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  • राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला नागदा से गिरफ्तार, बोला- मेरी मनोदशा ठीक नहीं

    राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला नागदा से गिरफ्तार, बोला- मेरी मनोदशा ठीक नहीं

    राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला एक आरोपी को पुलिस ने उज्‍जैन के नागदा से गिरफ्तार किया है। आरोपी को इंदौर पुलिस को हवाले कर दिया गया है। वहीं, इंदौर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी पूर्व ने भी पत्र और फोन के माध्यम से कई लोगों को धमकी दे चुका है। फिलहाल राहुल गांधी को धमकी देने के मामले में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

    क्या धमकी दी राहुल गांधी को ?

    कुछ दिन पहले इंदौर के एक होटल पर एक संदिग्ध लेटर पहुंचा था. इसमें लिखा था कि जैसे ही राहुल अपनी भारत जोड़ो यात्रा के लिए इंदौर आएंगे, उन्हें बम से उड़ा दिया जाएगा. इसी के साथ पूरे इंदौर को बम विस्फोट से दहला देने की धमकी भी दी गई थी लिफाफे पर लेटर भेजने वाले की जगह रतलाम के भाजपा विधायक चेतन कश्यप का नाम लिखा हुआ मिला था. हालांकि बीजेपी विधायक ने एक बयान में कहा कि ऐसी किसी चिट्ठी से उनका कोई लेना-देना नहीं है.

     क्या लिखा चिट्ठी में?

    राहुल गांधी के लिए लिखी गई इस धमकी भरी चिट्ठी में कहा गया है-

    “वाहे गुरु. 1984 में पूरे देश में भयंकर दंगे हुए. सिखों का कत्लेआम किया गया. किसी पार्टी ने इस जुल्म के खिलाफ आवाज नहीं उठाई.”

    इसके बाद यहां कांग्रेस नेता कमलनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द लिखे हैं.

    लेटर में आगे लिखा है-

    “नवंबर के आखिरी महीने में इंदौर में जगह-जगह भयानक बम विस्फोट होंगे. बम विस्फोटों से पूरा इंदौर दहल उठेगा. बहुत जल्द ही राहुल गांधी की इंदौर यात्रा के समय कमलनाथ को भी गोली मार दी जाएगी. राहुल गांधी को भी राजीव गांधी के पास भिजवा दिया जाएगा.”

    दूसरे पेज पर लिखा है-

    “नवंबर 2022 के आखिरी सप्ताह में बम विस्फोटों से पूरा इंदौर दहल उठेगा. राजबाड़ा को खास निशाना बनाया जाएगा.”

    लेटर के आखिर में किसी ज्ञानसिंह का नाम, एक मोबाइल नंबर और आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी है.

    नागदा से पकड़ा गया आरोपी

    पुलिस गिरफ्त में आए दया उर्फ दयाल उर्फ चक्रवती ने 18 नवबंर को गुजरात स्वीट्स की दुकान पर डाक के जरिए एक धमकी भरा पत्र भेजा था। जिसमें में राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी दी थी, साथ ही रतलाम के बीजेपी विधायक के नाम के साथ तीन मोबाइल नंबर भी पत्र में लिखे थे। इंदौर पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। गुरुवार दोपहर 2 बजे नागदा पुलिस को सूचना मिली कि उक्त व्यक्ति नागदा में बाईपास के एक होटल पर खाना खा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को पकड़कर इंदौर पुलिस के हवाले कर दिया।

     कहा का रहने वाला है आरोपी?

    एडिशनल डीसीपी प्रशांत चौबे ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे,आधा दर्जन शहरों में होटल, लॉज रेलवे स्टेशन में पुलिस ने की छापामार कार्रवाई की थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो मूलतः उत्तरप्रदेश रायबरेली का रहने वाला है और कई वर्षों से घर छोड़कर बाहर रहता है। पिछले दिनों आरोपी इंदौर के खालसा कॉलेज में हुए कार्यक्रम में शामिल हुआ था। उस कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए थे। एडिशनल डीसीपी ने बताया कि आरोपी पूर्व में भी पत्र और फोन के माध्यम से कई लोगो को धमकी दे चुका है  

    मीडिया के सामने आरोपी ने कहा- सब कुछ कमिश्‍नर साहब को बताऊंगा

    मीडिया के सवालों पर आरोपी दया उर्फ दयाल उर्फ चक्रवती ने कहा कि मेरी मनोदशा ठीक नहीं है। मैंने खाना नहीं खाया है। जो भी बताऊंगा कमिश्नर साहब को ही बताउंगा। फिलहाल पुलिस अधिकारी पिछले एक घंटो से आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।

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  • CAA लागू नहीं होगा ऐसा सपना देखने वाले कर रहे हैं भूल, इसमें नहीं हो सकता बदलाव’- गृहमंत्री अमित शाह

    CAA लागू नहीं होगा ऐसा सपना देखने वाले कर रहे हैं भूल, इसमें नहीं हो सकता बदलाव’- गृहमंत्री अमित शाह

    चुनावी माहौल के बीच नागरिकता संशोधन विधेयक यानी CAA को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो सकती है. गृहमंत्री अमित शाह ने फिर से इस मामले को हवा देने का काम कर दिया है. एक इंटरव्यू में अमित शाह ने साफ किया है कि जिन लोगों को लग रहा है कि सरकार ने सीएए को ठंडे बस्ते में डाल दिया है, वो गलत हैं. लोग इसे लेकर कंफ्यूजन में न रहें.

    टाइम्स नाउ नवभारत के एक कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए एक वास्तविकता है और इस देश का कानून है. इसे लागू नहीं होने को लेकर सपना देखने वाले भूल कर रहे हैं. गृहमंत्री ने सीएए को लागू करने में हो रही देरी को लेकर कहा कि, हमें इसे लेकर नियम बनाने हैं. कोरोना के चलते ये लागू नहीं पाया था, लेकिन अब कोरोना खत्म हो रहा है. अब इस पर काम होगा. हालांकि ऐसा नहीं है कि अमित शाह ने पहली बार ये कहा हो. इससे पहले भी अपने कई भाषणों में अमित शाह नागरिकता कानून को लागू करने का जिक्र कर चुके हैं।

    प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट पर कया दिया जवाब?

    इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह से प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट को लेकर भी सवाल पूछा गया. जिस पर गृहमंत्री ने कहा कि मामला अभी कोर्ट में इसलिए इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. क्योंकि अयोध्या के फैसले के बाद जो विवाद सामने आए हैं, उसमें इस कानून को लेकर चुनौती सामने आई है. मैं मानता हूं कि हर कानून अदालत की लीगल स्क्रूटनी से पास होने चाहिए. सरकार इस पर अपना जवाब दाखिल करेगी।

    चीन को लेकर अमित शाह क्या ने कहा ?

     चीन को लेकर अमित शाह ने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद काफी पुराना है. आज जो सवाल उठा रहे हैं उनके समय में चीन में एक लाख एकड़ से ज्यादा भूमि चली गई, उन्हें इतिहास पढ़ना चाहिए. जहां तक हमारी सरकार की बात है तो हम कटिबद्ध हैं कि एक इंच जमीन भी विदेशी देश के कब्जे में नहीं जा सकती है।

    इंटरव्यू के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी के मिशन साउथ को लेकर कहा।

    इस इंटरव्यू के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी के मिशन साउथ को लेकर कहा कि इस बार वहां बीजेपी की एंट्री होगी. बीजेपी की तेलंगाना में सरकार बनेगी. मैं जमीनी नब्ज को पहचानता हूं, जानता हूं कि बदलाव होने वाला है।

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  • तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई, भारत को पहले वनडे में सात विकेट से न्यूजीलैंड ने हराया

    तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई, भारत को पहले वनडे में सात विकेट से न्यूजीलैंड ने हराया

    न्यूजीलैंड से भारत को पहले वनडे में हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम को 7 विकेट से न्यूजीलैंड ने रौंद डाला।

    तीन मैचों की वनडे सीरीज मैं न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ जीत के साथ सीरीज का आगाज किया है। न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 7 विकेट से शुक्रवार को ऑक्लैंड के मैदान पर खेले गए पहले वनडे में शिकस्त दी। 307 रन का लक्ष्य भारत ने रखा था, जिसे 47.1 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर कीवी टीम ने आसानी से जीत हासिल कर लिया। कीवी टीम से नाबाद टॉम लाथम ने तूफानी शतकीय पारी खेली।जिसमें उन्होंने 145 रन 104 गेंदों में 19 चौकों और 5 छक्कों के दम पर बनाए। कप्तान केन विलियमसन के साथ लाथम ने चौथे विकेट के लिए 221 रन की अटूट साझेदारी की पारी खेली, जिसमें विलियमसन ने अपनी पारी में 7 चौके और 1 छक्का के मदद से 98 गेंदों में 94 रन बनाए।

    न्यूजीलैंड ने भारत को हराया कर सीरीज में 1-0 की बढ़त

    भारत को सात विकेट से हराकर न्यूजीलैंड ने तीन मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। न्यूजीलैंड के सामने भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 307 रन का लक्ष्य रखा था। जिसमें न्यूजीलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत कुछ खास नहीं रही। कीवी टीम ने पहले विकेट के लिए फिन एलन और डेवोन कॉनवे ने 35 रन जोड़े। वहीं आठवें ओवर में शार्दुल ठाकुर का एलन ने 25 गेंदों में 22 रन बनाकर शिकार बन गए। जिसमें 2 चौके और 1 छक्का उन्होंने अपनी पारी में लगाया। और वही फिर 16वें ओवर में
    कॉनवे ने 42 गेंदों में 3 चौकों के जरिए 24 रन जुटा कर आउट हो गए। उसके बाद डेरिल मिचेल को 20वें ओवर में (16 गेंदों में 11) की पारी का अंत किया। दोनों ही बल्लेबाज को डेब्यूटेंट उमरान मलिक ने पवेलियन चलता किया। जिसके बाद 88 के कुल स्कोर पर न्यूजीलैंड के तीन विकेट गिर गए थे। इसके बाद, खूंटा गाड़कर विलियमसन और लाथम खड़े हो गए और अपनी टीम को जिताकर लौटे।

    न्यूजीलैंड की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। लक्ष्य का पीछा करते हुए , लेकिन कीवी टीम ने इसके जवाब में 47.1 ओवर में आसानी से 309 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर मैच जीत लिया। केन विलियम्सन और टॉम लाथम ने न्यूजीलैंड के लिए शानदार बल्लेबाजी की। अपनी टीम के लिए दोनों ने ही 221 रन की रिकॉर्ड साझेदारी कर के जीत दिलाई और दोनों ने ही अपनी टीम को जिताकर पवेलियन लौटे।

    भारतीय पारी का कैसा रहा हाल

    वहीं,पहले बल्लेबाजी करने उतरी टॉस हारकर भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। जिसमें भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर 80, शिखर धवन 72 और शुभमन गिल 50 के अर्धशतक के चलते, निर्धारित 50 ओवर में 306 रन सात विकेट खोकर बनाए थे। पहले विकेट के लिए कप्तान शिखर धवन और शुभमन गिल ने 124 रन की साझेदारी की। टिम साउदी और लॉकी फर्ग्यूसन ने न्यूजीलैंड के लिए तीन-तीन विकेट लिए थे। भारत के लिए उमरान मलिक ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए। हालांकि, भारतीय गेंदबाज काफी महंगे इस मैच में सभी साबित हुए। वहीं कंजूसी से सुंदर ने जरूर रन दिए, वह कोई विकेट लेकिन नहीं ले पाए।

    पंत-सूर्या आउट एक ही ओवर में

    भारत को दो बड़े झटके 33वें ओवर में फॉर्ग्यूसन ने दिए। दूसरी गेंद पर उन्होंने ऋषभ पंत को अपने जाल में फंसाया। अब भी खराब फॉर्म पंत का जारी है। जिसमें पंत ने 15 रन
    23 गेंदों में जोड़े। इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर सूर्यकुमार यादव को शानदार फॉर्म में चल रहे, फॉर्ग्यूसन ने पवेलियन की राह दिखाई। सूर्यकुमार यादव ने महज 4 रन ही 3 गेंदों में बना सके। जिसके बाद मजह 160 के कुल स्कोर पर भारत के 4 विकेट गिरने के बाद श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन ने अपने टीम के लिए मोर्चा संभाला। 94 रन की दोनों ने पांचवें विकेट के लिए साझेदारी कर 250 के पार भारत को पहुंचाया।

    ताबड़तोड़ अय्यर-सुंदर की साझेदारी

    46वें ओवर में सैमसन ने अपना विकेट खोया दिया। उससे पहले उन्होंने अपने पारी में 4 चौके के मदद से 36 रन 38 गेंदों में बनाने के बाद एडम मिल्ने ने सैम को अपने जाल में फंसाया। सैमसन के जाने के बाद छठे विकेट के लिए अय्यर और वॉशिंगटन सुंदर ने ताबड़तोड़ 46 रन की साझेदारी की।
    अंतिम ओवर की दूसरी गेंद पर साउदी ने अय्यर को आउट किया। अय्यर ने 4 चौकों और 4 छक्कों की बदौलत से 76 गेंदों में 80 रन बनाए। छठी गेंद पर शार्दुल ठाकुर (0) को साउदी ने अपना शिकार बनाया। वहीं, सुंदर नाबाद 16 गेंदों में 32 रन बनाया जिसमें तीन चौके और इतने ही छक्के ठोके।

  • श्रद्धा वॉकर केस के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट फिर हुआ रद्द।

    श्रद्धा वॉकर केस के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट फिर हुआ रद्द।

    आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट रोहिणी की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में हुआ लेकिन आफताब की खराब तबियत यानी बुखार के चलते इसे फिर से रद्द कर दिया गया।।आफताब पूनावाला पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर  की हत्या करने, उसके शरीर के अंगों को 35 टुकड़ों में काटने और शहर में दूर फेंकने का संदेह है।

    अधिकारियों ने कहा कि महरौली हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला के पॉलीग्राफ टेस्ट का दूसरा सत्र गुरुवार को रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में शुरू हुआ।उन्होंने कहा कि बुधवार को परीक्षण नहीं किया जा सका क्योंकि 28 वर्षीय आफताब बुखार और सर्दी से पीड़ित था।

    एफएसएल के एक अधिकारी ने कहा, ‘उसे पुलिस यहां लाई है और पॉलीग्राफ टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है।‘ टेस्ट पूरा होने में हो रही देरी ने पूनावाला का नार्को टेस्ट भी टाल दिया है.पुलिस ने पॉलीग्राफी टेस्ट के कुछ सवालों की एक लिस्ट बनाई हैं जिसकी मदद से ये टेस्ट आरोपी आफताब पर किया जायेगा।

    पॉलीग्राफ टेस्ट क्या है?

    किसी व्यक्ति की हृदय गति/रक्तचाप, श्वसन और त्वचा की चालकता की जांच/मापने के लिए एक व्यक्ति पर पॉलीग्राफ परीक्षण किया जाता है।पॉलीग्राफ टेस्ट का मुख्य उद्देश्य यह साबित करना है कि किसी व्यक्ति ने अपराध किया है या नहीं।हालाँकि, परीक्षण वास्तव में ईमानदारी के लिए पक्के सबूत का दावा नहीं कर सकता हैपॉलीग्राफ परीक्षा के तीन अलग-अलग चरण होते हैं

    प्री-टेस्ट चरण (सूचना संग्रह);

    इन-टेस्ट चरण / पॉलीग्राफ परीक्षा (चार्ट संग्रह);

    पोस्ट-टेस्ट चरण (डेटा विश्लेषण)।

    कई शोधों के अनुसार, यह पाया गया है कि पॉलीग्राफ अत्यधिक गलत होते हैं।

    पॉलीग्राफ टेस्ट कैसे काम करता है?

    एक पॉलीग्राफ टेस्ट शारीरिक प्रतिक्रियाओं पर आधारित होता है जैसे दिल की धड़कन में वृद्धि, सांस लेना, पसीना आना आदि तब ट्रिगर होता है जब कोई व्यक्ति झूठ बोलता है और अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है।

    किसी व्यक्ति का पॉलीग्राफ टेस्ट कैसे किया जाता है?

    कार्डियो-कफ या संवेदनशील इलेक्ट्रोड जैसे उपकरणों से जुड़े होने के बाद एक व्यक्ति पर पॉलीग्राफ परीक्षण किया जाता है और व्यक्ति में परिवर्तनों की जांच के लिए रक्तचाप, नाड़ी की दर, रक्त प्रवाह आदि जैसे चर को मापा जाता है।

    संख्यात्मक मान में दर्ज प्रत्येक प्रतिक्रिया के अनुसार, एक व्यक्ति का परीक्षण समाप्त हो जाता है और एक निष्कर्ष पर आता है कि क्या वह व्यक्ति सच कह रहा है, धोखा दे रहा है, या अनिश्चित है।

    आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर अपने लिव-इन पार्टनर वाकर (27) का गला घोंट दिया और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए, जिसे उसने दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा और फिर आधी रात को शहर भर में फेंक दिया।हत्या मई में हुई थी।

    आफताब पूनावाला को अपने भावनात्मक, मानसिक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कल्याण का पता लगाने के लिए कई परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा। प्रारंभिक जांच में अगर वह ‘परेशान’ पाया जाता हैं तो उसका नार्को टेस्ट नही किया जाएगा।

    आफताब पूनावाला का मंगलवार को एफएसएल, रोहिणी में पॉलीग्राफ टेस्ट के पहले सत्र से गुजरना पड़ा था, जिसे लाई डिटेक्टर टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है।

  • कमल हासन कि बिगड़ी तबीयत के कारण, अस्पताल में होना पड़ा भर्ती ।

    कमल हासन कि बिगड़ी तबीयत के कारण, अस्पताल में होना पड़ा भर्ती ।

    साउथ और हिंदी जगत के जाने-माने एक्टर हासन अस्पताल में भर्ती हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो कमल हासन हैदराबाद से जब वापस लौट रहे थे तो उन्होंने बेचैनी की शिकायत की थी, जिसके बाद एक प्राइवेट अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया. कहा जा रहा है कि अब कमल हासन स्टेबल हैं और उनका इलाज चल रहा है. हॉस्पिटल से अबतक कोई जानकारी उनके हेल्थ पर नहीं मिल पाई है.।

    कमल हासन हुए अस्पताल में भर्ती।

    खबरें हैं कि हासन को बुखार था, जिसका उन्हें ट्रीटमेंट दिया गया. हालांकि, अब वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं. हाल ही में  हासन को लेजेंड्री डायरेक्टर के. विश्वनाथ संग देखा गया था. सोशल मीडिया पर दोनों की कई फोटोज भी वायरल हुई थीं. आजकल हासन रियलिटी शो ‘बिग बॉस तमिल सीजन 6’ को होस्ट करने में व्यस्त चल रहे हैं. पिछले छह महीनों से वह इसके लिए शूट कर रहे हैं. यह रियलिटी शो तमिल टीवी पर हिट साबित हो रहा है.

    एक्टर ने कब की बुखार की शिकायत?

    23 नवंबर को  हासन ने हल्का बुखार होने की शिकायत की थी. वह थोड़ी बेचैनी भी महसूस कर रहे थे. हैदराबाद से लौटने के बाद चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में हासन को भर्ती कराया गया. डॉक्टर्स ने उनका इलाज किया और उन्हें कुछ दिन घर पर ही आराम करने के लिए कहा है. रिपोर्ट्स हैं कि कमल हासन डिस्चार्ज हो गए हैं. हालांकि, उनकी या उनकी टीम की ओर से इसपर अबतक कोई बयान सामने नहीं आया है. ।

    किस वजह से कमल हासन कि तबीयत बिगड़ी?

    वर्कफ्रंट की बात करें तो कमल हासन डायरेक्टर शंकर की फिल्म ‘इंडियन 2’ की भी शूटिंग में बिजी चल रहे हैं. इसके साथ ही वह ‘बिग बॉस तमिल सीजन 6’ की भी शूटिंग कर रहे हैं. ऐसे में एक्टर को थोड़ा स्ट्रेस और थकावट हो गई. जब कमल हासन ‘इंडियन 2’ की शूटिंग कर लेंगे तो वह डायरेक्टर मणिरत्नम के साथ काम शुरू करेंगे. फिल्म का नाम है ‘केएच 234’. इसके अलावा कमल हासन के पास डायरेक्टर पा रंजीथ की भी एक फिल्म है, जिसपर अबतक कोई अपडेट नहीं आया है. फिल्म का टाइटल तक रिवील नहीं किया गया है.

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  • चमत्कार हुआ दो दिन बाद मलबे से जिंदा निकला छह साल का बच्चा, माता-पिता की मौत।

    चमत्कार हुआ दो दिन बाद मलबे से जिंदा निकला छह साल का बच्चा, माता-पिता की मौत।

    आइए जानते हैं चमत्कार विस्तार से।

    इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा प्रांत के सियांजुर में बीते सोमवार को आए 5.6 तीव्रता के भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक इस तबाही में अब तक 271 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रीय आपदा एजेंसी ने बताया कि भूकंप के बाद 151 लोग लापता हैं, जबकि 1083 घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    अधिकारियों ने बताया कि 300 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। लेकिन इन सबके बीच एक अच्छी खबर भी आई है कि बुधवार देर शाम मलबे से छह साल के बच्चे को जिंदा निकाल लिया गया। फिलहाल बच्चा अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज किया जा रहा है। बच्चा लगभग तीन दिनों तक मलबे में जिंदा रहा। बच्चे को जिंदा देखकर लोगों को हैरानी हुई आखिर बिना खाए-पिए तीन दिन तक कैसे जिंदा रहा।

    ये सच है कि यह एक चमत्कार ही है।

    हां ये सच ‌ही है‌‌ ये एक चमत्कार ही है  बच्चा लगभग तीन दिनों तक मलबे में जिंदा रहा। बच्चे को जिंदा देखकर लोगों को हैरानी हुई आखिर बिना खाए-पिए तीन दिन तक कैसे जिंदा रहा।

    बच्चे के परिवार में माता, पिता और दादी की मृत्यू हो गई।

    इंडोनेशिया की नेशनल एजेंसी फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट (बीएनपीबी) ने कहा कि बचावकर्ताओं ने सियानजुर रीजेंसी के कुगेनांग उप जिले के नागरक गांव में अज्का मौलाना मलिक नाम के बच्चे को बचाया गया। फुटेज में वह पल दिखाया गया जब एक बचाव दल ने उसे ढूंढ निकाला। एजेंसी ने कहा कि लड़का अपनी दादी के शव के बगल में मिला था। स्थानीय मीडिया ने बताया कि अज्का का अब सियांजुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। एजेंसी ने कहा कि बचावकर्मियों ने पहले उसके माता-पिता के शव निकाले थे।

     किस कस्बे में सबसे ज्यादा तबाही?

    सबसे ज्यादा तबाही हुई है सियांजुर कस्बे में, जहां भूकंप के दौरान तीन मिनट तक इमारतें हिलती रहीं। सबसे ज्यादा मौतें भी यहीं हुई हैं। हालांकि, मौतों की सरकारी आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। सियांजुर सबसे ज्यादा प्रभावित इसलिए हुआ, क्योंकि वहां आबादी काफी घनी है। यहां भूस्खलन आम बात है। घर ज्यादा मजबूती से नहीं बने हैं।

    ‌इस भूकंप में कितने घर हुए बर्बाद?

    इस भूकंप में 56,320 घर हुए बर्बाद हुए हैं,जिनमें से एक तिहाई से अधिक बुरी तरह से बर्बाद हुए हैं। अन्य बर्बाद इमारतों में 31 स्कूल, 124 पूजा स्थल और तीन स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं। सुहरयांतो ने कहा कि एजेंसी ने विस्थापित लोगों के लिए सुविधाओं के साथ 14 शरणार्थी आश्रय स्थल बनाए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ितों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने अस्थायी तंबुओं को छोड़कर इन मुख्य आश्रय स्थलों में चले जाएं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सुहरयांतो के अनुसार, बीएनपीबी ने खोज और बचाव कार्यों के लिए 6,000 से अधिक बचावकर्मियों को तैनात किया है।

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  • चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर संवैधानिक आंबेडकर ने क्या कहा था कैसा साबित होगा अनुच्छेद 324 ?

    चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर संवैधानिक आंबेडकर ने क्या कहा था कैसा साबित होगा अनुच्छेद 324 ?

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान को अंगीकार हुए 72 साल हो गए लेकिन चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए कोई कानून नहीं है जबकि संविधान में इसका उल्लेख है। सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा, मुख्य चुनाव आयुक्त व चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के बारे में संविधान सभा चाहती थी कि संसद कानून बनाए। जो भी पार्टी सत्ता में आती है वह हमेशा सत्ता में बने रहना चाहती है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। हम लोकतांत्रिक राजनीति में हैं। लोकतंत्र में चुनाव के जरिये समयबद्ध रूप से सरकारों को बदलने की जरूरत होती है। इसलिए पवित्रता और पारदर्शिता इससे विस्तारपूर्वक जुड़ी हुई है और यह संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है।

    पीठ के अध्यक्ष जस्टिस केएम जोसफ ने कहा, यदि यह संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है तो कोर्ट के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वह इसका विश्लेषण करे।  उन्होंने कहा, संविधान सभा में बहस के दौरान डॉ. बीआर आंबेडकर ने कहा था कि अनुच्छेद 324 भावी पीढ़ियों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द साबित होगा। उन्होंने स्थिति को पहले देख लिया था और दुर्भाग्य से हम इस कोर्ट में वही देख रहे हैं। सरकारें ईसी और सीईसी को इतना संक्षिप्त कार्यकाल देती हैं नो इसकी बोली लगा रहे हों। हमें इस या उस राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है।

    अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने क्या कहा?

    यह रिसाव लोगों के मौलिक अधिकार तक पहुंच रहा है। इस पर अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा, यदि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति और लोगों के मौलिक अधिकार के बीच संबंध स्पष्ट रूप से दिखाया जाता है तब कोर्ट निश्चित रूप से दखल दे सकती है लेकिन यदि यह संबंध स्पष्ट नहीं है और इतना गंभीर नहीं है तो कोर्ट के दखल की आवश्यकता नहीं है।

    केंद्र सरकार ने सीईसी और ईसी की नियुक्ति के लिए कोर्ट में कड़ा विरोध क्यों करा?

    17 नवंबर को केंद्र सरकार ने सीईसी और ईसी की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम जैसी किसी भी व्यवस्था का कोर्ट में कड़ा विरोध किया था क्योंकि सरकार ने कहा था कि ऐसा कोई भी प्रयास संविधान संशोधन करने जैसा होगा।

    अनुच्छेद 19 की तरह अन्य मौलिक अधिकारों का होगा कत्ल?

    पीठ ने अटॉर्नी जनरल के इस तर्क को माना कि यहां कोई खालीपन नहीं है और कहा कि कोर्ट ने वोट के अधिकार को मौलिक अधिकार नहीं माना है लेकिन यह अनुच्छेद 19 के तहत अन्य मौलिक अधिकारों से जुड़ा हुआ है।

    ईसी-सीईसी को मिली बड़ी जिम्मेदारी शेषन जैसे अधिकारियों की जरूरत ।

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा, संविधान ने मुख्य चुनाव आयुक्त व दो चुनाव आयुक्तों के कमजोर कंधों पर बड़ी शक्ति दी है और वह दिवंगत टीएन शेषन जैसे व्यक्तित्व का मुख्य चुनाव आयुक्त चाहता है।

    टेंडर्स) की जांच किस तरीके से की गई है प्रक्रिया में कयो नहीं  नहीं करेंगी दस्तंदाज़ी, अदालतें?

    सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक मामले पर सुनवाई करते हुए कहा, यदि  (टेंडर्स) की जांच सही तरीके से की गई है तो आमतौर पर अदालतें टेंडर्स प्रक्रिया में दस्तंदाज़ी नहीं करेंगी। यह टिप्पणी करते हुए शीर्ष अदालत ने रियल एस्टेट और निर्माण फर्म शापूरजी पलोंजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की अंतरिम याचिका खारिज कर दी।

    जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस जे बी पारदीवाला की पीठ ने निगम की दलीलों पर ध्यान देते हुए क्या कहा?

    जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस जे बी पारदीवाला की पीठ ने निगम की दलीलों पर ध्यान दिया कि सीवेज संयंत्र स्थापित करने के लिए दिए गए टेंडर में कोई कमी नहीं है और कंपनी के लगाए गए दुर्भावनापूर्ण के आरोप में सच्चाई नहीं थी। पीठ ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि बोलियों की जांच प्रामाणिक तरीके से की गई थी। रियल एस्टेट कंपनी ने मुंबई में अपशिष्ट जल उपचार सुविधाओं की स्थापना के लिए दूसरे फर्म को टेंडर देने के खिलाफ याचिका दायर की थी। कंपनी ने आरोप लगाया था कि नगर निकाय ने जिस फर्म को टेंडर दिया, वह कई मामलों में अयोग्य थी।

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  • उत्तराखंड सरकार का 33 करोड़ का वेब पोर्टल थाईलैंड की कंपनी ने किया था तैयार नाम दिया सफेद हाथी।

    आइए जानते हैं विस्तार से।

    उत्तराखंड सरकार का करीब 33.50 करोड़ की लागत से बना वेब पोर्टल ‘डिसीजन सपोर्ट सिस्टम’ (डीएसएस) दो साल से सफेद हाथी साबित हो रहा है। आपदा की स्थिति में यह वेब पोर्टल बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। दो साल पहले तैयार हो चुका यह पोर्टल अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते अभी तक शुरू ही नहीं हो पाया है।

    इस पोर्टल के संचालन के लिए अभी तक अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग ही नहीं हो पाई है। वर्ष 2019 में आपदा  प्रबंधन विभाग  ने विश्व बैंक की सहायता से यह वेब पोर्टल विकसित किया था। इस वेब पोर्टल पर हर वह जानकारी मौजूद है जो आपदा प्रबंधन के समय तुरंत कार्रवाई के लिए काम आ सकती है। इसका इस्तेमाल केवल आपदा प्रबंधन विभाग, जिला प्रशासन और लाइन विभागों से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी ही कर सकते हैं। यह तभी संभव है, जब इसे चलाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग दी गई हो।

    क्या है एआईटी ?

    (एआईटी) एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी । यही है थाईलैंड की कंपनी जिसने  वेब पोर्टल को तैयार किया था।

    उत्तराखंड सरकार को वेब पोर्टल कौनसे साल में हैंडओवर की थी और कंपनी ने किसकी ट्रेनिंग नहीं दी ?

    वर्ष 2019 में वेब पोर्टल उत्तराखंड सरकार को हैंडओवर करने के बाद कंपनी ने इसके संचालन की ट्रेनिंग 2019 से नहीं दी।

    2022 में किन मुश्किलों के बाद ट्रेनिंग शुरू हुई ?

    कई बार के पत्राचार के बाद अब जाकर मार्च 2022 में ट्रेनिंग शुरू हो पाई। प्रदेश में 15 लाइन विभागों के सैकड़ों अधिकारियों व कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जानी है और इस काम में केवल सात ट्रेनरों को लगाया गया है। एक-एक ट्रेनर को दो-दो जिले बांटे गए हैं। अभी भी यह कहना मुश्किल है ट्रेनिंग का ही काम कब तक पूरा हो पाएगा।

     क्या प्रोसेस है वेब पोर्टल का? और ये कैसे काम करता है?

    वेब पोर्टल कुछ इस तरह से काम करता है यह पोर्टल आपदा की स्थिति में निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने के साथ ही एक जगह पर बैठकर उसके प्रबंधन की सुविधा प्रदान करता है। इसमें स्कूल, कॉलेज, थाने, चौकियां, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अस्पताल, एंबुलेंस, हेलीपैड, पब्लिक ट्रांसपोर्ट हर उस चीज की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध रहती है जो आपदा प्रबंधन में काम आ सकती है। किसी भी जिले में बैठा अधिकारी अपने लैपटॉप की सहायता से एक जगह पर बैठकर पूरे प्रबंधन को कंट्रोल कर सकता है।

    किस वजह से पिछड़ता गया वेब पोर्टल का काम?

    वेब पोर्टल तैयार होने के बाद ट्रेनिंग के लिए कुछ लोगों को रखा गया था। इसके बाद कोविड शुरू हो गया। तब पहली प्राथमिकता कोविड से निपटना था। तब से यह काम लगातार पिछड़ता चला गया लेकिन अब ट्रेनिंग शुरू हो गई है। बहुत जल्दी वेब पोर्टल को शुरू कर दिया जाएगा।

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  • मसाज देने के मामले में नया मोड़, मालिश करने वाला निकला रेप का आरोपित अफसर बोले- वो फीजियोथेरेपिस्ट नहीं

    मसाज देने के मामले में नया मोड़, मालिश करने वाला निकला रेप का आरोपित अफसर बोले- वो फीजियोथेरेपिस्ट नहीं

    दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन, दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहे। जैन की मसाज करने वाला कैदी रिंकू है। वह एक रेप केस में आरोपी है। वह फिजियोथेरेपिस्ट नहीं है।उस पर POCSO अधिनियम की धारा 6 और IPC की धारा 376,506 और 509 का आरोप है। जेल से मसाज के वीडियो सामने आरहा है, वहीं आप (AAP) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भाजपा ने सवाल उठाया था। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि जैन की तबीयत खराब है

    केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद किया गया था। वहीं अब मसाज देने के मामले में नया खुलासा हुआ है। सत्येंद्र जैन को मसाज देने वाला पर भाजपा ने दावा किया है कि वह एक मसाज और चंपी देने वाला शख्स असल में रेपिस्ट था।

    भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ट्वीट कर आप पर हमला

    वहीं, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने यह खबर सामने आने के बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि अच्छा तो ये फीजियोथेरेपिस्ट नहीं बल्कि रेपिस्ट था। शॉकिंग। ट्वीट किया। सत्येंद्र जैन को मसाज देने वाला रेपिस्ट था। इस पर केजरीवाल को जरूर जवाब देना चाहिए कि आप ने इसका बचाव क्यों किया,उन्होंने सत्येंद्र जैन का बचाव और क्यों की फीजियोथेरेपिस्ट की बेइज्जती। उन्होंने तिहाड़ को थाईलैंड में सही मायने में बदल दिया है। भ्रष्टाचार चिकित्सा का बचाव करना बंद करें, और सत्येंद्र जैन को अब बर्खास्त करो।

    शहजाद पूनावाला ने सत्येंद्र जैन का तीन दिन पहले ही कुछ वीडियो शेयर किए थे, जिनमें वे ममसाज करवाते दिखाई दे रहे थे।

    आप पर हमला कांग्रेस का

    वहीं, मामले में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा कहते हैं कि सिसोदिया ने दावा किया है कि सत्येंद्र जैन बीमार हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि ये पूरी पार्टी ही बीमार है। ये खुलासा हुआ है कि जेल के मसाज का वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें मसाज करने वाला कैदी जिस पर अपनी बेटी का रेप करने का भी आरोपी है. पार्टी ही एकदम सड़ी हुई है. आज हम पूछना चाहते हैं कि कहा हैं अन्ना हज़ारे, जिसने पूरी दुनिया को स्वच्छ राजनीति करने वाले लोगों का असली चहरा देख रही है।

    वहीं, उसके बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी ट्वीट पर लिखते हुए आदमी पार्टी पर हमला बोला है। जिसमें ये कहा है कि बच्चियों के बलात्कारियों से जेल में बंद अपने नेताओं की मालिश करवाओगे, फिर बड़ी बेशर्मी से उनके बचाव में तुम उतर आओगे। डूब मरो केजरीवाल,अलका लांबा ने लिखते हुए कहा है।

    ईडी ने 30 मई को जैन को किया था गिरफ्तार

    आपको बता दें कि सत्येंद्र जैन पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसके बाद 30 मई को सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। इससे पहले, 2002 के तहत अप्रैल महीने में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम में प्रवर्तन निदेशालय के अधिनियम, मैं जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क की थीं। जिसमें इंडो मेटल इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, अकिंचन डेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य कंपनियों की संपत्तियां शामिल थीं।

    जैन पर कई आरोप हैं कि उन्होंने दिल्ली में कई शेल कंपनियों को लॉन्च किया या खरीदा था। और उन्होंने 16.39 करोड़ रुपये के काले धन को कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटरों की 54 शेल कंपनियों के माध्यम से भी सफेद किया था। उसके अलावा जैन के पास इंडो और अकिंचन नाम की कंपनियों में बड़ी संख्या में शेयर थे।

    2015 में केजरीवाल सरकार में मंत्री बनने के बाद जैन के सभी शेयर रिपोर्ट्स के अनुसार, अपनी पत्नी के नाम कर दिए गए थे। जिसके बाद जब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामला सामने आने पर गिरफ्तारी करने के बाद कागजात दिखाकर जैन से सवाल पूछे तो उन्होंने कहा की कोरोना के कारण याददाश्त चले जाने का दावा कर दिया था।

    पूरा विवाद किस बात पर

    अब जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन का कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हो गया था. सत्येंद्र जैन वायरल हुए CCTV वीडियो में अपनी सेल में मसाज कराते दिखाई दे रहे थे. वे आराम से एक बिस्तर पर लेटे हुए हैं, और एक शख्स उनके हाथों और पैरों में मसाज दे रहा है. वे कोई दस्तावेज देख रहे हैं वीडियो में साफ दिख रहा था

    उसके बाद बीजेपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल तक का इस्तीफा मांगा है क्योंकि वीडियो के वायरल होने के बाद इसे बड़ा मुद्दा बीजेपी ने बनाया है। मसाज करने वाला आरोपी दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, 2021 में गिरफ्तार हुआ था. उसका ट्रायल चल रहा है.आरोपी पर उसी की नाबालिग बेटी ने रेप का आरोप लगाया था. आरोपी रिंकू जेल में है. वह मजदूरी करता था.

    ये मामला कोर्ट तक पहुंचा

    आम आदमी पार्टी का कहना है कि इन आरोपों पर सिर्फ इतना कहना है कि अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की साजिश हो रही है.क्योंकि बीजेपी के पास दिखाने के लिए कोई काम नहीं है, और कुछ नहीं है, एमसीडी चुनाव के दौरान इसलिए इस प्रकार के वीडियो शेयर किए जा रहे हैं. कोर्ट में भी अभी के लिए ये मामला पहुंच चुका है.सत्येंद्र जैन के वकील सवाल कर रहे हैं कि आखिर कार सीसीटीवी फुटेज लीक कैसे और क्यूँ हो गया? वहीं ईडी ने साफ कहना है कि उनकी जांच होगी और बिना कोई भेदभाई के की जाती है.

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  • Elon Musk: एलोन मस्क ने ट्विटर ब्लू वेरिफिकेशन बैज को फिर से लॉन्च किया।

    Elon Musk: एलोन मस्क ने ट्विटर ब्लू वेरिफिकेशन बैज को फिर से लॉन्च किया।

    एलोन मस्क – ट्विटर ने अपनी हाल ही में घोषित $8 ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा को रोक दिया था, क्योंकि नकली खाते तेजी से बढ़ रहे थे और कहा था कि ट्विटर की ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा 29 नवंबर को फिर से शुरू की जाएगी।

     

    एलोन मस्क ने सोमवार को कहा कि –

    ट्विटर ‘अपनी ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा को फिर से शुरू करने से रोक रहा है, प्लेटफॉर्म पर सेवा को वापस लाने के लिए उनकी प्रारंभिक अस्थायी समयरेखा को रोक दिया गया हैं।

     

    एलोन मस्क ने एक ट्वीट में कहा था, जब तक प्रतिरूपण रोकने का उच्च विश्वास नहीं हो जाता, तब तक ब्लू वेरिफाइड को फिर से लॉन्च करना बंद होगा।

     

    “शायद व्यक्तियों की तुलना में संगठनों के लिए अलग-अलग रंग की जांच का उपयोग करेंगे,” ऐसा एलोन मस्क ने बताया। जिसका साफ मतलब हैं कि अलग अलग रंग अलग अलग हस्तियों के लिए। ट्विटर ने अपनी हाल ही में घोषित $8 ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा को रोक दिया था, क्योंकि नकली खाते तेजी से बढ़ रहे थे और कहा था कि ट्विटर की ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा 29 नवंबर को फिर से शुरू की जाएगी।

     

    प्रतिष्ठित नीला चेक मार्क पहले राजनेताओं, प्रसिद्ध हस्तियों, पत्रकारों और अन्य सार्वजनिक हस्तियों के सत्यापित खातों के लिए आरक्षित था। लेकिन भुगतान करने के लिए तैयार किसी भी व्यक्ति के लिए खुला सब्सक्रिप्शन विकल्प ट्विटर को राजस्व बढ़ाने में मदद करने के लिए इस सप्ताह के शुरू में शुरू किया गया था क्योंकि मस्क विज्ञापनदाताओं को बनाए रखने के लिए लड़ता है।

     

    ट्विटर ने अपनी हाल ही में घोषित $8 ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा को नकली खातों के रूप में रोक दिया था। मस्क द्वारा 44 बिलियन डॉलर के सौदे में सोशल मीडिया कंपनी को संभालने के एक हफ्ते बाद यह बदलाव आया है। ट्विटर ने शुक्रवार को अपनी हाल ही में घोषित $8 ब्लू चेक सब्सक्रिप्शन सेवा को नकली खातों के रूप में रोक दिया था। 44 अरब डॉलर के सौदे में मस्क द्वारा सोशल मीडिया कंपनी को संभालने के एक हफ्ते बाद यह बदलाव आया है।

     

    एलोन मस्क अब निलंबित खातों को बहाल करने के बारे में सोच विचार किया जाएगा।इस लिस्ट में डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी शामिल हैं।  इस तरह के हजारों खातों को निलंबित कर दिया गया था, जिसमें कॉमेडियन कैथी ग्रिफिन भी शामिल थे, जिनके मंच पर दो मिलियन अनुयायी थे।

     

    मस्क ने हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निलंबित खाते को बहाल करने के लिए एक सर्वेक्षण किया था। मोटे तौर पर 15 मिलियन लोगों ने ट्विटर पर मतदान किया, जिसने इस कदम का समर्थन करने वालों के लिए एक संकीर्ण जीत देखी। अब देखना होगा कि इस पूरी प्रक्रिया में कितना समय और जायेगा।