छत्तीसगढ़ जा रही बेलदारों व मजदूरो भरी एक बस 28 दिसंबर की देर रात सड़क के किनारे बेकाबू खड्ड में जा पलटी। इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। चीख-पुकार सुनकर मुसाफिरों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
हादसे कि सूचना के दौरान पुलिस ने क्या किया? और ये हादसा कहाँ हुआ?
सूचना मिलते ही पुलिस ने सभी घायलों को बस से निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। यह हादसा सीतापुर जिले के थाना ने उस क्षेत्र के इटौली गांव के पास हुआ है।
क्या वजह रही बस अनियंत्रित हो गई?
ये बताया जा रहा है ज्यादा कोहरे की वजह से बस अनियंत्रित हो गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्राइवेट बस करीब 50 पैसेंजर को लेकर छत्तीसगढ़ जा रही थी। यह सभी तबौर के भिठलाकला गांव के रहने वाले थे, जो मजदूर है। मजदूरी करने के लिए सभी लोग प्राइवेट बस से छत्तीसगढ़ जा रहे थे। बुधवार देर रात बस थाना रेउसा के खुरवलिया के पास पहुंची। इस दौरान कोहरे और धुंध चलते ड्राइवर को सामने से आ रहे एक वाहन नहीं दिखाई दिया।
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ड्राइवर से हादसा कैसे हुआ?
ड्राइवर को सवारी की लाइट चमकी तो उससे बचने के चक्कर में बस बेकाबू होकर पुलिया को पार करती हुए खड्ड में जा गिरी। इस खड्ड में पानी भरा हुआ था। घटना के बाद अवसर पर चीख-पुकार मच गई। चीख-पुकार सुनकर मौके पर गांव के लोग घटना कि जगह पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। अवसर पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों के साथ मिलकर रेस्क्यू अभियान चलाया और खाई में गिरी बस से सभी मजदूरों को बाहर निकाला।