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  • पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर फेंका गया जूता, हमला करते ही फरार हुए हमलावर

    पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर फेंका गया जूता, हमला करते ही फरार हुए हमलावर

    पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पंजाब विधानसभा के बाहर निकलते ही किसी ने उनकी तरफ जूता उछाल दिया।

     

    पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह को हादसे के चलते चोट आई या नहीं?

    पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर मंगलवार को पंजाब विधानसभा के बाहर जूते से हमला किया गया। यहां तक कि घटना के समय अपनी कार में बैठे होने के कारण से उन्हें कोई चोट नहीं आई। हमलावर ने जब सनाउल्लाह की तरफ जूता उछाला, उस समय वह पंजाब विधानसभा से बाहर निकल रहे थे। पाकिस्तान के गृह मंत्री पर जूता फेकने वाले हमलावर की पहचान नहीं हो सकी है। हमले के बाद सनाउल्लाह के ड्राइवर ने कुछ समय के लिए कार रोक दी लेकिन सिक्यॉरिटी गार्ड्स के इशारे के बाद वह आगे चले गए।

     

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    कहा गए थे सनाउल्लाह?

    पाकिस्तान के पंजाब सूबे में विधानसभा के विघटन को लेकर फेंका -फेकी चल रही है। राणा सनाउल्लाह इन्हीं सब के चलते विधानसभा की कार्रवाई के लिए नेताओं से मिलने पहुंचे थे। पंजाब में पहले प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ मतलब कि PTI की सरकार है। दूसरी तरफ केंद्र में मौजूद शहबाज सरकार हर हालत में पंजाब में अपना मुख्यमंत्री चाहती है। इसी अनबन के कारण से पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के स्पेशल मददगार अताउल्लाह तरार और पार्टी के कई नेताओं के साथ गृह मंत्री सनाउल्लाह को अवक्तव्य कर दिया था।

     

    रिपोर्ट्स के मुताबिक क्या सामने आया?

    रिपोर्ट्स के अनुसार, PML-N नेताओं के साथ पुलिस और विधानसभा के कार्यकर्ता ने खींचातानी की। जबकि सनाउल्लाह ने कहा कि कार्यकर्ताओं को उन्हें रोकने के लिए कहा गया था। लेकिन उन्होंने इन गैरकानूनी आज्ञा को नहीं माना। बता दें कि पंजाब में इमरान खान की पार्टी के सपोर्ट से परवेज इलाही मुख्यमंत्री हैं, और PML-N से गठबंधन सरकार का टकराव चल रहा है। इन्हीं सबके बीच सनाउल्लाह विधानसभा पहुंचे ही थे कि उनके ऊपर किसी ने जूते से हमला कर दिया।

     

    क्या हमले के बाद बढ़ाई जाएगी सनाउल्लाह की सुरक्षा?

    पाकिस्तान के गृह मंत्री पर जूते से हमले के बाद उनकी सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। सनाउल्लाह ने पिछले दिनों बखान किया था।कि अगर आवश्यकता पड़ी तो पाकिस्तान की सेना तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए अफगानिस्तान की सीमा में भी हमला कर सकती है। इसके बाद तालिबान के नेताओं ने पाकिस्तान की सरकार में बैठे लोगों पर लगातार निशाना साधा था। यहां तक कि यह पता नहीं चल पाया है कि राणा सनाउल्लाह पर जूते से हमले का उनके इस बयान से कोई मेल है या नहीं।

  • दिल्ली में 16 साल की बलात्कार पीड़िता ने रेपिस्ट की मां पर करी फायरिंग, पुलिस ने किया गिरफ्तार

    दिल्ली में 16 साल की बलात्कार पीड़िता ने रेपिस्ट की मां पर करी फायरिंग, पुलिस ने किया गिरफ्तार

     दिल्ली पुलिस के अनुसार, नाबालिग ने 2021 में महिला के 25 साल के बेटे पर रेप का दोष लगाया था। और वह अभी जेल में है। अधिकारियों ने बताया कि गोली लगने के बाद महिला अस्पताल में भर्ती होने का दावा करती है और उसका अलर्ट डैमेज से बताया जा रहा है।

     

     दिल्ली पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सेन ने क्या कहा?

     दिल्ली पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सेन ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम को शाम के करीब पांच बजे भजनपुरा के घोंडा में गोली चलाने की सूचना मिली। जब दिल्ली पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। तो उन्हें बताया गया कि महिला को उसके एक पेश किए गए नाबालिग ने गोली मार दी है। और पीड़िता को स्थानीय निवासियों द्वारा जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया है।

     

    लड़की को कितनी देर के अन्दर पकड़ा गया?

    एक जांचकर्ता ने कहा कि लड़की को घंटों के भीतर पकड़ लिया गया और उसके द्वारा इस्तेमाल की गई देसी पिस्तौल बरामद कर ली गई है। पुलिस के मुताबिक, ‘यह सामने आया है कि नाबालिग लड़की ने 2021 में महिला के 25 वर्षीय बेटे पर बलात्कार का आरोप लगाया था। आरोपी के खिलाफ आईपीसी 376 और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। वह फिलहाल जेल में बंद है।

     

    लड़की ने महिला को गोली क्यों मारी?

    अभी यह पता नहीं चल पाया है। कि लड़की ने महिला को गोली क्यों मारी, हालांकि उसका बेटा पहले ही पुलिस कि हिरासत में था। पुलिस ने कहा, जांच शुरूवाती चरण में है। और लड़की से लंबी पूछताछ के बाद उसके द्वारा महिला पर गोली चलाने का मकसद स्पष्ट हो जाएगा। हम मकसद का पता लगाने के लिए महिला, उसके परिवार और आरोपी के परिवार से भी बात कर रहे हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि लड़की के पास हथियार कैसे और कहां से आया।

  • 90 वर्ष के शरद पगारे ने दिखाई जवानों को राह, फॉउंडेशन का ‘व्यास सम्मान’ मिलेगा शरद पगारे को

    90 वर्ष के शरद पगारे ने दिखाई जवानों को राह, फॉउंडेशन का ‘व्यास सम्मान’ मिलेगा शरद पगारे को

    इंदौर के शरद पगारे पिछले लगभग 65 सालों से साहित्य साधना में रत हैं। अब तक उनके 8 उपन्यास, 10 कथा संग्रह उज्ज्वल हो चुके हैं।

     

    शरद पगारे को क्या मिलेना वाला है?

    साहित्य के इलाके में देश में ज्ञानपीठ के बाद सबसे बड़ा इनाम माने जाने वाला के. के. बिड़ला फॉउंडेशन का ‘व्यास सम्मान’ भारत के मशहूर साहित्यकार शरद पगारे को 11 जनवरी को शयाम 5 प्रेस क्लब इंदौर में एक गरिमामय कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।

     

    कार्यक्रम की मुख्य अथिति पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन होंगी। विशेष अतिथि देवी अहिल्या विश्व विद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन होंगी। के.के. बिड़ला फाउंडेशन, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. सुरेश ऋतुपर्ण भी इस मौके पर आएंगे। ‘व्यास सम्मान’ प्रो. शरद पगारे को उनके प्रसिद्धि उपन्यास ‘पाटलिपुत्र की सम्राज्ञी’ के लिए दिया जा रहा है।

     

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    सम्मान के तहत के. के. बिड़ला फाउंडेशन मंजूषा, प्रशस्ति प्रत्र और 4 लाख रुपए की सम्मान राशि देता है। शरद पगारे व्यास सम्मान से विभूषित होने वाले मध्य प्रदेश के एकमात्र साहित्यकार हैं।

     

    पगारे को देश में क्या क्या दिया?

    पगारे को देश में ऐतिहासिक उपन्यास लेखन की प्रथा को न एकमात्र पुनर्जन्म दिया है। बल्कि उसे नया मोड़ भी दिया है। आपने अपने उपन्यास लेखन में ऐसे व्यवहार पर काम किया है। जो न अपने काल में संभ्रान्त होने के बाद तिरस्कृत रहे। पगारे ने उन्हें अपनी कलम से न्याय दिलाने का काम किया है। मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर बुरहानपुर पर पगारे के दो उपन्यास गुलारा बेगम और बेगम जैनाबादी’ हैं।

     

    हिंदी साहित्य में किसी नगर के ऐतिहासिक गतिविधि पर दो उपन्यास लिखने की दूसरी मिसाल नहीं मिलती। इसी प्रकार उज्जैन में 2000 वर्ष पूर्व हुवे घटनाक्रम पर आपका लोकप्रिय उपन्यास ‘गन्धर्व सेन’ है। प्रतिष्ठित व्यास सम्मान से विभूषित कृति ‘पाटलिपुत्र की सम्राज्ञी’मौर्य युग के वैभव से पाठक का परिचय कराती है।

     

    यह उपन्यास इस लिए भी अत्यंत लोकप्रिय है क्यों कि यह इतिहास में उपेक्षित नारी महान सम्राट अशोक की की मां धर्मा की कथा-व्यथा कहता है। इस उपन्यास का तीव्र ही उड़िया भाषा में भाषान्तर हो कर प्रकाशन हो रहा है।

     

    अनेकों साहित्यिक सम्मानों से नवाज़े जा चुके शरद पगारे का एक अन्य उपन्यास ‘उजाले की तलाश’ है। नक्सलवाद की पिछोकड़ पर लिखा गया यह उपन्यास इतना प्रचलित हुआ की इसका अंग्रेज़ी में अनुवाद हुवा और देश के अंग्रेज़ी के प्रतिष्ठित पब्लिशर रूपा पब्लिकेशन से इसका प्रकाशन हुवा है। ‘जिंदगी के बदलते रूप’ आपका एक दूसरा प्रसिद्ध उपन्यास है। इसी प्रकार कथा संग्रहों में नारी के रूप, सांध्य तारा, चन्द्रमुखी का देवदास हिंदी के पाठकों में बहुत प्रसिद्ध है।

     

    शरद पगारे की एक दूसरी उल्लेखनीय पुस्तक कोन- सी है?

    शरद पगारे की एक दूसरी महत्वपूर्ण पुस्तक भारत की श्रेष्ठ ऐतिहासिक कहानियां है। इस पुस्तक में उन्ही प्रेम मौके पर उन्होंने कलम चलाई है। जिनके ऐतिहासिक सबूत मिलते हैं। आपका स्वत्व है। कि यह कथा संग्रह दुनिया भर में अद्‌भुत इसलिए है क्यूंकि किसी देश में अभी तक साहित्य में ऐसा काम नहीं हुआ है।

  • वीडियोकॉन ऋण घोटाला मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने चंदा कोचर, पति दीपक को जमानत दे दी है

    वीडियोकॉन ऋण घोटाला मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने चंदा कोचर, पति दीपक को जमानत दे दी है

    चंदा कोचर और पति दीपक को रुपये की जमानत पर रिहा किया जाएगा। प्रत्येक को 1 लाख और केंद्रीय जांच ब्यूरो के साथ सहयोग करना होगा। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को वीडियोकॉन ऋण घोटाला मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ और प्रबंध निदेशक चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को जमानत दे दी।

     

    अपनी दलीलों में, उन्होंने आरोप लगाया कि कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी की गई है वेणुगोपाल धूत के नेतृत्व वाले वीडियोकॉन समूह को दिया गया ऋण “अवैध” था। अदालत ने कोचर को उनकी याचिका की सुनवाई लंबित रहने तक अंतरिम जमानत दे दी।

     

     दीपक कोचर को रुपये की जमानत पर रिहा किया जाएगा। प्रत्येक को 1 लाख और केंद्रीय जांच ब्यूरो के साथ सहयोग करना होगा।

    चंदा कोचर और पति दीपक 

    सीनेटर जस्टिस रेवती मोहिते-डेरे और जस्टिस पृथ्वीराज के चव्हाण ने कहा, “तदनुसार, याचिकाकर्ताओं की गिरफ्तारी कानून के अनुसार नहीं है और दंड संहिता की धारा 41 ए के अनुसार है।” सीबीआई ने जहां नकद जमानत पर रिहाई का विरोध किया, वहीं कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।

     

    न्यायमूर्ति रेवती मोहिते-डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज के चव्हाण की पीठ ने हिरासत से अंतरिम रिहाई की मांग कर रहे दोनों की आपत्ति पर शुक्रवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।

     

    कोचर को 23 दिसंबर 2022 को और धूत को तीन दिन बाद वीडियोकॉन ऋण मामले में गिरफ्तार किया गया था। जहां चंदा कोचर भायखला महिला जेल में बंद हैं, वहीं दीपक कोचर और धूत आर्थर रोड जेल में बंद हैं। 29 दिसंबर को, एक विशेष अदालत ने कोचर और धूत को 10 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जब सीबीआई ने पूछताछ के लिए उनकी और रिमांड की मांग नहीं की।

     

    इंडियन एक्सप्रेस द्वारा 29 मार्च 2018 को पहली बार रिपोर्ट किए जाने के बाद आईसीआईसीआई बैंक और चंदा नियामक जांच के दायरे में आ गए थे कि धूत ने दीपक और दो रिश्तेदारों के साथ स्थापित एक फर्म को लाखों रुपये प्रदान किए थे, उनकी कंपनी द्वारा 3,250 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त करने के छह महीने बाद। 2012 में आईसीआईसीआई बैंक। सीबीआई ने 2019 में मामले में अपनी प्राथमिकी दर्ज की।

     

    कोचर के वकील ने कहा कि गिरफ्तारी चार साल बाद की गई थी और आपराधिक संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41ए का उल्लंघन था, जो जांच अधिकारी को गिरफ्तारी से पहले कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए बाध्य करती है।

     

    चंदू कोचर का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा कि उन्होंने सीबीआई जांचकर्ता के साथ पूरे समय सहयोग किया और 2022 की पहली छमाही तक तीन साल से अधिक समय तक कोई जांच नहीं की गई। देसाई ने तब जोड़ा जब प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभियोजन पक्ष ने बयान दिया।

     

    ईडी, जो कोविड-19 महामारी के दौरान भी समानांतर गहन जांच कर रही थी कि उन्हें उसकी हिरासत की आवश्यकता नहीं है, चंदा को सीबीआई मामले में “मनमाने ढंग से” गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा, “हमारे पास यह एजेंसी (ईडी) है, जिसके बारे में कहा जाता है कि आज नागरिक उससे डरते हैं, उसने यह नहीं सोचा कि याचिकाकर्ता को गिरफ्तार करने की जरूरत है, सीबीआई को ऐसा करने की जरूरत महसूस हुई।

     

    देसाई ने बताया कि चंदा कोचर की गिरफ्तारी के समय कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्हें सूर्यास्त से पहले शाम 4.30 बजे गिरफ्तार किया गया था और एक महिला को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया के अनुसार, एक महिला पुलिस अधिकारी को गिरफ्तारी के लिए उपस्थित होना पड़ता था, जो कि मामला नहीं था। देसाई ने कहा कि उनके मुवक्किल यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके इकलौते बेटे की शादी से पहले उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया।

     

    उन्होंने कहा कि दीपक कोचर एक स्वतंत्र व्यवसायी थे और चंदा कोचर बैंक के मामलों के बारे में उनसे कुछ भी साझा नहीं करती थीं। देसाई ने वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम चौधरी के साथ दीपक कोचर के लिए एक गिरफ्तारी रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें पर्याप्त आधार थे और यह कानून का उल्लंघन था। चौधरी ने कहा कि दीपक कोचर थे।

     

    ईडी मामले में उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई और अदालत के समक्ष कार्यवाही रोक दी गई। जवाब में, सीबीआई के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता राजा ठाकरे ने कहा कि कोचर आठ दिनों से हिरासत में हैं और एजेंसी ने कोई और रिमांड नहीं मांगी है। उन्होंने यह भी कहा कि अभियुक्त, जो हिरासत में हैं, उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के बजाय उचित जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं।

     

    ठाकरे ने कहा कि “केस डायरी” में गिरफ्तारी के सभी कारण दर्ज किए गए थे और ट्रायल कोर्ट के न्यायाधीश ने हिरासत देते समय इसका अवलोकन किया था और गिरफ्तारी रिपोर्ट में सभी कारणों का उल्लेख नहीं हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों के असहयोग से निश्चित रूप से उचित जांच प्रभावित होगी और इसलिए उनकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है।

     

    उन्होंने कहा कि चंदा कोचर ने कभी यह दावा नहीं किया कि गिरफ्तारी के दौरान उन्हें एक पुलिस अधिकारी ने छुआ था। “अपराधी सफेदपोश अपराधों से दूर नहीं होते हैं। यह एक गिरफ्तारी सह तलाशी थी। यह कहना गलत है कि कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। सीबीआई द्वारा कानूनी और प्रक्रियात्मक सुरक्षा उपायों का पूर्ण अनुपालन किया गया है, उन्होंने कहा और याचिकाओं को खारिज करने की मांग की।  

  • KGF Chapter 3: फिर से दिखेंगे रॉकी भाई, केजीएफ 3 को लेकर सामने आया नया अपडेट

    KGF Chapter 3: फिर से दिखेंगे रॉकी भाई, केजीएफ 3 को लेकर सामने आया नया अपडेट

    केजीएफ 3: यश की केजीएफ चैप्टर 3 को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है। बताया जा रहा है कि ये फिल्म साल 2025 में फ्लोर पर जा रही है।

     

    KGF: Chapter 2 साल 2022 फिल्म कैसी साबित हुई थी?

    सुपरस्टार यश (Yash) की ‘केजीएफ चैप्टर 2’ (KGF: Chapter 2) साल 2022 की ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी। इस फिल्म ने कमाई के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।फिल्म की कहानी और रॉकी भाई का स्वैग लोगों को खूब अच्छा लगा। अब फैंस ‘केजीएफ’ के तीसरे पार्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं। आज यश अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस खास मौके पर ‘केजीएफ 3’ (KGF 3) को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है।

     

    रिपोर्ट के आधार पर क्या बताया जारा है?

    इंडिया टुडे ने एक रिपोर्ट के आधार पर बताया कि केजीएफ 3 वर्ष 2025 में फ्लोर पर जाएगी क्योंकि डायरेक्टर प्रशांत नील अभी प्रभास की फिल्म सालार को लेकर बिज़ी चल रहे हैं। प्रशांत सितंबर तक इस मूवी को लेकर बिज़ी रहेंगे। रिपोर्ट में बताया गया कि केजीएफ 3 वर्ष 2026 में सिनेमाघरों दस्तक दे सकती है। ये भी बात -चीत हो रही है।कि मूवी की टीम पांचवें किश्तों के बाद यश को रिप्लेस करने पर भी सोच विचार कर सकती है। यहां तक कि, मेकर्स की तरफ से केजीएफ 3 को लेकर अभी तक ऑफिशियल बयान नहीं दिया गया है।

     

    कक्षा केजीएफ 2 में तीसरे पार्ट को लेकर दी थी हिंट?

    केजीएफ चैप्टर 2 के खत्म होने पर उसके अंत में केजीएफ 3 को लेकर हिंट दिया गया था।दूसरे पार्ट में संजय दत्त विलेन के किरदार में दिखाई दिए थे। जिन्होंने अधीरा के रोल को निभाया था। वहीं रवीना टंडन भी ‘केजीएफ 2’ से जुड़ी हुई थी । इस मूवी में श्रीनिधि शेट्टी मालविका अनिवाश और प्रकाश राज जैसे स्टारो ने काम किया था।

     

    किसने यश को पैन इंडिया स्टार बना दिया है?

    केजीएफ फ्रेंचाइजी ने यश को पैन इंडिया स्टार बना दिया है। इससे पहले वह साउथ तक ही सीमित थे। साल 2018 में ‘केजीएफ चैप्टर 1’ रिलीज हुई थी, लेकिन जब इसे हिंदी में डब करके रिलीज किया गया, तो लोगों ने फिल्म को बहुत प्यार दिया।‘केजीएफ चैप्टर 2’ ने देश में नहीं विदेशों में भी बहुत कमाई की।इस मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर 1250 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया था।

  • Gujrat: अहमदाबाद में एक इमारत की 7वीं मंजिल पर लगी आग

    Gujrat: अहमदाबाद में एक इमारत की 7वीं मंजिल पर लगी आग

    अहमदाबाद के शाहीबाग इलाके में एक इमारत की सातवीं मंजिल पर भीषण आग लग गई। इस घटना में एक बच्चे की मौत हो गई और कई लोग कैद हैं।

     

    अहमदाबाद के शाहीबाग इलाके में एक इमारत की सातवीं मंजिल पर भीषण आग लग गई। इस हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई और कई लोग कैद हैं। कई लोग इस दौरान अपनी जान की गुहार लगाते भी नजर आए। हादसे की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की 11 यूनिट मौके पर पहुंची। आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। शाहीबाग में 11 मंजिला ऑर्किड ग्रीन एसोसिएशन में तड़के आग लग गई।

     

    अहमदाबाद – बच्चा घर पर अकेला था।

    एक 15 वर्षीय लड़की की जलने से मौत होने की खबर है। परिवार के अन्य सदस्य घर पर नहीं थे। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। कुछ लोग ऊपरी मंजिलों में फंसे हुए हैं। इस बीच फर्श पर लगी भीषण आग के कुछ वीडियो वायरल हुए हैं। 7वीं मंजिल की गैलरी पर कोई आग की लपटों में फंसा हुआ दिखाई दे रहा है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है…

     

    जडेजा ने बताया कि पहली नजर में बिजली के तारों के अधिक गर्म होने के कारण आग लग गई और प्रभावित अपार्टमेंट के बाथरूम में गीजर चालू रह गया था। अधिकारी ने कहा, ”आग सुरेश जीरावाला के फ्लैट में लगी, जहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं। उनकी भतीजी भी उनके साथ रहती थी। वह सुबह नहाने गई और उसका बेडरूम बंद था। आग अचानक लगी और बेडरूम में फैल गई।

     

    अहमदाबाद , आग की लपटें फैलते ही जीरावाला, उनकी पत्नी और दो बच्चे बाहर भागे, लेकिन प्रांजल फंस गया। “वह अपार्टमेंट की बालकनी से मदद के लिए चिल्लाई, जो लोहे के एक क्रेट से ढका हुआ था। बचाव दल ने सीढ़ी और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए आठवीं मंजिल से अपार्टमेंट में प्रवेश किया और ग्रिल को काट दिया।

     

    लड़की बेहोश थी, लेकिन जब उसे बचाया गया तो उसने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन वह बच नहीं सकी क्योंकि वह जलन से पीड़ित थी और सदमे में भी थी। जडेजा ने बताया कि दमकल की 15 गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया और बचाव अभियान में 35-40 मिनट लगे। आग पर काबू पा लिया गया है।

  • जोशीमठ डूबने से 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, घरों में दरारें आ गईं, हेलीकॉप्टर तैयार

    जोशीमठ डूबने से 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, घरों में दरारें आ गईं, हेलीकॉप्टर तैयार

    भूस्खलन के कारण घरों और सड़कों में दरारें आने के कारण हाल के दिनों में ‘डूबते’ हिमालयी शहर जोशीमठ से सैकड़ों लोगों को निकाला गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति का आकलन करने के लिए शनिवार को क्षेत्र का दौरा किया और दावा किया कि प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता सभी को सुरक्षित रूप से बचाना और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करना है। उत्तरी उत्तराखंड में लगभग 17,000 की आबादी वाला जोशीमठ हिंदू और सिख तीर्थस्थलों की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रवेश द्वार है और उन पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है जो हिमालय के कुछ हिस्सों की यात्रा करना चाहते हैं।

     

    जोशीमठ में वास्तव में क्या चल रहा है?

    जोशीमठ में हाल के दिनों में भूस्खलन के कारण सैकड़ों घरों में दरारें आ गई हैं। पड़ोसी राज्य राजमार्गों और सीमावर्ती सड़कों सहित घरों, सड़कों और खेतों में बड़ी दरारें देखी गईं। जोशीमठ नगर निगम के अध्यक्ष शैलेंद्र पवार के अनुसार मारवाड़ी वार्ड में जमीन के अंदर से पानी के रिसाव के कारण घरों में बड़ी दरारें दिखाई दी हैं।

     

    जोशीमठ में भूस्खलन के कारण भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली जोशीमठ-मलारी सीमा सड़क पर कई स्थानों पर दरारें पाई गईं। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में भी है। करीब 600 घर अलग-अलग स्तर पर प्रभावित हुए और करीब 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। स्थिति ने विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है, स्थानीय निवासियों ने पुनर्वास और क्षेत्र में चल रही बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरी तरह से रोकने की मांग की है।

     

    इसके परिणाम क्या थे?

    जोशीमठ और उसके आसपास सभी निर्माण कार्य अगले आदेश तक रोक दिए गए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हवाई सर्वेक्षण किया और जमीन धंसने से प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने के लिए शहर का दौरा भी किया। इस बीच, जोशीमठ के स्थानीय निवासियों ने गुरुवार सुबह बद्रीनाथ राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और प्रशासन से जमीन धंसने के मुद्दे को गंभीरता से लेने का आग्रह किया। जोशीमठ डूबते संकट को सुलझाने में जुटा है इसरो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पुष्कर धामी ने शनिवार को मीडिया को बताया कि उत्तराखंड सरकार जोशीमठ में भूस्खलन संकट का अध्ययन करने और उससे निपटने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ बातचीत कर रही है।

     

    उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य सभी को सुरक्षित रखना है। लोगों के लिए जरूरी इंतज़ामों की तैयारी की गई थी। हमारा पहला काम लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाना है। भू-वैज्ञानिक काम करते हैं। गुवाहाटी का एक संस्थान आईआईटी रुड़की है और हम इसरो के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। हर कोई इसके कारणों को देख रहा है, “सीएम धामी ने कहा। हिमालयी राज्य के मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का जमीनी निरीक्षण करने और प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए जोशीमठ का दौरा किया।

     

    उन्होंने कहा, ‘हम इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या यहां से पलायन करने और लोगों के पुनर्वास की जरूरत है. हम इसके लिए जगह भी तलाश रहे हैं। अब तक यह सर्दियों का समय है। इसलिए हम उन मुद्दों से निपट रहे हैं जिन्हें तुरंत संबोधित करने की आवश्यकता है, सीएम धामी ने मीडिया को बताया।

  • कक्षा पहली के छात्र ने टीचर को मारी गोली, टीचर की हालत गंभीर और छात्र पुलिस कि हिरासत में

    कक्षा पहली के छात्र ने टीचर को मारी गोली, टीचर की हालत गंभीर और छात्र पुलिस कि हिरासत में

    अमेरिका के वर्जीनिया राज्य से एक बहुत ही आश्चर्य करने वाली घटना सामने आई ‌है। दरअसल यहां के एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ने वाले एक बच्चे ने अपनी टीचर को गोली मार दी। बच्चे की उम्र 6 साल बताई जा रही है। गोली लगने से महिला टीचर बुरी तरह घायल हो गईं। टीचर की हालत बहुत गंभीर है। उनका इलाज चल रहा है दोषी स्टूडेंट पुलिस की हिरासत में है।

     

    पुलिस ने क्या बताया ?

    पुलिस का कहना है कि ये कोई हादसा नहीं था बल्कि जानबूझकर गोली चलाई गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मामला वर्जीनिया के न्यूपोर्ट न्यूज शहर के एलिमेंट्री रिचनिक स्कूल का है। क्लासरूम में बन्दूक बाजी की घटना शुक्रवार 6 जनवरी की है। पुलिस चीफ स्टीफ ड्रू ने बताया कि कक्षा में कुछ लडाई झगडे के कारण एक गोली चली थी।

     

    गोली चलने के बाद गोली किसको लगी?

    इस दौरान टीचर को गोली लग गई। घायल हुई टीचर की लगभग 30 उम्र साल के आसपास बताई जा रही है। आरोपी स्टूडेंट को हिरासत में लेकर पुलिस इस मामले की जांच में लगी हुई है। अभी तक ये पता नहीं चल पाया है। कि 6 साल के बच्चे के पास बंदूक कैसे आई। पुलिस चीफ स्टीव ड्रू ने कहा कि वो जानना चाहते हैं। कि वह गन कहां से आई।

     

    इस हादसे के बाद कौन निराश और सदमे में हैं?

    जानकारी के अनुसार विद्यालय के बाकी बच्चे सुरक्षित हैं। शहर के स्कूल अधीक्षक जॉर्ज पार्कर ने कहा कि स्कूल में फायरिंग की घटना से वे सदमे में हैं और निराश हैं। उन्होंने कहा कि ये पक्का करने की जरूरत है कि बच्चों और युवाओं को बंदूकें प्राप्त न हों।

  • बैठक के दौरान बायकॉट बॉलीवुड’ पर अभिनेता सुनील शेट्टी ने कि योगी आदित्यनाथ से अपील

    बैठक के दौरान बायकॉट बॉलीवुड’ पर अभिनेता सुनील शेट्टी ने कि योगी आदित्यनाथ से अपील

    सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी (Suniel Shetty) के बायकॉट बॉलीवुड (Boycott Bollywood) पर किए गए विनय पर प्रतिक्रिया दी है।

     

    सीएम योगी आदित्यनाथ कहाँ गए थे?

    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) दो दिनों के लिए मुंबई के दौरे पर गए थे। तब फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी ने मुख्यमंत्री से विनती की थी। कि हिंदी फिल्म उद्योग के खिलाफ नफरत को खत्म करने में मदद करें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर ‌बायकॉट बॉलीवुड वाले अभियान से भी मुक्ति दिलाने की अपील की थी। जिसके बाद अब सीएम योगी की प्रतिक्रिया आई है।

     

    सुनील शेट्टी ने क्या क्या समस्याएं बताई?

    योगी आदित्यनाथ को  सम्बोधित करते हुए शेट्टी ने कहा ये ट्विटर पर जो नए-नए ट्रेंड चलते है, वो कैसे रोकें जा सकते है, आदरणीय प्रधानमंत्री जी से आप कहें तो बहुत कुछ रोका जा सकता है।  शेट्टी ने कहा आज अगर हमें तकलीफ़ हो रही है, वो खर्च या सब्सिडी की नहीं हो रही है, हमें ऑडिएंस की तकलीफ़ हो रही है। जनता को थिएटर में बुलाना बहुत बहुत ज़रूरी है।

     

    सुनील शेट्टी ने अपनी अच्छी फिल्में गिनवाते हुए क्या कहा?

    उन्होंने कहा अभी लोगों के दिमाग़ में ये है। कि हिंदी सिनेमा अच्छा नहीं है। हमने अच्छी-अच्छी फ़िल्में भी की हैं। मैंने ‘बॉर्डर’ की है और भी बहुत अच्छी फ़िल्में की हैं। ये जो हमारे बारे में धारणा है कि, ये ‘बायकॉट बॉलीवुड’ चल रहा है, इसे हम इसको मिलकर कैसे रोक सकते हैं ये जो ट्विटर पर आएं दिन जो चलन चलता है उसे कैसे रोकें।

     

    क्या है बॉलीवुड के विरोध का ट्रेंड?

    मुझे ये बोलते हुए दुख होता है कि हमारे ऊपर कलंक है क्योंकि हममें से 99 प्रतिशत लोग ऐसे नहीं है। हम दिन भर ड्रग्स नहीं लेते, हम दिनभर गलत काम नहीं करते।अच्छे काम से भी हमेशा जुड़े हैं.

    भारत को अगर बाहर के देशों से और भारतीयता से किसी ने जोड़ा है तो वो है हमारा संगीत हमारी कहानियां मुझे लगता है कि अगर उस पर हम ध्यान दें और आप प्रधानमंत्री जी से इस बारे में कहें तो बहुत फ़र्क़ पड़ सकता है।सुनील शेट्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष बायकॉट बॉलीवुड का मुद्दा उठाया। हाल के सालों में बॉलीवुड का विरोध बढ़ा है और सोशल मीडिया पर कई बार बायकॉट बॉलीवुड ट्रेंड चलाया गया है।

    Suniel Shetty on Twitter: “नीति दिखीनियत दिखी नतीजा दिख ही जाएगाआप मुंबई आए,हमारी बात सुनी, आपका दिल से धन्यवाद #UP फिल्म सिटी से आगे फिल्म स्टेट बने यही हमारी प्रार्थना है @myogiadityanath @myogioffice @uptourismgov @rahulmittra13 @ravikishann @nirahua1 @bindasbhidu @jackkybhagnani

    किन-किन से मिले योगी आदित्यनाथ?

    उन्होंने गुरुवार को सुनील शेट्टी, सुभाष घई, जैकी श्रॉफ़, राजकुमार संतोषी, मनमोहन शेट्टी, बोनी कपूर, कैलाश खेर, सोनू निगम, जैकी भगनानी, राजपाल यादव, रवि किशन, चंद्र प्रकाश द्विवेदी, ओम राउत के साथ फ़िल्मी जगत से जुड़े कई लोगों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री के साथ इस बैठक का एजेंडा उत्तर प्रदेश के नोएडा में फ़िल्म सिटी में शूटिंग और निवेश पर बात-चीत करनी थी परंतु सुनील शेट्टी ने इस मौके का इस्तेमाल फ़िल्म इंडस्ट्री की पीड़ा को योगी आदित्यनाथ के सामने पेश करने के लिए किया।

     

    बात सुनने के बाद क्या बोले योगी आदित्यनाथ?

    बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिने जगत के लोगों को विश्वास दिलाया कि उत्तर प्रदेश में उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी। आदित्यनाथ ने कहा आप सबने देखा होगा कि साल 2017 से पहले यूपी में हर दिन दंगा  फसाद होता था। लेकिन अब राज्य में क़ानून व्यवस्था की स्थिति बहुत मज़बूत है. हमने एंटी लैंड माफ़िया टास्क फ़ोर्स का गठन किया और 64 हज़ार हेक्टेयर भूमि को माफ़िया के क़ब्ज़े से फ्री कराया है।

     

    फ़िल्म जगत के लोगों को यूपी में अभ्यागत करते हुए योगी ने कहा, आपके दो प्रतिनिधियों को हमने संसद भेजा हैं, हम आपकी परेशानियों को समझते हैं और जानते हैं ।कि क्या करना है। सिनेमा समाज को एकजुट करने और देश की भावों और राष्ट्रीय एकता के संरक्षण में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  • कंझावला दुर्घटना मामले में पुलिस ने छठे व्यक्ति को लिया हिरासत में

    कंझावला दुर्घटना मामले में पुलिस ने छठे व्यक्ति को लिया हिरासत में

    कंझावला मामले में स्पेशल पुलिस आयुक्त ने कहा, सुल्तानपुरी मामले में छठे आरोपी आशुतोष को हिरासत में लिया गया है, जिसने पुलिस को गलत सूचना दी थी।

     

    छठें आरोपी आशुतोष को पुलिस ने कब गिरफ्तार किया?

    दिल्ली के कंझावला कांड के छठें दोषी आशुतोष को पुलिस ने गुरुवार की रात गिरफ्तार कर लिया। इसी कंझावला क्रमांक में पुलिस की तहकीकात में पहले से गिरफ्तार आरोपी दीपक खन्ना निर्दोष पाया गया है।पुलिस के अनुसार घटना के समय वह दोषियों के साथ नहीं था। जब कि उसके मोबाइल की लोकेशन अपने घर की मिली है। इस बात की पुष्टि उसके परिजनों और पड़ोसियों ने भी की है। जांच-पडताल में पता चला है कि दीपक रविवार को पूरे दिन अपने घर पर रहा था। छह आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सातवें आरोपी की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है।

     

    आखिर गाड़ी का ड्राइवर कौन है?

    दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दोषियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि जिन पांच आरोपियों के नाम सामने आए हैं उनमें गाड़ी का ड्राइवर अमित खन्ना है। अमित के संबंध में पुलिस को पुख्ता प्रमाण मिले हैं। अमित ने अपने भाई अंकुश का नाम लिया और अंकुश ने पूछताछ में अपने चचेरे भाई दीपक का नाम लिया था। बताया कि केवल उसी के पास गाड़ी चलाने का लाइसेंस है इसलिए उन लोगों ने पूरा ब्लेम दीपक पर डालने का प्रयास किया। अब पुलिस अंकुश और छठें आरोपी आशुतोष की भूमिका की जांच कर रही है।

     

    ड्राइवर कि पहचान हो पाई या नहीं?

    पुलिस ने बताया कि बहुत जांच -पडताल के बाद भी अब तक पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है कि गाड़ी कौन चला रहा था। दोषियों के बयान में काफी विरोधी है। इस विरोधाभाष के चलते पुलिस भी बुरी तरह से उलझ गई है। पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज है लेकिन उसमें क्लीयर कुछ समझ नहीं हो रहा। आरोपियों ने दीपक खन्ना का नाम तो बताया है परन्तु उसकी लोकेशन अपने घर पर मिली है। यहां तक एक दूसरे पुलिस अधिकारी ने बताया कि दीपक ने भी पुलिस की पूछताछ में इस वारदात में शामिल होने की बात को मान ली है। पुलिस मान रही है कि दीपक ने दोषियो के बचाने के लिए यह आरोप स्वीकार किया है।

     

    कौन लेकर आया था कार?

    पुलिस ने बताया कि आशुतोष नोएडा की एक टेकफर्म में काम करता है। उसने बताया कि कार उसके बहन के पति लोकेश की है। वहीं आशुतोष से पूछताछ में पता चला है कि कार दीपक और अमित लेकर आए थे। उसने बताया कि दीपक ही कार चला रहा था। जब उसकी टक्कर हुई उस के बाद अंजलि की बॉडी कार में घसीटे जाने की जानकारी भी हो गई थी।

     

    पुलिस के अनुसार अमित खन्ना कौन है?

    पुलिस के अनुसार आरोपियों में से एक अमित खन्ना एक बैंकर है और उत्तम नगर स्थित बैंक में नौकरी करता है। इसी दौरान दूसरा दोषी कृष्ण स्पेनिश कल्चर सेंटर कनाट प्लेस में नौकरी करता है। जबकि मिथुन हेयर ड्रेसर है और मनोज मित्तल बीजेपी का नेता है। हादसे के समय यह सभी नया साल मनाकर लौट रहे थे। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आशुतोष ने दोषियों की मदद की। उसे आरोपियों ने जब कार लौटाई तो उसे एक्सिडेंट की बात भी बताई थी। बावजूद इसके आशुतोष ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी।