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए गंभीर खतरा है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह आरोप सियासी रणनीति का हिस्सा भी हो सकते हैं, जिससे चुनावी माहौल को प्रभावित किया जा सके।
निष्कर्ष
Rahul Gandhi के आरोपों ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की सियासत को गर्मा दिया है। अब सवाल यह है कि क्या इन आरोपों से जनता का विश्वास चुनावी प्रक्रिया पर डगमगाएगा, या यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जाएगा। लोकतंत्र की पारदर्शिता और विश्वास बनाए रखना इस समय सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।


