दिल्ली सरकार के अलग अलग वादों में एक वादा ये भी शामिल हैं कि राजधानी को सड़को अगले कुछ समय में यूरोप की सड़को जैसा बना दिया जाएगा। खैर इस वादे पर कितना अमल किया जा रहा हैं पता नही लेकिन अभी सड़को की हालत बड़ी खराब हैं।
दिल्ली की सड़को का क्या हैं हाल?
दिल्ली की सड़को पर यात्रा करना समय पिछले कुछ वर्षों में देखीवासियों ने अधिक दयनीय महसूस किया है। शोध रिपोर्टें भी सामने आई हैं जो बताती हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में खराब सड़कों की वजह से यातायात की स्थिति सुस्त हो गई है। खराब सड़को की वजह से यातयात व्यवस्था बिगड़ जाती हैं जिसके वजह से बहुत सारी दिक्कतें सामने आती हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, शहर में यातायात सड़कों के लिए डिज़ाइन की गई गति से आधी गति से चलता है। दिल्ली में प्रमुख मुख्य सड़कों को 50-70 किमी प्रति घंटे की ड्राइविंग गति प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यातायात पुलिस द्वारा तय की गई विनियमित गति 40-55 किमी प्रति घंटा हैं।
केजरीवाल सरकार के सड़को के लिए वादे
पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने देखी वासियों को यूरोप जैसे सड़को के सपने दिखाते हुए बड़े बड़े वादे किए थे।उन्होंने यह भी कहा था कि दिल्लीवासियों को खराब सड़क नेटवर्क के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने में सक्षम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग जल्द ही एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करेगा लेकिन इन सभी वादों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया ने अधिकारियों को बताया कि यदि किसी सड़क के निर्माण या मरम्मत में कोई खामी पाई जाती है तो संबंधित अभियंता को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।उन्होंने निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई थी, जिसमें बेहतर सड़कें भी शामिल होंगी।
सड़को की स्ट्रेचेस का नवीनीकरण हैं जारी
राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों को सुशोभित करने के लिए, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार, 14 अगस्त 2022 को सड़क निगरानी की। दिल्ली सरकार नवीनीकरण परियोजना के तहत दिल्ली में सड़कों की उपस्थिति को आधुनिक तकनीक से आधुनिक बना रही है। यूरोपीय मानकों के आधार पर पांच सौ चालीस (540) किलोमीटर सड़कों का सौंदर्यीकरण और पुन: डिजाइन किया जा रहा है। दिल्ली सरकार लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 1280 किलोमीटर सड़कें अपने दायरे में लेती है। सीएम केजरीवाल ने निरीक्षण करते हुए कहा कि अब तक चिराग दिल्ली शेख सराय से बस रैपिड ट्रांजिट (बीआरटी) सड़क पर नवीनीकरण का काम पूरा हो चुका है।
वीआईपी सड़को की जैसे कब हो पाएगी दिल्ली की सारी सड़के?
दिल्ली की वीआईपी इलाकों पर अगर नजर घुमाई जाए तो वह की सड़को पर चमक मारती हैं लेकिन भी अगर आप लक्ष्मी नगर से आगे मदर डेयरी के पास से गुजरती पड़पड़गंज की तरफ जाने वाली सड़क से अगर गुजारे तो आपको सड़को की हालत साफ बता देगी की था कितने काम की जरूरत हैं।
दिल्ली में ऐसे बहुत सारे इलाके हैं जहां की सको को संवारने की जरूरत हैं जिसके वाहक से भविष्य में होने वाले दुर्घटना को टाला जा सके। सड़के ही एक देश का ढांचा होती हैं और देश की राजधानी दिल्ली का ढांचा अभी बहुत सारी मरम्मत मांग था हैं। अब तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा की यह ढांचा किस दिन मजबूत होगा।