IND vs SA Test के तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ मार्को जान्सन(Marco Jansen) ने भारतीय बल्लेबाज़ी को तहस-नहस कर दिया। भारत की पूरी टीम पहली पारी में सिर्फ 201 रन पर ऑलआउट हो गई और दक्षिण अफ्रीका ने 288 रनों की विशाल बढ़त बना ली। इस प्रदर्शन के साथ दक्षिण अफ्रीका भारत में ही एक दुर्लभ टेस्ट सीरीज़ जीत की तरफ बढ़ चुका है।
भारत ने दिन की शुरुआत 95/1 से की थी, लेकिन थोड़े ही ओवरों में स्कोर 122/7 हो गया। जिस पिच पर धैर्य से खेलने की ज़रूरत थी, वहां भारतीय बल्लेबाज़ जल्दबाज़ी और गलत फैसलों का शिकार हुए और जान्सन की तेज़ बाउंसर रणनीति में फंसते चले गए।
सीरीज़ में भारत की स्थिति मुश्किल – जीत ही एकमात्र विकल्प
दक्षिण अफ्रीका पहले ही IND vs SA Test सीरीज़ में 1-0 की बढ़त लिए हुए है, इसलिए भारत के लिए यह मैच जीतना ज़रूरी था। लेकिन तीसरे दिन का खेल भारत की मुश्किलें और बढ़ा गया। अब भारत को इस टेस्ट में वापसी करने के लिए किसी चमत्कार की जरूरत है।
सुबह की नमी ने किया भारतीय टॉप ऑर्डर को परेशान
दिन की शुरुआत में पिच पर हल्की नमी थी जिससे कुछ गेंदों ने असामान्य उछाल और स्पिन लिया। भारतीय टॉप ऑर्डर लय नहीं पकड़ पाया और विकेट लगातार गिरते रहे। हालांकि जैसे-जैसे पिच सेट होती गई, यह साफ हो गया कि समस्या पिच नहीं बल्कि भारतीय बल्लेबाज़ों की जल्दबाज़ी थी।
वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव ने लगभग 35 ओवर धैर्य से बल्लेबाज़ी करते हुए दिखाया कि पिच पर खेला जा सकता है।
मार्को जान्सन का सुनामी स्पेल झटके 6 विकेट
तीसरे दिन का सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब पुरानी गेंद लेकर मार्को जान्सन(Marco Jansen) ने तेज़ बाउंसरों की बरसात शुरू कर दी। उन्होंने 8 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर 4 विकेट झटके और भारत को घुटनों पर ला दिया।
उन्होंने जिन विकेटों को आउट किया:
- ध्रुव जुरेल
- ऋषभ पंत
- रवींद्र जडेजा
- नितीश रेड्डी
- कुलदीप यादव
- जसप्रीत बुमराह
यह आँकड़ा इतिहास में दर्ज हो गया क्योंकि भारत में किसी एक पारी में इतने बाउंसर विकेट पहले कभी नहीं लिए गए थे।
मार्को जान्सन(Marco Jansen) इससे पहले 93 रन की शानदार पारी भी खेल चुके थे और फील्डिंग में यशस्वी जायसवाल का बेहतरीन कैच लिया था। इस मैच में वह एक सच्चे ऑल-राउंड हीरो साबित हुए।
भारतीय बल्लेबाज़ी बिखरी – जायसवाल को छोड़ कोई नहीं टिक पाया
भारत ने अच्छी शुरुआत की थी और स्कोर 65/0 पहुंच गया था। लेकिन फिर विकेट तेज़ी से गिरते गए:
- केएल राहुल को केशव महाराज ने धीमी गेंद पर बोल्ड किया।
- यशस्वी जायसवाल एक ठहरती गेंद पर कैच दे बैठे।
- साई सुदर्शन पुल शॉट खेलकर आउट हो गए।
इसके बाद जान्सन ने मैच पूरी तरह भारत से छीन लिया।
ऋषभ पंत का अटैकिंग प्रयोग उल्टा पड़ा
यह टेस्ट ऋषभ पंत का कप्तान के रूप में पहला मैच था। उन्होंने जान्सन पर आक्रमण करने की कोशिश की, लेकिन पहली ही कोशिश में विकेट दे बैठे। कई पूर्व खिलाड़ियों ने इसे “अनावश्यक जोखिम” बताया।
सुंदर – कुलदीप ने उम्मीद जगाई
जब पारी लगभग खत्म होने वाली थी, तब वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव ने संयमित बल्लेबाज़ी कर टीम को संभाला:
- सुंदर अर्धशतक के करीब पहुंचे, लेकिन हार्मर की शानदार ऑफ-ब्रेक पर आउट हुए।
- कुलदीप यादव ने टेस्ट करियर की सबसे लंबी पारी खेली, लेकिन अंत में जान्सन की बाउंसर उनका भी काम तमाम कर गई।
तीसरी पारी की शुरुआत भी भारत के नाम नहीं रही
थोड़े आराम के बाद भारतीय गेंदबाज़ मैदान में उतरे। बुमराह ने पहले ओवर में मौका बनाया लेकिन गेंद दूसरे स्लिप से बाहर निकल गई। स्टंप्स तक दक्षिण अफ्रीका की बढ़त 314 रन हो चुकी थी।
IND vs SA Test में दक्षिण अफ्रीका हर सत्र में आगे
अब तक इस IND vs SA Test का हर सत्र दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा है। कॉन्फिडेंस, रणनीति और प्रदर्शन-तीनों में वे भारत से बहुत आगे दिखे। मार्को जान्सन ने अकेले ही मैच का रुख बदल दिया।
भारत को अब मैच बचाना है तो चमत्कार की ज़रूरत होगी, क्योंकि:
- पिच अब स्थिर है
- दक्षिण अफ्रीका का आत्मविश्वास चरम पर
- भारतीय बल्लेबाज़ मानसिक दबाव में
आने वाले सत्र भारत की किस्मत तय करेंगे।


