सितंबर 2025 में फ्रांस(France) में व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं जिन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। “ब्लॉक एवरीथिंग” (Block Everything) नाम से चर्चित इस आंदोलन ने 10 सितंबर 2025 को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। यह प्रदर्शन मुख्यतः सामाजिक मीडिया पर वायरल हुए और आम जनता, किसानों, श्रमिकों और ट्रक ड्राइवरों के एकजुट समर्थन से शुरू हुए।
प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को अवरुद्ध करके, पेट्रोल स्टेशनों पर नाकाबंदी करके और सरकारी भवनों के बाहर प्रदर्शन करके अपना असंतोष व्यक्त किया। फ्रांसीसी सरकार को इस जनाक्रोश के कारण 80,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात करने पड़े हैं। यह आंदोलन न केवल फ्रांस की आर्थिक नीतियों बल्कि सामाजिक न्याय के मुद्दों पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
फ्रांस(France) प्रदर्शन के मुख्य कारण
1. कठोर आर्थिक नीतियों का विरोध
इन प्रदर्शनों का मुख्य कारण राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की सरकार द्वारा प्रस्तावित कठोर आर्थिक नीतियां हैं। सरकार ने 2026 के बजट में 43.8 बिलियन यूरो की कटौती का प्रस्ताव रखा है, जिससे जनता में व्यापक असंतोष है।
2. सार्वजनिक अवकाशों में कमी
सरकार की योजना दो राष्ट्रीय अवकाशों को समाप्त करने की है, जो श्रमिकों के अधिकारों पर सीधा हमला माना जा रहा है। यह निर्णय मुख्यतः बजट संबंधी कटौती के कारण लिया गया है।
3. पेंशन में ठहराव
प्रस्तावित बजट में पेंशन को फ्रीज़ करने का प्रावधान है, जिससे बुजुर्गों और सेवानिवृत्त लोगों में भारी नाराजगी है। यह मुद्दा विशेष रूप से संवेदनशील है क्योंकि यह सीधे तौर पर लोगों की आजीविका को प्रभावित करता है।
4. मेडिकल ट्रांसपोर्ट सुधार
अक्टूबर 2025 से लागू होने वाले मेडिकल ट्रांसपोर्ट के नए नियम भी प्रदर्शन का कारण हैं। ड्राइवर्स का कहना है कि इससे उनकी आय में 30% तक की गिरावट हो सकती है।
वर्तमान स्थिति और घटनाक्रम
प्रदर्शनों का स्वरूप
10 सितंबर 2025 को देशभर में व्यापक प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को अवरुद्ध किया, पेट्रोल स्टेशनों पर रोक लगाई, और स्कूलों के बाहर कूड़े के डिब्बों में आग लगाई।
पुलिस की कार्रवाई
फ्रांसीसी अधिकारियों ने 80,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का उपयोग किया है। अब तक 295 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राजनीतिक अस्थिरता
यह प्रदर्शन उस समय हो रहे हैं जब फ्रांस(France) में राजनीतिक अस्थिरता का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री के पद में बदलाव के कारण स्थिति और भी जटिल हो गई है।
आंदोलन का प्रभाव
परिवहन व्यवस्था पर प्रभाव
प्रदर्शनों के कारण पूरी परिवहन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। ट्रेनों, बसों और हवाई सेवाओं में भारी व्यवधान हुआ है। पैरिस और इल-दे-फ्रांस(France) क्षेत्र में 65 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
शिक्षा व्यवस्था पर असर
स्कूल और विश्वविद्यालयों की गतिविधियां भी प्रभावित हुई हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं स्थगित करनी पड़ी हैं।
सामाजिक मीडिया की भूमिका
यह आंदोलन मुख्यतः सामाजिक मीडिया पर शुरू हुआ था। “ब्लॉक एवरीथिंग”(Block Everything) का नारा तेज़ी से वायरल हुआ और व्यापक जन समर्थन मिला।
भविष्य की संभावनाएं
18 सितंबर को अंतर-यूनियन हड़ताल की भी योजना है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। CGT और Solidaires जैसी प्रमुख यूनियनों का समर्थन मिलने से आंदोलन को और मजबूती मिली है।
निष्कर्ष
फ्रांस(France) में चल रहे यह प्रदर्शन सिर्फ आर्थिक नीतियों के विरोध में नहीं हैं बल्कि सामाजिक न्याय और श्रमिक अधिकारों के लिए एक व्यापक संघर्ष का हिस्सा हैं। मैक्रों सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करे।