अडानी ग्रुप के बाद अमरीकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अब ट्विटर के पूर्व सी.ई.ओ. जैक डोरसी की कंपनी को निशाना बनाया है। हिंडनबर्ग ने आज जारी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया कि जैक डोरसी की पेमैंट फर्म ब्लॉक इंक अपने यूजर्स की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। साथ ही कंपनी ने नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत को काफी कम करके बताया है।
जैक डोरसी की ब्लॉक इंक कंपनी के शेयरों की गिरावट पाई गई।
हिंडनबर्ग ने कहा कि उसने ब्लॉक इंक के शेयरों में शॉर्ट पोजिशन ली है, यानी उसने इसके शेयरों में गिरावट आने पर दांव लगाया है। हिंडनबर्ग ने अपनी वैबसाइट पर प्रकाशित एक नोट में कहा है, “हमने करीब 2 सालों की पड़ताल के बाद यह पाया है कि ब्लॉक इंक ने सिस्टेमैटिक रूप से उस डैमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जिसकी मदद करने का वह दावा करती है।”
हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के आने के कुछ ही देर बाद ब्लॉक इंक के शेयर 19 प्रतिशत गिर गए। बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने गंत 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की कंपनियों की चाल ही बिगाड़ दी। इनमें रिकवरी तो हुई है लेकिन अभी भी किसी कंपनी के शेयर पुराने लैवल पर नहीं पहुंच पाए हैं। हिंडनवर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाऊंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था।
हिंडनवर्ग ने अडानी पर भी बनाई थी रिपोर्ट।
हालांकि अडानी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इंकार किया था और ग्रुप ने इसे भारत, इसकी संस्थाओं और ग्रोथ स्टोर पर सोचा-समझा हमला कहा था। ग्रुप ने दावा किया कि हिंडनबर्ग ने सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए झूठ का बाजार खड़े करने की कोशिश की। हालांकि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को तगड़ा झटका दिया और अडानी ग्रुप की कंपनियों का 15,000 करोड़ डॉलर से अधिक मार्केट कैप साफ हो चुका है।