NEWS DIGGY

केरल में PFI नेताओं-कार्यकर्ताओं के स्थानों पर NIA ने की सील, 58 जगहों पर चल रही है रेड

PFI

केरल में PFI राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार कि सुबह केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI), उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं से जुड़े 58 इलाके पर मारी रेड। 

 

NIA की टीम ने कब से जांच पड़ताल शुरू करी?

आज सुबह 4 बजे राज्य के कई शहरों में NIA की टीम पहुंची और विचारणीय स्थानों पर जांच पड़ताल शुरू कि। एनआईए को सूचना मिली है कि PFI को किसी अन्य नाम से शुरू करने का प्रयास हो रहा है, जिसको लेकर यह पूछ -ताछ की गई है। इस साल सितंबर में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश विपक्षी कि हलचल के चलते PFI और उससे जुड़े कुछ अलग हिस्से को सीमित कर दिया था।

 

क्या पाबंदी होने के बाद भी पीएफआई अन्य अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों के संपर्क में थे?

हां पाबंदी के बावजूद भी पीएफआई अन्य टेररिस्ट संपर्क में थे और पैसे जोड़ने का प्रयास कर रहे थे। आज की जांच – पड़ताल में उन लोगों के खिलाफ है, जो पीएफआई ओवरग्राउंड काम करने वाले वर्कर मतलब उत्तराधिकार तौर पर पीएफआई के लोग नहीं थे, लेकिन उसके लिए काम करते थे। सितंबर से अब तक एनआईए की केरल में पीएफआई के यह 5वीं रेड है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक केरल में ही पीएफआई के सबसे ज्यादा सचेष्टता लोग हैं, जो पिछली बड़ी कार्रवाईयों के बाद भी अपनी हलचल जारी रखे हुए हैं।

 

ये भी पढ़े: नोएडा सेक्टर 21 में दीवार गिरने से चार निर्माण श्रमिकों की मौत

 

कितने नेता और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है?

सितंबर में NIA ने पीएफआई के 100 से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। उसके कुछ दिन बाद एनआईए ने 22 सितंबर को देशभर में पीएफआई और उससे जुड़े लोगों के 39 ठिकानों पर छापेमारी कर, 20 लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के मुताबिक, आज एर्नाकुलम में 8 जगहों पर, तिरुवनंतपुरम में 6 जगहों पर रेड पड़ी। इसके अलावा त्रिवेंद्रपुरम और कुछ अन्य शहरों में स्थित ठिकानों पर भी एनआईए की टीमों ने छापेमारी की।

 

पीएफआई पर क्या- क्या आरोप है?

पीएफआई PFI पर देश में टैरेरिस्ट कि हलचल को अंजाम देने, देश विरोधी वारदातों के लिए विदेशी फंडिंग प्राप्त करने, आपराधिक चार रचने के आरोप हैं, जिसकी जांच एनआईए कर रही है। इससे पहले केरल के मलप्पुरम जिले में एनआईए ने कुछ संदेहजनक स्थानों की छानबीन कि थी, जिसमें डिजिटल सामान और दस्तावेजों समेत अनुचित सामग्री प्राप्त हुई थी। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का गठन 2006 में केरल में हुआ था। इसने 2009 में अपना एक राजनीतिक मोर्चा ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ बनाया।