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Kuldeep Sen ODI Debut: टीम इंडिया को मिली बांग्लादेश के खिलाफ हार पर पिता नहीं देख पाए कुलदीप सेन का ड्रीम डेब्यू

कुलदीप सेन का ड्रीम डेब्यू

Kuldeep Sen ODI Debut: कुलदीप सेन के पिता अपने बेटे का भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाले मैच नहीं देख सके। रविवार को भी वह हर रोज की तरह काम करने के लिए सुबह सैलून निकल गए थे।

बीते कल 4 दिसंबर रविवार को पहले वनडे मैच में ढाका के मीरपुर स्थित शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में बांग्लादेश ने भारत को 1 विकेट से हराया। तीन मैचों की वनडे सीरीज में मेजबान टीम ने 1-0 से बढ़त बना ली है। मैच के दौरान मध्यप्रदेश के रीवा जिला अंतर्गत कुलदीप सेन ने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया और साथ ही अपना शानदार प्रदर्शन किया है। एक ओवर में कुलदीप ने 2 विकेट झटके है।

कुलदीप सेन ने अपने पहले मैच में 2 विकेट लिए

कुलदीप सेन को 5 ओवर बॉलिंग करने का पहले अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच में अवसर मिला। इस दौरान कुलदीप ने 37 रन देकर 2 विकेट रीवा के लाल ने चटकाए है। औसत 7.40 कुलदीप का रहा है। बांग्लादेश के अफीफ हुसैन को 37वें ओवर की दूसरी गेंद पर मोहम्मद सिराज के हाथों कैच कराया। छह रन अफीफ बना सके। इसके बाद इबादत हुसैन पांचवीं गेंद पर हिट विकेट हो गए। खाता भी नहीं इबादत खोल सके।

दीवाली जैसा माहौल कुलदीप के घर में रहा

रविवार को कुलदीप सेन के घर में दीपाली जैसा माहौल रहा है। मध्यप्रदेश के रीवा जिला शहर के समीपी ग्राम हरिहरपुर में जन्मे हैं। कुलदीप के कमरे में टीवी लगाकर दूसरे नंबर के भाई राजदीप सेन, तीसरे नंबर के भाई जगदीप सेन सहित बचपन के दोस्त राघवेंद्र सेन ने पदार्पण मैच के दौरान मैच देखा है। घर में बधाईयां देने वालों का वहीं दूसरी तरफ तांता लगा है। टीवी में देखकर पहली बार कुलदीप सेन को गांव वाले खुशी जता रहे है।

पिता नहीं देख पाया अपने बेटे का डेब्यू मैच

कुलदीप सेन के पिता अपने बेटे का भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाले मैच नहीं देख सके। भारत के लिए खेलना किसी भी पिता के लिए बेटे का सबसे गौरवान्वित पल होता है और गवाह बनने को सबकुछ करने को वह उस पल का तैयार होता है। हालांकि, इस मौके का लुत्फ कुलदीप सेन के पिता नहीं उठा सके। दरअसल, अपने सैलून पर काम करने के लिए घर से निकले थे। जबतक कुलदीप के डेब्यू की खबर जब आई, रामपाल सेन वह एक सैलून चलाते हैं। जो मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सुभाष चौक इलाके में स्थित है।

रविवार को भी सुबह हर रोज की तरह वह चले गए। एक इंटरव्यू में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से इस बारे उन्होंने कहा, दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक ‘मैंने प्रिंट के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नॉन-स्टॉप इंटरव्यू दिए। कुलदीप के प्रदर्शन पर मैं इसलिए टिप्पणी नहीं कर सकता हूं, क्योंकि मैंने मैच नहीं देखा है। उन्होंने कहा-इन दिनों लोग ट्रेंडी हेयरकट पसंद करते हैं, और मैं बूढ़ा हो रहा हूं। मेरी दुकान पर इसलिए ज्यादातर नहीं आते हैं।

न्यूजीलैंड और एशिया कप के लिए चयन हो चुका है

3 माह पहले एशिया कप और हाल ही में न्यूजीलैंड दौरे के लिए रेवांचल एक्सप्रेस नाम से मशहूर कुलदीप का चयन हुआ था। बीसीसीआई ने बाद में टीम को बदल दिया। जिससे कुलदीप को मौका डेब्यू करने का नहीं मिल पाया। भारत VS बांग्लादेश वनडे सीरीज के लिए अब एक बार फिर टीम में शामिल किया गया। अंतिम एकादश में जहां पहली बार शामिल किया था। सभी के भरोसे पर ऐसे में कुलदीप खरे उतरे है।

अब तक प्रदर्शन

– रणजी ट्रॉफी (फर्स्ट क्लास) 17 मैच 52 विकेट
– विजय हजारे (लिस्ट ए) 13 मैच में 25 विकेट
– टी 20 (20 ओवर) 30 मैच 22 विकेट

हाल ही में प्रदर्शन
– विजय हजारे ट्रॉफी 6 मैच 18 विकेट
– वनडे मैच 1 मैच 2 विकेट