हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में 20 जून से जारी मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। लगातार बारिश के चलते राज्य में बादल फटने, फ्लैश फ्लड (अचानक आई बाढ़) और भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिसमें अब तक कम से कम 16 लोगों की जान चली गई है। इसके अलावा, पांच लोग अब भी लापता हैं। 20 जून से 30 जून के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में डूबने और करंट लगने जैसी घटनाएँ भी शामिल हैं।
मकानों और संपत्ति का नुकसान
लगभग 35 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं। राज्य के आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, अब तक हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) को ₹7,569 लाख रुपये से ज्यादा का कुल नुकसान हो चुका है। इसके अलावा, कई सड़कें बंद पड़ी हैं और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग-3 और 5 पर भी कई जगह भूस्खलन के कारण आवागमन ठप है।
कई जिलों में बादल फटने की घटनाएँ और ताजा हालात

पिछले 24 घंटों में शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में कई जगहों पर बादल फटने की घटनाएँ दर्ज की गईं, जिससे नदियाँ उफान पर हैं। ब्यास और सतलुज जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की अपील की है।
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Himachal Pradesh के मुख्यमंत्री का बयान और राहत कार्य
Himachal Pradesh के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार (1 जुलाई 2025) को कहा कि करसोग, धर्मपुर, मंडी सदर, नाचन और सराज क्षेत्रों में रातभर की बारिश और बादल फटने से जान-माल का नुकसान हुआ है, जो बेहद दुखद और चिंताजनक है। उन्होंने कहा, “मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहा हूं ताकि ज़रूरतमंद लोगों तक त्वरित और प्रभावी सहायता पहुँचाई जा सके। मैं राज्यवासियों से अनुरोध करता हूं कि प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।”
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान बादल फटने की लगभग 10 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनसे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक असर मंडी जिले में देखा गया है, जहां निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को गंभीर क्षति पहुँची है। दुर्भाग्यवश, हमने चार अनमोल जीवन भी खो दिए… pic.twitter.com/LF3Uu93hTC
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) July 1, 2025
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात हैं। हेलीकॉप्टर की मदद से दुर्गम इलाकों में राहत सामग्री पहुँचाई जा रही है। राहत शिविरों में लोगों को भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है।
पिछली रात हुई मूसलधार बारिश ने प्रदेश के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई है। मंडी सहित अनेक क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ब्यास नदी उफ़ान पर है और दुर्भाग्यवश इस आपदा में अब तक 8 लोगों की जान चली गई है। मेरे अपने विधानसभा क्षेत्र नादौन में भी एक दुखद मृत्यु की… pic.twitter.com/Oh7uYOoN6l
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आज कांगड़ा ज़िला में ब्यास नदी में बढ़ते जलस्तर की स्थिति का जायज़ा लिया। लगातार बारिश के चलते जलस्तर में तेज़ बढ़ोतरी हो रही है, जिससे कुछ क्षेत्रों में गंभीर परिस्थितियाँ बनी हुई हैं।
कांगड़ा ज़िला के भड़ोली क्षेत्र में नदी पर बने पुल और आसपास के इलाक़ों की स्थिति की जानकारी… pic.twitter.com/kROWGE9hur
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पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में भी कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है, जबकि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में भी मूसलाधार बारिश हुई। मौसम विभाग ने इन राज्यों में भी अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पंजाब के होशियारपुर और हरियाणा के पंचकूला जिलों में निचले इलाकों में पानी भरने की खबरें आ रही हैं, जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।