News DiggyNews DiggyNews Diggy
Font ResizerAa
  • National
  • World
  • Politics
  • Election
  • Sports
  • Entertainment
  • Economy
  • Finance
  • Crime
  • Technology
  • Weather
  • Health
  • Event
Reading: Demonetisation: सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी के फैसले पर लगाई मुहर, जस्टिस नागरत्ना की सलाह अलग
Share
Font ResizerAa
News DiggyNews Diggy
Search
  • National
  • World
  • Politics
  • Election
  • Sports
  • Entertainment
  • Economy
  • Finance
  • Crime
  • Technology
  • Weather
  • Health
  • Event
Follow US
News Diggy > Blog > National > Demonetisation: सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी के फैसले पर लगाई मुहर, जस्टिस नागरत्ना की सलाह अलग
National

Demonetisation: सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी के फैसले पर लगाई मुहर, जस्टिस नागरत्ना की सलाह अलग

newsdiggy
Last updated: May 13, 2025 2:53 pm
newsdiggy
Published January 2, 2023
Share
सुप्रीम कोर्ट
SHARE

सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार के 2016 में नोटबंदी के निर्णय को सही माना है। केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को एक दम देश में नोटबंदी हो गई की थी। इसके दोराना 1000 और 500 रुपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था। नोटबंदी के निर्णय के विरुद्ध 58 गुहार अवगाहन किया गया था। जिस पर 2 जनवरी यानी आज सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया।

Contents
कौन से दिन फैसला सुरक्षित किया गया?सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में क्या क्या कहा?जस्टिस बीवी नागरत्ना ने क्या राय दी?सरकार के निर्णय के विरुद्ध कितनी याचिका भर्ती?केंद्र सरकार ने क्या कहा था? आरबीआई ने क्या क्या कहा था?

 

Table of Contents

Toggle
  • कौन से दिन फैसला सुरक्षित किया गया?
  • सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में क्या क्या कहा?
  • जस्टिस बीवी नागरत्ना ने क्या राय दी?
  • सरकार के निर्णय के विरुद्ध कितनी याचिका भर्ती?
  • केंद्र सरकार ने क्या कहा था? 
  • आरबीआई ने क्या क्या कहा था?

कौन से दिन फैसला सुरक्षित किया गया?

जस्टिस अब्दुल नजीर की उत्तराधिकार वाली 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने पांच दिन की बहस के बाद 7 दिसंबर को अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था। निर्णय सुनाने वाली बेंच में जस्टिस अब्दुल नजीर, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस ए.एस. बोपन्ना, जस्टिस वी। रामासुब्रमण्यन, और जस्टिस बी.वी. नागरत्ना जूडे रहे।

 

सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में क्या क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने 4:1 की राय से केंद्र सरकार के 2016 में नोटबंदी के निर्णय को बिल्कुल सही ठहराया। कोर्ट ने माना कि केंद्र की 8 नवंबर, 2016 की घोषणा वैध है।

 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नोटबंदी से पहले केंद्र और आरबीआई के बीच बातचीत हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि नोटबंदी का निर्णय लेते समय अपनाया गया तरीका में कोई कमी नहीं थी। इसलिए, उस घोषणा को रद्द करने की कोई जरूरत नहीं।

 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- केंद्र सरकार को कानून और आरबीआई एक्ट ने हक़ दिए हैं। उसका प्रयोग करने से कोई बाधा नहीं कर सकता। अब तक दो बार नोटबंदी यानी विमुद्रीकरण के इस अधिकार का उपयोग अब तक हुआ है। ये तीसरा अवसर था। रिजर्व बैंक अकेले विमुद्रीकरण का फैसला नहीं कर सकता।

 

ये भी पढ़े: क्या हैं शर्तें, किसे मिलेगा EWS आरक्षण का फायदा, कहां फंसा था पेच?

 

जस्टिस बीवी नागरत्ना ने क्या राय दी?

जिस तरह से नोटबंदी की गई, उस पर जस्टिस बीवी नागरत्ना अलग रहे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी कानून के साधन से होना चाहिए था। जस्टिस नागरत्ना ने कहा, विमुद्रीकरण (नोटबंदी) की पुनः कानून के उलटी और गैरकानूनी शक्ति का उपयोग था। इतना ही नहीं यह नियम और अध्यादेश भी अनुचित थे। इसके होते हुए भारत के लोगों को से गुजरना पड़ा। यहा तक कि, इसे ध्यान में रखते हुए कि ये निर्णय 2016 में हुआ था, ऐसे में इसे बदला नहीं जा सकता।

 

सरकार के निर्णय के विरुद्ध कितनी याचिका भर्ती?

याचिकाकर्ताओं का दावा था कि सरकार सहित अपनाई गई तरीका में भारी खराबी थीं और इसे रद्द कर दिया जाना चाहिए। इस तरीके ने इस देश के कानून के शासन का मजाक बना दिया। केवल आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड की खुशामद पर ही सरकार नोटबंदी कर सकती है। लेकिन यहां तरीके को ही उलट दिया गया। केंद्र ने निर्णय लेने के दौरान अहम दस्तावेजों को रोक दिया, जिसमें सरकार द्वारा आरबीआई को 7 नवंबर को लिखा गया पत्र और आरबीआई बोर्ड की बैठक के मिनट्स शामिल है।

 

केंद्र सरकार ने क्या कहा था? 

केंद्र ने याचिकाओं के उत्तर में सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि जाली नोटों, बेशुमार धन और टेररिस्ट जैसी हलचल से लड़ने के लिए नोटबंदी एक महत्वपूर्ण कदम था। नोटबंदी को अन्य सभी संबंधित वित्तीय नीतिगत उपायों से अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए या इसकी देख-रेख नहीं की जानी चाहिए। आर्थिक व्यवस्था को पहुंचे बहुत बड़े लाभ और लोगों को एक बार हुई वेदना का मुकाबला नहीं की जा सकती। नोटबंदी ने नकली पैसों को सिस्टम से ज्यादा हद तक बाहर कर दिया. नोटबंदी से डिजिटल अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचा है।

 

आरबीआई ने क्या क्या कहा था?

केंद्र से खुशामद करने के लिए आरबीआई नियमित के तहत प्रक्रिया का पालन किया गया। आरबीआई की केंद्रीय बोर्ड की बैठक में तय कोरम पूरा किया गया था, जिसने खुशामद करने का निर्णय किया गया था. लोगों को कई मौके दिए गए, पैसों को बदलने के लिए बड़े स्तर पर इंतजाम की गई थी।

You Might Also Like

जोशीमठ डूबने से 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, घरों में दरारें आ गईं, हेलीकॉप्टर तैयार

पेगासस पर सरकार की चुप्पी आखिर कहां तक सही?

Truck Driver protest: नये कानूनों के प्रावधानों के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों ने किया चक्का जाम, आम आदमी है त्रस्त।

Terrorism in India: कश्मीर त्याग अफगानिस्तान में जा बसा यह हिंदुस्तानी, कर रहा है IS के लिए भर्ती, आतंकी घोषित

Global South Summit: भारत वर्चुअल रूप से वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर की मेजबानी करेगा, 120 देशों को आमंत्रित किया गया

Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp
Share
- Advertisement -
Ad imageAd image

Follow US

Find US on Social Medias
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe
TelegramFollow
WhatsAppFollow
LinkedInFollow
TwitchFollow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

- Advertisement -
Ad imageAd image
Popular News
Laal Singh Chaddha
Entertainment

Laal Singh Chaddha Controversy: Why Twitter is Furious

newsdiggy
newsdiggy
August 4, 2022
दिल्ली में पहली बार होगा G-20 शिखर सम्मेलन 2023, क्यूं है ख़ास?
PBKS vs RCB IPL 2023: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने पंजाब किंग्स को 24 रनों से हराया
Union Budget 2023: राइजिंग भारत में मध्यम वर्ग की क्षमता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम?
यूरोप के जैसे सड़को वाली दिल्ली सरकार के वादे आखिर कब होंगे पूरे?
- Advertisement -
Ad imageAd image

You Might Also Like

समलैंगिक Supreme court hear sex marriage
National

क्या मिल पाएगी समलैंगिक शादी कि स्वीकृति, सुप्रीम कोर्ट में 6 जनवरी को सुनवाई

January 5, 2023

मोदी की लक्षद्वीप से आई तस्वीरों ने छेड़ी एक नई जंग

January 9, 2024
गृहमंत्री अमित शाह
National

CAA लागू नहीं होगा ऐसा सपना देखने वाले कर रहे हैं भूल, इसमें नहीं हो सकता बदलाव’- गृहमंत्री अमित शाह

November 25, 2022
shri kant tyagi
National

श्रीकांत त्यागी धमकियों के 4 दिन बाद पुलिस ने दबोचा

August 9, 2022

Categories

  • Sports
  • National
  • Politics
  • World
  • Entertainment
  • Crime
  • Finance
  • Event
  • Technology
  • Election
News Diggy deliver breaking news, in-depth ground reports, unbiased public reviews, engaging viral content, and insightful podcasts.

Quick Links

  • Home
  • About
  • Contact
  • Career
  • Privacy Policy

Shows

  • POV
  • Anchor for a day

Subscribe US

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

© 2020 News Diggy All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?