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  • Xi Jinping: चीन के शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल किया हासिल।

    Xi Jinping: चीन के शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल किया हासिल।

    चीनी नेता शी जिनपिंग ने शुक्रवार को देश के राष्ट्रपति के रूप में एक अभूतपूर्व तीसरा कार्यकाल प्राप्त किया। व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही थी कि जिनपिंग इस महीने की बड़े पैमाने पर औपचारिक संसदीय बैठक में अध्यक्ष बने रहेंगे, जिसे “दो सत्र” के रूप में जाना जाता है। वार्षिक सभा एक सलाहकार समूह और एक विधायिका, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की बैठकों को चिह्नित करती है।

     

    शी जिनपिंग बने चीन के तीसरी बार राष्ट्रपति

    शी जिनपिंग ने शुक्रवार को देश के राष्ट्रपति के रूप में एक अभूतपूर्व तीसरा कार्यकाल प्राप्त किया। शुक्रवार को कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने औपचारिक रूप से शी जिनपिंग को केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष के रूप में फिर से नियुक्त किया। 2013 में राष्ट्रपति बनने और 2018 में कार्यकाल की सीमा को समाप्त करने के बाद, शी चीन के राजनीतिक रैंकों के माध्यम से उठे।

     

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    अक्टूबर में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में, शी जिनपिंग ने वफादारों के साथ नेतृत्व के उच्चतम दायरे को भरकर सत्ताधारी पार्टी पर अपना नियंत्रण मजबूत किया।

     

    शी जिनपिंग करेंगे झाओ लेजी को संबोधित

    उस कोर ग्रुप के सदस्य झाओ लेजी, जो पार्टी अनुशासन की देख-रेख करते हैं, शुक्रवार को औपचारिक रूप से नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति के अध्यक्ष बन गए। प्रतिनिधि शनिवार को चीन के नए प्रधानमंत्री को मंजूरी देंगे। शी जिनपिंग सोमवार को संसदीय बैठक के समापन समारोह को संबोधित करने वाले हैं। 

     

    हान झेंग, पूर्व कार्यकारी उपाध्यक्ष, शुक्रवार को औपचारिक रूप से उपाध्यक्ष बने। वांग किशन ने पहले भूमिका निभाई थी। प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को चीनी सरकार के शीर्ष कार्यकारी निकाय स्टेट काउंसिल के पुनर्गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।

  • सतीश कौशिक का 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन, मुंबई में हुआ अंतिम संस्कार।

    सतीश कौशिक का 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन, मुंबई में हुआ अंतिम संस्कार।

    अभिनेता-फिल्म निर्माता सतीश कौशिक का 66 वर्ष की आयु में 8 मार्च को गुरुग्राम में निधन हो गया। 100 से अधिक फिल्मों में अपने काम के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता-फिल्म निर्माता को दिल का दौरा पड़ा। पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उनके शव को मुंबई लाया गया।

     

    अनुपम खेर ने करी मौत की पुष्टि।

    अभिनेता और फिल्म निर्माता सतीश कौशिक का बुधवार को 66 वर्ष की आयु में गुरुग्राम में निधन हो गया। उनके दोस्त और सहकर्मी अनुपम खेर ने ही उनके निधन की खबर की पुष्टि की। सतीश कौशिक का एनसीआर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कौशिक गुरुग्राम में अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे जब उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने अपने ड्राइवर से उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए कहा। हालांकि, कार में ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें बचाया नहीं जा सका।

     

    दिल्ली में पोस्टमार्टम के बाद मुंबई लाया गया शव। 

    उनका शव गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के लिए गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल से दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद गुरुवार दोपहर उनके पार्थिव शरीर को उनके घर मुंबई ले जाया गया। बॉलीवुड सेलेब्स जैसे अजय देवगन, अभिषेक बच्चन, कंगना रनौत और शरद केलकर सहित कई अन्य लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया।

     

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    मुंबई में हुआ अंतिम संस्कार।

    अभिनेता का अंतिम संस्कार मुंबई के वर्सोवा श्मशान घाट में किया गया। अनुपम खेर, शाम कौशल, जावेद अख्तर, सलमान खान, अभिषेक बच्चन और रणबीर कपूर और कई अन्य सितारे सतीश कौशिक के मुंबई स्थित आवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।

     

    अनुपम खेर ने सतीश कौशिक की श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया “मुझे पता है” मृत्यु इस दुनिया का अंतिम सत्य है! लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपने जिगरी दोस्त #satishkaushik के बारे में ये बात मैं जीते जी लिखूंगा। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक लगा फुल स्टॉप !! आपके बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा सतीश! शांति!

     

    थिएटर से शुरू किया था करियर।

    सतीश कौशिक एक अभिनेता, निर्देशक, निर्माता, कॉमेडियन और पटकथा लेखक थे। उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से थिएटर शुरू किया। इसके साथ ही सतीश फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पूर्व छात्र भी थे। यही से उन्होंने थिएटर में अपना करियर शुरू किया था। अपने विशाल करियर में सतीश ने लगभग 100 फिल्मों में काम किया। उनकी यादगार भूमिकाओं में मिस्टर इंडिया, दीवाना मस्ताना, ब्रिक लेन, साजन चले ससुराल और कई अन्य शामिल हैं। उन्होंने रूप की रानी चोरों का राजा, प्रेम, हम आपके दिल में रहते हैं और तेरे नाम जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया है। सतीश कौशिक को हमेशा भारतीय सिनेमा जगत के नायाब सितारे के रूप में याद किया जाएगा। 

  • LPG Cylinder: रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई, वाणिज्यिक गैस में 350 रुपये की बढ़ोतरी हुई।

    LPG Cylinder: रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई, वाणिज्यिक गैस में 350 रुपये की बढ़ोतरी हुई।

    पेट्रोलियम और तेल विपणन (मार्केटिंग) कंपनियों ने बुधवार से तत्काल प्रभाव से वाणिज्यिक और घरेलू तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। वाणिज्यिक और घरेलू एलपीजी सिलेंडर के लिए नई कीमतें क्रमशः 350.50 रुपये और 50 रुपये प्रति यूनिट अधिक होंगी।

     

    LPG Cylinder में कितने बड़े दाम

    संशोधन के बाद, दिल्ली में एक वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2,119.50 रुपये प्रति यूनिट होगी, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये प्रति यूनिट होगी।

     

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    LPG Cylinder: गौरतलब है कि घरेलू सिलेंडरों के दाम में ये इजाफा 8 महीने बाद आया हैं, आखिर बार घरेलू सिलिंडरो के दाम में जुलाई में बढ़ोतरी की गई थी वही इस साल यह दूसरी बार है जब कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पहली बढ़ोतरी 1 जनवरी को हुई थी, जब कीमतों में 25 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई थी।

  • दिल्ली को दो नए मंत्री मिलेंगे, आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी को किया जाएगा पदोन्नत।

    दिल्ली को दो नए मंत्री मिलेंगे, आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी को किया जाएगा पदोन्नत।

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट में नियुक्ति के लिए आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी के नाम उपराज्यपाल को भेज दिए हैं।

     

    पूर्व मंत्रियों के इस्तीफे के बाद लिया फैसला

    मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद आया है, जो शहर सरकार के प्रमुख चेहरे थे और COVID-19 संकट के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।

     

    सौरभ भारद्वाज ने कहा भाजपा की साजिश

    आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सब सत्ताधारी पार्टी की साजिशों के कारण हो रहा हैं जिसकी वजह से दिल्ली सरकार के दो मंत्री आज जेल में हैं। उन्होंने आगे ये भी बताया कि दोनो मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन, जो अपने काम के लिए जाने जाते हैं, को जेल में डाल दिया गया है। केंद्र ने दोनो मंत्रियों की झूठे मामलों में फंसाया हैं।

     

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    मनीष संभाल रहे थे 18 मंत्रालय

    सिसोदिया और जैन ने कल ही दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। दिल्ली में एक छोटा मंत्रिमंडल है। मुख्यमंत्री के अलावा छह मंत्री हैं। अधिकांश महत्वपूर्ण मंत्रालय इन दोनों (सिसोदिया और जैन) के पास थे। उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया है ताकि दिल्ली के विकास का काम प्रभावित न हो. जल्द ही उनकी जगह दो नए मंत्री नियुक्त किए जाएंगे। सत्येंद्र जैन के नहीं रहने पर उनका मंत्रालय भी मनीष सिसोदिया को दिया गया था। उनके पास 18 मंत्रालय थे। शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, गृह, उत्पाद शुल्क मिलाकर 18 मंत्रालय उनके पास था।

     

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    सौरभ भारद्वाज और आतिशी दोनो ही होंगे युवा चेहरे

    आतिशी मार्लेना कालकाजी से विधायक हैं और उन्होंने मनीष सिसोदिया के साथ शिक्षा मंत्रालय में काम भी किया हैं वही सौरभ भारद्वाज आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता हैं और अभी फिलहाल दिल्ली जा बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं। सौरभ ने 49 दिन की आम आदमी पार्टी की सरकार में काम भी किया हैं। आम आदमी पार्टी कैबिनेट की आतिशी पहली महिला मंत्री होंगी।

     

    राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद होगा शपथ ग्रहण समारोह

    आप नेता और दिल्ली के मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। उनका इस्तीफा अब दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ही दोनो मंत्रियों का शपथ ग्रहण कराया जाएगा।अभी दोनो पुराने मंत्रियों के इस्तीफे की फाइल की भी मंजूरी मिलनी बाकी हैं।

     

    अब देखना होगा कि ये दो नए युवा और नए चेहरे दिल्ली की सरकार के लिए कितने कामगार साबित होंगे। 

  • Manish Sisodia: क्या है दिल्ली शराब घोटाला जिसमें आप नेता मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है?

    Manish Sisodia: क्या है दिल्ली शराब घोटाला जिसमें आप नेता मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है?

    मनीष सिसोदिया : लाखो मरे, सैकड़ों बीमार और न जाने कितने लाचार हुए इस शराब ने जाने कितनो के घर बर्बाद किए।

     

    लय नही बैठ रही हैं, हां पता हैं लेकिन आप राइम पर मत जाइए भावनाएं समझइए, क्योंकि इसी शराब के घोटाले की वजह से कल दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया जो शिक्षा मंत्री भी हैं, गिरफ्तार भी हो गए।

     

    आखिर ये पूरा मंजरा हैं क्या?

    तो पूरे मामले की शुरुआत हुई 17 नवंबर 2021 जिस दिन केजरीवाल सरकार ने लॉन्च करी नई शराब नीति जिसमे वादा किया गया कि इस पॉलिसी से सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा। अब रेवेन्यू का तो खैर क्या ही जिन करे लेकिन केजरीवाल एंड पार्टी की परेशानी जरूर बढ़ गई।

     

    नई शराब नीति जो 17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार ने राजधानी में लागू करी उसमे 32 जोन बनाए गए। इन्ही जोन के बटवारे के अनुसार हर जोन में 27 दुकानें खुल सकती थी, तो कुल मिलाकर 849 दुकानें हो गई जो राजधानी में शराब की बिक्री के लिए खुल सकती थी। नई शराब नीति में दिल्ली की सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया। इसके पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं। नई पॉलिसी लागू होने के बाद 100 प्रतिशत प्राइवेट हो गईं। सरकार ने कहा था कि इस पॉलिसी से सरकार का राजस्व लगभग 3500 करोड़ तक बढ़ेगा।

     

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    सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी। जिस एल-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना पड़ता था, नई शराब नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को पांच करोड़ रुपये चुकाने पड़े। इसी तरह अन्य कैटेगिरी में भी लाइसेंस की फीस में काफी बढ़ोतरी हुई।

     

    लेकिन अगर सब सही था तो इतने बड़े आरोप इतनी कामकाजी सरकार पर आखिर लगे क्यों?

    बीजेपी ने आरोप लगाए कि शराब लाइसेंस बांटने में धांधली हुई जिसमे मनीष सिसोदिया ने 10000 करोड़ का घोटाला किया। जिससे चुनिंदा डीलर्स को फायदा पहुंचाया गया। जुलाई 2022 आते-आते इस घोटाले की आंच इतनी बढ़ गई कि उपराज्यपाल आपको फटाफट से एक बार टाइमलाइन बता देते कि कैसे सीबीआई शिकंजा कसता गया सिसोदिया जी पर।

     

    Manish Sisodiya Arrest by CBI for Liquor Policy

     

    17 अगस्त, 2022 – मनीष सिसोदिया को सीबीआई FIR में आरोपी नंबर 1 बताया गया।

    19 अगस्त, 2022 – सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के छापा डाला

    30 अगस्त, 2022 – सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया के बैंक लॉकर खंगाले गए

    17 अक्तूबर, 2022 – सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से 9 घंटे तक पूछताछ करी

    25 नवंबर, 2022 – सीबीआई ने चार्जशीट दाख़िल करी जिसमे सिसोदिया का नाम नहीं था।

    15 जनवरी, 2023 – सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के दफ़्तर से कंप्यूटर और दस्तावेज़ ज़ब्त किए।

    18 फ़रवरी, 2023 – सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को समन भेजा।

    19 फ़रवरी, 2023 –  सीबीआई ने सिसोदिया की मांग पर उन्हे मौहालत दे दी।

    26 फरवरी 2023 – 8 घंटे की पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया।

     

    सीबीआई दफ्तर जाने से पहले सिसोदिया ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया और राजघाट जाकर बापू को भी नमन किया लेकिन शायद आम आदमी पार्टी का वक्त ही बुरा चल रहा हैं जो पहले तो सत्येंद्र जैन जेल गए और अब मनीष सिसोदिया जिनको किसका भी आशीर्वाद काम नही आया।

     

    27 फरवरी को उन्हे अराउज रेवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। जहां उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया हैं। इस पर राजनीति भी बहुत तेज हो रही हैं।

     

    आम आदमी पार्टी सीबीआई के खिलाफ प्रदर्शन में जुटी हैं तो वही कई जगह आम पार्टी के खिलाफ भी प्रदर्शन हो रहे हैं। भ्रष्टचार मुक्त और ईमानदार पार्टी के आज 2 नेता जेल की सलाखों के पीछे हैं अब ये तो आगे आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा कि कौन सही हैं और कौन गलत।

  • Zombie Drug: अमेरिका में यह दवा लोगों को बना रही हैं जॉम्बी

    Zombie Drug: अमेरिका में यह दवा लोगों को बना रही हैं जॉम्बी

    Zombie Drug: 2021 में, फ़िलाडेल्फ़िया ने रिपोर्ट किया कि लैब-परीक्षण किए गए डोप नमूने के 90% में जाइलाज़ीन होता है, जिससे अन्य अवैध पदार्थों के साथ मिलाने पर ओवरडोज का खतरा बढ़ जाता है। फेंटेनाइल जैसे ओपियोइड्स की उच्च मात्रा को “ट्रांक” की मदद से बढ़ाया जाता है और यही वह है जो जाइलाज़ीन को अपना आकर्षण देता है।

     

    Xylazine या “Traq” नामक एक नई दवा ने त्वचा के सड़ने से लेकर घातक लक्षणों के कारण पूरे अमेरिका के शहरों में बड़ा कहर बरपाया है।

     

    इस ‘Zombie Drug’ को पशु चिकित्सा के लिए देश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा इजात किया गया था और इसका उपयोग हेरोइन काटने के लिए किया गया था, लेकिन हाल ही में इसे फेंटनियल और अन्य अवैध दवाओं में खोजा गया है।

     

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    एक गैर-ओपियोइड, xylazine मनुष्यों के लिए सुरक्षित नहीं है क्योंकि इसकी अधिक मात्रा नालोक्सोन या नारकन-सबसे आम ओवरडोज रिवर्सल इलाज का जवाब देने की अनुमति नहीं देती है।

    Zombie Drug इस बीमारी के लक्षण

    दवा में अत्यधिक नींद आना, सांस लेने में दिक्कत और कच्चे घाव जैसे लक्षण होते हैं जो गंभीर हो सकते हैं और बार-बार संपर्क में आने से तेजी से फैल सकते हैं। अगर समय से इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो अल्सर मृत त्वचा बन सकता है जिसे एस्केर कहा जाता है, जिसके लिए शरीर से उस सड़े हुए हिस्से को अलग करने की आवश्यकता होती है।

     

    2021 में, फ़िलाडेल्फ़िया ने रिपोर्ट किया कि लैब-परीक्षण किए गए डोप नमूने के 90% में जाइलाज़ीन होता है, जिससे अन्य अवैध पदार्थों के साथ मिलाने पर ओवरडोज का खतरा बढ़ जाता है। फेंटेनाइल जैसे ओपियोइड्स की उच्च मात्रा को “ट्रांक” की मदद से बढ़ाया जाता है और यही वह है जो जाइलाज़ीन को अपना आकर्षण देता है।

     

    2021 में ओवरडोज से 2660 से अधिक की हुई मौत 

    28 वर्षीय सैम ने स्काई न्यूज को बताया, “ट्रांक मूल रूप से लोगों के शरीर को ज़ोम्बीफाई कर रहा है।“ “नौ महीने पहले तक, मुझे कभी घाव नहीं हुआ था। अब, मेरे पैरों और हाथो में छेद हो गए हैं।”

     

    2021 में, इसके ओवरडोज के कारण न्यूयॉर्क में 2,668 लोगों की मौत हो गई, न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ ने कहा, जबकि विशेषज्ञों का सुझाव है कि xylazine चल रही दवा महामारी को खराब कर सकता है।

  • दिल्ली ने ओला, उबर और रैपिडो बाइक टैक्सियों पर लगाया प्रतिबंध, पर चालकों को इसकी कोई जानकारी नहीं

    दिल्ली ने ओला, उबर और रैपिडो बाइक टैक्सियों पर लगाया प्रतिबंध, पर चालकों को इसकी कोई जानकारी नहीं

    मेट्रो की भीड़ से खुद को बचाने के लिए ओला, उबर और रैपिडो बाइक बुक करना बेहतर होगा? ठीक है, मेट्रो ही आपके लिए एकमात्र आसरा हैं फ़िलहाल क्योंकि ऐसा लगता है कि परिवहन मंत्रालय आपसे यही माँग कर रहा है।

     

    क्या हैं मामला?

    सबसे पहले बेंगलुरु, फिर महाराष्ट्र और अब दिल्ली भी राइड-शेयरिंग एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाने की मुहिम में शामिल हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने 20 फरवरी, 2023 (तुरंत प्रभावी होने के लिए) को एक सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि वह ओला, उबर और रैपिडो जैसे ऐप की बाइक टैक्सी सेवाओं पर प्रतिबंध लगाएगा। यह प्रतिबंध केवल मोटरसाइकिलों पर लागू होगा क्योंकि ऑटो और कैब सेवाएं प्रतिबंधित नहीं है।

     

    बाइक टैक्सी पर प्रतिबंध का क्या है कारण ?

    परिवहन विभाग के द्वारा जारी नोटिस पर अगर नज़र डाले तो कुछ ऐसा जान पड़ता हैं “यह संज्ञान में लाया गया है कि गैर-परिवहन (निजी) पंजीकरण चिह्न / संख्या वाले दोपहिया वाहनों का उपयोग यात्रियों को किराए या इनाम पर ले जाने के लिए किया जा रहा है जो विशुद्ध रूप से वाणिज्यिक संचालन है और मोटर वाहन अधिनियम 1988 का उल्लंघन है।”

     

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    इसे सरल शब्दों में कहें तो, अधिकांश ओला/उबर/रैपिडो विविध बाइक जो आपको मिलेंगी उनमें आमतौर पर निजी नंबर प्लेट होती हैं (पीली टैक्सी नंबर प्लेट के विपरीत जो आमतौर पर सरकार द्वारा पंजीकृत वाहनों को दी जाती हैं)। जैसा कि यह उपरोक्त 1988 अधिनियम के मानदंडों के खिलाफ जाता है, परिवहन मंत्रालय ने वर्तमान बाइक को अपंजीकृत माना है और इसलिए, अवैध होने का करार दे दिया है।

     

    लेकिन क्या होगा अगर ओला, उबेर, रैपिडो बाइक चालक ड्राइविंग जारी रखें?

    नोटिस में ऐसी कंपनियों के बाइक सवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का विवरण दिया गया है, अगर वे अपनी सेवाएं जारी रखते हैं। पकड़े जाने पर 5 हजार रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। अगर दोबारा अपराध किया जाता है तो 10 हजार रुपये जुर्माना के साथ ही कारावास भी भुगतना होगा। यदि अपराध दोहराया जाता है, तो चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी कम से कम तीन महीने की अवधि के लिए निलंबित किया जा सकता है।

     

    कहां लागू है यह नया नियम?

    जैसा कि नोटिस में स्पष्ट रूप से दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) का उल्लेख किया गया है, कानूनी अधिकार क्षेत्र शायद सिर्फ दिल्ली होगा, न कि नोएडा (उत्तर प्रदेश), गुरुग्राम (हरियाणा), गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) या फरीदाबाद (हरियाणा) इसलिए, आप अभी भी नोएडा में प्वाइंट ए से नोएडा में प्वाइंट बी तक रैपिडो या ओला बाइक या उबेर बाइक ले सकते हैं लेकिन आप नोएडा में प्वाइंट ए से दिल्ली में प्वाइंट बी तक रैपिडो या ओला बाइक या उबेर बाइक नहीं ले सकते।

     

    बाइक टैक्सी सेवाओं को लेकर आशंका क्यों?

    कुछ हफ़्ते पहले,सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में ओला, रैपिडो बाइक पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था, जिसका कारण यह था कि राइड एग्रीगेटर के पास बाइक, टैक्सी और रिक्शा सेवाओं को संचालित करने के लिए आवश्यक लाइसेंस नहीं है। निजी पंजीकरण के मुद्दे के अलावा, इन दिनों निजी बाइक सेवाओं को लेकर अधिकांश चिंताएं उपयोगकर्ता सुरक्षा को लेकर भी हैं।

     

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    पिछले दिसंबर में, केरल की एक महिला के साथ कथित तौर पर दो लोगों ने गैंगरेप किया था, जिनमें से एक रैपिडो ड्राइवर था। इस मामले ने बाइक टैक्सियों की व्यवहार्यता और सुरक्षा पर बहस शुरू कर दी। एक बड़ी चिंता यह थी कि चौपहिया वाहनों के कैब के विपरीत, इन दोपहिया वाहनों में आपातकालीन बटन का कोई प्रावधान नहीं है। कारों में, आपातकालीन बटन आमतौर पर निकटतम पुलिस स्टेशन को अलर्ट कर सकता है।

     

    कंपनियां कैसी प्रतिक्रिया दे रही हैं?

    जबकि ओला, उबर और रैपिडो जैसी प्रमुख बाइक राइड कंपनियों ने प्रतिक्रिया में कोई बयान जारी नहीं किया है, यह स्पष्ट है कि उन्हें अपनी “सफेद नंबर प्लेट” को “पीले” में बदलने के तरीकों का पता लगाना होगा। ऐसी कंपनियों के कई बाइक चालकों ने अपनी निजी स्वामित्व वाली मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल किया, वे अक्सर सार्वजनिक परिवहन के लिए वाहनों को पंजीकृत नहीं करवाते थे। यह सामान्य मानदंड रहा है।

     

    लेकिन अब इस तरह की बाइक राइड मुहैया कराने में शामिल एग्रीगेटर ऐप्स के लिए भी सख्त सजा का जिक्र वाले नोटिस से कंपनियों को निश्चित तौर पर तगड़ा झटका लगेगा।

  • आस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को निजी कारणों से जाना पड़ा घर,जोश हेजलवुड दौरे से बाहर

    आस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को निजी कारणों से जाना पड़ा घर,जोश हेजलवुड दौरे से बाहर

    ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस गंभीर पारिवारिक बीमारी के कारण सिडनी वापस चले गए हैं जबकि जोश हेजलवुड का दौरा समाप्त हो गया है।

     

    ऑस्ट्रेलिया टीम के 2 खिलाड़ी टीम से बाहर

    ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस गंभीर पारिवारिक बीमारी के कारण भारत के मौजूदा दौरे को छोड़ रहे हैं, जबकि जोश हेजलवुड चोट के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं। कमिंस ने इस सप्ताह दिल्ली में अपनी दूसरी टेस्ट हार में ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व किया, जहां भारत ने 2-0 की बढ़त बनाकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को बरकरार रखा।

     

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    ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने खुलासा किया है कि हेजलवुड एकिलीस की शिकायत से अपने रिहैबिलिटेशन को जारी रखने के लिए वापिस जा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें पहले दो टेस्ट से बाहर कर दिया था।

     

    हेजलवुड हाल के सप्ताहों में प्रशिक्षण के दौरान अपनी गेंदबाजी में सुधार कर रहे थे लेकिन चोट से उभर नहीं पाए हैं और इसके बजाय सिडनी में घर पर अपनी रिकवरी जारी रखेंगे।

     

    तीसरे टेस्ट में कैमरन ग्रीन की हो सकती है वापसी

    ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रवक्ता ने कहा कि तेज गेंदबाज के शेफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स के लिए उपलब्ध रहने की उम्मीद नहीं है। दर्शकों के लिए कैमरून ग्रीन और मिचेल स्टार्क के लिए बेहतर खबर है, मैकडॉनल्ड ने तीसरे टेस्ट के लिए ग्रीन को 100 प्रतिशत फिट घोषित कर दिया है जबकि स्टार्क भी खेलने के लिए कतार में हैं।

     

    ब्रेक आउट स्पिन स्टार टॉड मर्फी दिल्ली टेस्ट के दौरान एक साइड इंजरी से जूझ रहे थे, लेकिन मैकडॉनल्ड ने आशा व्यक्त की कि वह 1 मार्च से शुरू होने वाले इंदौर टेस्ट के लिए सही होंगे।

     

    मैकडॉनल्ड्स ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “उन्हें साइड में हल्की चोट लगी थी, जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।”

  • Shehzada Movie: कार्तिक और कृति की शहजादा हुई रीलीज

    Shehzada Movie: कार्तिक और कृति की शहजादा हुई रीलीज

    यदि दोस्तों के गिरोह के साथ एक बड़े पैमाने पर मनोरंजन देखना आपका जाम है, तो आप शहजादा के लिए थिएटर का रुख कर सकते हैं, जो काफी हसी मजाक और एक्शन से भरपूर है।

     

    जबरदस्त ह्यूमर और एक्शन के साथ, यह सिर्फ एक मास एंटरटेनर है।

    शहजादा की कहानी:

    बंटू अपने पिता वाल्मीकि की कड़वी बातों को झेलते हुए बड़ा हुआ है, जब तक कि उसे पता नहीं चला कि वह वास्तव में एक काफी अमीर परिवार का वारिस है, जिसे जन्म के समय बदल दिया गया था। वह एक अपराधी ड्रग लॉर्ड के हमले से उन्हें बचाने के लिए उनकी हवेली में चला जाता है और परिवार को उनके मुद्दों को सुलझाने में मदद करता है।

     

    फिल्म, जो एक तेलुगु फिल्म अला वैकुंठप्रेमुलु की रीमेक है, एक आशाजनक नोट पर शुरू होती है, एक नर्स और एक कार्यालय क्लर्क के रूप में, वाल्मीकि (परेश रावल), बाद के बेटे को एक बिजनेस मैग्नेट रणदीप जिंदल (रोनित बोस) के साथ बदलते हैं। रॉय)। 25 साल से वाल्मीकि का बेटा बंटू बाप के साथ एक मध्यवर्गीय घर में फंसा हुआ है। फिल्म बंटू के ही इर्द गिर्द घूमती हैं क्योंकि उसे पता चलता है कि वह वास्तव में कौन है और अपने असली परिवार को एक खलनायक ड्रग माफिया विलेन सारंग (सनी हिंदुजा) से बचाने की कसम खाता है।

     

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    शहजादा कलाकरों की एक्टिंग: अगर बात करे एक्टिंग की तो कार्तिक बेमिसाल, बहादुर और अच्छे दिल वाले बंटू के रूप में सहज हैं और एक्शन सीन्स में अच्छा करते हैं, लेकिन यहां उनकी एक्टिंग के बारे में कुछ भी नया नहीं है। कृति सनोन हर फ्रेम में शानदार दिखती हैं, लेकिन करने के लिए कुछ खास नहीं है।

     

    परेश रावल और रोनित बहुत अच्छा किरदार निभाते हैं, और हर कोई चाहता है कि बाद वाले के पास ज्यादा स्क्रीन-टाइम हो। राजपाल यादव एक कैमियो करते हैं और अपना पहले जैसे नासमझ अभिनय करते हैं जो हँसी उड़ाते हैं, लेकिन यह सब कहानी को आगे नहीं ले जाता है।

     

    धीमी गति और मैक्रो वीडियोग्राफी के साथ फाइट कोरियोग्राफी तारीफ के काबिल हैं और साथ ही सुदीप चटर्जी की सिनेमैटोग्राफी भी अच्छी है। जबकि सोनू निगम ने ‘शहजादा’ गाने को बेहतरीन तरीके से गाया गया जो टाइटल ट्रैक अलग बनाता है, बाकी गाने औसत हैं।

     

    यदि दोस्तों के गिरोह या परिवार के साथ एक सामूहिक मनोरंजन देखने का मन हैं तो आप इसके लिए थिएटर जरूर जाए लेकिन फिल्म से ज्यादा उम्मीद न लगाए।

  • भारत जोड़ो यात्रा: कन्याकुमारी में आखिर कितना है उत्साह?

    भारत जोड़ो यात्रा: कन्याकुमारी में आखिर कितना है उत्साह?

    भारत के दक्षिणी छोर पर बसे कन्याकुमारी में त्रिवेणी संगम वो जगह है जहां हिन्द महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी का मेल होता है।

     

    आखिर कौन है इस भारत जोड़ो यात्रा के पीछे?

    सात सितम्बर को जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस त्रिवेणी संगम के पास से 150 दिन चलने वाली “भारत जोड़ो यात्रा” का आरम्भ करेंगे तो उनकी और कांग्रेस पार्टी की उम्मीद यही होगी कि आने वाले पांच महीनों में वे अपनी पार्टी की सोच और भारत के आम लोगों के विचारों में संगम करवाने में कामयाब होंगे। जिसके साथ साथ भारतीय जनता पार्टी की खामियां ओर आने वाले समय में कांग्रेस की सत्ता होने पर लोगों के लिए लाभ वह दिखाना और बताना चाहते थे।

     

    परन्तु ऐसा होता है या नहीं ये आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन कन्याकुमारी में “भारत जोड़ो यात्रा” शुरू होने से एक दिन पहले के माहौल की बात की जाए तो ये साफ़ है कि कांग्रेस पार्टी को अपना संदेश लोगों तक पहुंचाने में कड़ी मेहनत करने की ज़रुरत होगी।

     

    क्या है कांग्रेस का भारत जोड़ो अभियान

    7 सितंबर से कन्याकुमारी से शुरु होगी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्राइस यात्रा के दौरान 3,570 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा। 150 दिन की यात्रा होगी और यह करीबन 12 राज्यों से गुज़रेगी। जिन इलाकों से ये यात्रा नहीं गुज़रेगी वहां सहायक यात्राएं निकाली जाएंगी। इस दौरान सभी राज्यों में ख़ास कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है। ये यात्रा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ख़त्म होगी। कांग्रेस का दावा है कि इस यात्रा के ज़रिए वो बढ़ती महंगाई और सामाजिक ध्रुवीकरण जैसे मुद्दों पर आम लोगों में बहस छेड़ने की कोशिश करेगी।

     

    कैसा है अभियान को लेकर पार्टी का प्रमोशन?

    कन्याकुमारी से शुरू होकर ये यात्रा 3,570 किलोमीटर का सफर तय कर 150 दिनों बाद जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ख़त्म होगी। इस दौरान ये यात्रा 12 राज्यों से गुज़रेगी। इस यात्रा के पड़ाव तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसुरु, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगावं जामोद, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अम्बाला, पठानकोट और जम्मू में होंगे। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि जिन इलाकों से यात्रा नहीं गुज़रेगी वहां भी सहायक यात्राएं निकालने की योजना है। कांग्रेस का दावा है कि भारत के हर राज्य में इस यात्रा से जुड़ा हुआ कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।

     

    भारत जोड़ो यात्रा की घोषणा करते इक्का-दुक्का पोस्टर और बैनर ही नज़र आ रहे थे। इस आयोजन से जुड़े झंडे भी सिर्फ वहीं लगे दिखे जहां राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर के उतरने के लिए हेलिपैड बनाया गया था।

     

    शाम होते-होते आख़िरकार विवेकानंद स्मारक से कुछ ही दूर एक गाड़ी में कुछ-कुछ युवा कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे और एक संगीतमय नुक्कड़ नाटक के ज़रिये इस यात्रा से जुड़ा सन्देश लोगों को देने लगे। यही वो समय था जब कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेता भी इस इलाक़े में दिखाई देने लगे।