दिल्ली के जंतर मंतर पर मंगलवार को AQI Protest के दौरान बढ़ते प्रदूषण और बिगड़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स को लेकर जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। इस आंदोलन में शहरों से लेकर गाँवों तक के लोग एकजुट होकर सरकार से साफ़ हवा की मांग करते नज़र आए।
भीड़ में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर बागी हरियाणवी भी शामिल हुए, जिन्होंने कहा कि अब यह लड़ाई सिर्फ़ एलाइट की नहीं, हर आम नागरिक की ज़रूरत बन चुकी है।
प्रदूषण अब गाँव का सच भी है
AQI Protest के दौरान बागी हरियाणवी ने साफ़ कहा: “ये समस्या सिर्फ़ शहर की नहीं रही, गाँव भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। खेतों की मिट्टी से लेकर बच्चों की सांसों तक हर जगह असर दिख रहा है। यह लड़ाई हर घर की लड़ाई बन चुकी है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि हवा का संकट किसी सामाजिक वर्ग को नहीं पहचानता। यह हर किसी को बराबर प्रभावित करता है।
लोगों की पीड़ा: बढ़ता AQI, घटती सांसें
प्रोटेस्ट में मौजूद कई लोगों ने बताया कि बढ़ता AQI सीधे उनकी सेहत पर असर डाल रहा है।
जलन, खांसी, सांस लेने में दिक्कत और रोज़-रोज़ “खराब हवा” की खबरें लोगों के मन में गहरी बेचैनी पैदा कर रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली की हवा को “साइलेंट किलर” करार दिया।
सरकार से उठीं बड़ी मांगें
AQI Protest के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार से कुछ सीधी और जरूरी मांगें रखीं:
- हमें साफ़ हवा कब मिलेगी?
- बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम कब उठेंगे?
- रियल-टाइम प्रदूषण नियंत्रण
- पराली समाधान
- ट्रैफ़िक कम करने के उपाय
- उद्योगों पर सख़्ती और मॉनिटरिंग
“हम अपने हक़ की हवा लेकर ही लौटेंगे”
जंतर मंतर पर मास्क पहने हुए लोगों के चेहरे भले ही ढंके थे, लेकिन आवाज़ें बेहद बुलंद थीं। माहौल में एक ही भावना हावी रही।
यह लड़ाई राजनीति की नहीं, आने वाली पीढ़ियों की है। लोग साफ़ हवा अपने हक़ के रूप में मांग रहे हैं, और AQI Protest ने इसे और तेज़ आवाज़ दे दी है।


