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  • National Games: 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने

    National Games: 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने

    National Games: गुजरात चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात मै दो दिन के दौरे पर हैं। वहीं 36वें राष्ट्रीय खेलों प्रधानमंत्री खिलाड़ियों को एक बरी सौगत दिया 2015 के बाद ठीक सात साल बाद हो रहे है अहमदाबाद में 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया, जिसमें पूरे देश की खिलाड़ी नेशनल गेम्स में 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, देश भर के लगभग 15,000 हजार खिलाड़ियों ने इस नेशनल गेम्स के  प्रतियोगिता मैं भाग (संबोधित ) करेंगे। वहीं उद्घाटन समारोह में नीरज चोपड़ा और पीवी सिंधु भी एथलीट स्टार मौजूद रहे, जोकि 2022 के नेशनल गेम्स मै दोनों ही खिलाड़ी पार्ट नहीं थे।

     

    पीएम मोदी ने 36वें राष्ट्रीय खेलों में शामिल खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र कुमार ने कहा कि मैं अपने देश की खिलाड़ी को बहुत सम्मानित करता हु, देश की सभी खिलाड़ियों को नेशनल गेम्स में शामिल होने के लिए आप सखेलोंभी को शुभकामनाए हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत की। जिसमें उन्होंने ने कहा कि गुजरात के लोगों का मै धन्यवाद करता हूं कि आप का जितना भी सरहना करू उतना कम है, आप लोगों ने इतना कम समय में इतना बड़ा भव्य समारोह के व्यवस्था की आयोजन कर ली। यह कोशिश दर्शाती है, कि गुजरात के लोगों कितनी सामर्थ्य है।

     

    प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं गुजराती होने के नाते से आप सभी से एडवांस में अगर आपको कहीं कोई कमी महसूस हुई हो तो मैं क्षमा मांग लेता हूं। इससे पहले यहां जो नेशनल स्पोर्ट्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था, जोकि देश और दुनिया मैं हर जगह खूब चर्चा हुई थी । और प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उनकी टीम की सरहना करते हुए, मैं प्रशंसा करता हूं।

     

    गुजरात मै अब तक का सबसे बड़ा नेशनल गेम्स

    भारत मैं अब तक का सबसे बड़ा नेशनल गेम्स गुजरात में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कार्यक्रम किया जा रहा है। नेशनल गेम्स का आयोजित कार्यक्रम 29 सितंबर से 12 अक्टूबर 2022 तक किया जाएगा। इसमें 36 खेलों में अधिकारी और कोच और पूरे देश भर के लगभग 15,000 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिससे यह अब तक का देश भर मैं सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल बन जाएगा। ख़बरों के अनुसार चंदा सिंह ने बताया कि अभी देश भर मैं 36 वें राष्ट्रीय खेलों ने कब्जा कर लिया है।

     

    हम इसे 7 साल बाद कर रहे हैं। हम इसे ऐसे शहर में कर रहे हैं जहां नवरात्रि धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे मैं नवरात्रि के दौरान इसका आयोजन संपूर्ण उत्साह खिलाड़ियों को डबल राइट की तरह होगा, क्योंकि 29 सितंबर को उद्घाटन समारोह संपूर्ण हो गई है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में 36 वें राष्ट्रीय खेलों का एक भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित 29 सितंबर को किया गया।

     

    गुजरात के 6 शहरों में होगा आयोजन

    सात साल बाद एक बार फिर से 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया। देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, गुजरात के 6 शहरों मैं 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया है, जिसमें अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर के छह शहरों में आयोजित किए जाएंगे। इससे पहले 2015 मैं अंतिम बार राष्ट्रीय खेल केरल में आयोजित हुए थे।

  • भारत बनाम पाकिस्तान टेस्ट सीरीज करवाने को तैयार इंग्लैंड

    भारत बनाम पाकिस्तान टेस्ट सीरीज करवाने को तैयार इंग्लैंड

    भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश के क्रिकेट के फैंस के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ईसीबी ने मेजबान के रूप में इंग्लैंड में भारत बना पाकिस्तान टेस्ट श्रृंखला की मेजबानी करने की पेशकश की है. आखिर कार 15 साल के बाद दिनों देश की बीच टेस्ट देखने को मिल सकता है , इससे पहले दोनों देशों की 2007 मैं आखिरी बार भारतीय जमीं पर टेस्ट सीरीज खेलते हुऐ देखा गया था।

    15 साल बाद दोनों के बीच हो सकता है टेस्ट सीरीज

    खास बात यह है कि लगभग 15 साल बाद दोनों देशों के बीच आखिरी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेला गया था, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड पाकिस्तान-भारत के बीच टेस्ट सीरीज की मेजबान बनने की पेशकश की है. ईसीबी के उपाध्यक्ष मार्टिन डार्लो ने पीसीबी के साथ इसे लेकर बातचीत की है. ईसीबी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत-पाक की मेजबानी करना चाहता है.

    वहीं भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज की बात करें तो 2007-08 के बाद से कोई भी टेस्ट सीरीज दोनों टीमों के बीच नहीं खेली गई है. जिसमें आखिरी मुकाबला तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। इस टेस्ट सीरीज में भारत को 1-0 से जीत मिली थी। इसकी वजह हैं, दोनों देशों के बीच की राजनीतिक तनाव।

    क्या प्रस्ताव स्वीकार किया जाएगा

    बीसीसीआइ क्या स्वीकार करेगी प्रस्ताव , लेकिन बीसीसीआइ ने तो साफ मन्ना कर दिया कि भविष्य में ऐसी कोई संभावना नहीं है। पीटीआइ से बात करते हुए बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि पहली बात तो यह है कि भारत-पाक टेस्ट सीरीज को लेकर ईसीबी ने पीसीबी से बात की है जो कि थोड़ा अजीब है।

    लेकिन दोनों ही देशों की फेन बेताबी से इंतजार करते है मैच देखने के लिए चाहे वो टेस्ट हो, या वनडे हो या टी20 हो और चाहे कोई भी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट हो दोनों देशों की लोकप्रियता इतनी है कि स्टेडियम मैं जगह नहीं होती है, बीते कुछ सालों से दोनों देशों की आपस में नहीं बन रहीं है, जिसके वजह से दोनों देशों के बीच कोई भी सीरीज नहीं खेला जा रहा है, वहीं सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट ही खेलते हुए दिखाई देते है । अब दोनों ही टीम टी20 वर्ल्ड कप मैं आमने-सामने खेलते हुए नज़र आएगी।बीसीसीआइ ने साफ कहा कि किसी भी तरह से पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज का फैसला सरकार करेगी, बीसीसीआइ ने कहा अभी यथास्थिति बरकरार है।

    दोनों देशों के बीच है लोकप्रियता

    दोनों देशों के बीच खराब राजनायिक रिश्‍तों का असर खेल पर पड़ा है. जिसके वजह से भारत और पाकिस्तान आपस मैं कोई भी सीरीज नहीं खेलती है , दोनों ही देशों की टीम सिर्फ अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट ही खेलती है, जैसे टी20 विश्‍व कप, 50 ओवरों का वर्ल्‍ड कप और हाल ही मैं एशिया कप में दोनों देश आमने-सामने आते हैं. यह सभी टूर्नामेंट वनडे या टी20 फॉर्मेट में खेले जाते हैं. यही वजह है कि फैन्‍स दोनों पड़ोसी देशों के बीच टेस्‍ट मैच से लगभग 15 सालो से वंचित हैं.

    आखिर बार 2012-13 में भारतीय सरजमीं पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय (वनडे) सीरीज हुई थी. तब पाकिस्तान ने तीन वनडे और दो टी20 सीरीज के लिए भारत का दौरा किया था. पाकिस्तान टीम ने वनडे सीरीज में 2-1 से यह सीरीज अपने नाम किया था, वहीं टी20 सीरीज मैं 1-1 से दोनो ही टीम मै बराबर रहा. इसके बाद आजतक कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलीं है।

    2010 में भी इंग्लैंड कर चुका है मेजबानी

    पाकिस्तान- ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड पहले भी दोनों टीम के मुकाबलों की मेजबानी कर चुका है. लॉर्ड्स और हेडिंग्ले में साल 2010 मैं पाकिस्तान vs ऑस्ट्रेलिया के बीच दो टेस्ट मैच खेले थे. ईसीबी को बहुत घाटा का सामना करना पड़ा, क्योंकि टिकटों की बिक्री निराशाजनक रही, जिस वजह से इंडियन और पाकिस्तान का लोकप्रियता को देखे हुए , भारत-पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज होती है तो टिकट बेचना आसान होगा, खासकर अगर मैच लंदन और बर्मिंघम में आयोजित किए जाते ।

    यॉर्कशायर काउंटी ने उस दौरान पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी के लिए बांग्लादेश के खिलाफ इंग्लैंड टेस्ट मैच को होस्ट नहीं करने का फैसला किया था ।

    महामुकाबला होगा 23 अक्टूबर को

    एक बार फिर एशिया कप के बाद महामुकाबला 23 अक्टूबर को आईसीसी 2022 टी20 विश्व कप मैं आमने-सामने होगे , भारत और पाकिस्तान के बीच मैच देखने को मिलेगा। आखरी बार इससे पहले 2021 टी20 विश्व कप में जब दोनों टीमें आपस मैं भिड़ी थी, जिसमें पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से शिकस्त दी थी। रोहित शर्मा के कप्तानी मैं 2022 टी20 की अगुवाई करेगी।

  • महसा अमीनी की मौत ने ईरान में भड़काया प्रदर्शन

    महसा अमीनी की मौत ने ईरान में भड़काया प्रदर्शन

    महसा अमीनी की मौत ने जो ईरान की जनता के बीच आग लगाई हैं वो अभी थमने का नाम नही ले रही हैं। अब तक 85 से दंगाइयों की मौत हो चुकी हैं और असंख्य लोगो को जेल के भीतर पहुंचाया जा चुका हैं।

    ईरान 22 वर्षीय महिला की मौत से भड़के हिंसक विरोधों से जूझ रहा है, जो अपनी ‘नैतिकता पुलिस’ द्वारा गिरफ्तारी के बाद कोमा में चली गई थी। पुलिस इकाई – महिलाओं के लिए ईरान के सख्त ड्रेस कोड को लागू करने के लिए जिम्मेदार, विशेष रूप से सार्वजनिक रूप से हेडस्कार्फ़ पहनना – हाल के महीनों में बल के अत्यधिक उपयोग को लेकर पहले से ही बढ़ती आलोचना का सामना करना पड़ा था।

    अब 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत ने 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से, ड्रेस कोड के उल्लंघन के संदेह में महिलाओं के खिलाफ ‘नैतिक पुलिस’ की कार्रवाई पर लगाम लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी हैं।

    कैसे हुई महसा अमीनी की मौत?

    22 साल की महसा अमीनी ईरान की रहने वाली थी।13 सितंबर को महसा अमीनी अपने पूरे परिवार के साथ तेहरान से वापिस लौट रही थी। उसी समय ईरान की नैतिकता पुलिस ने महसा को कब्जे में ले लिया। नैतिकता पुलिस ईरान की पुलिस से थोड़ी अलग हैं। उनका काम सिर्फ ये देखना हैं कि ईरानी औरतों ने हिजाब ढंग से पहना हैं या नहीं अगर इसका उल्लंघन किया जाता हैं तो औरतों को पुलिस के द्वारा कब्जे में लेकर उन्हे फिर से सिख दी जाती हैं ताकि दोबारा ऐसी गलतियां ना दोहराई जाए।

    महसा अमीनी ने हिजाब तो पहना था लेकिन उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि हिजाब पूरी तरह से सिर के बालों को नही ढक रहा था। बस इसी के चलते अमीनी को थाने ले जाया गया। थाने ले जाने के कुछ देर बाद ही अमीनी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां 16 सितंबर को अमीनी की मौत हो गई।

    अमीनी की मौत को बताया गया हार्ट अटैक

    ईरान की पुलिस ने मामले को छिपाने के लिए अमीनी की मौत को हार्ट अटैक बताया लेकिन बाद में इस मामले से जुड़े कई तथ्य सामने आए। सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें आई जिसमे साफ हुआ की अमीनी के सर पर चोट लगी थी जिसमे उनके दिमाग की हड्डी टूटी और इसी वजह से अमीनी कोमा में गई जिसके 2 दिन बाद अमीनी की मौत हो गई। ईरान के डॉक्टर ने भी अमीनी के हॉस्पिटल की तस्वीरें सांझा करते हुए कहा कि ये हार्ट अटैक नही हो सकता क्योंकि अमीनी के शरीर पर काफी चोट के निशान हैं जिससे साफ पता चलता हैं कि थाने ले जाकर अमीनी को मारा गया हैं।

    जोरो शोरों से चल रहा हैं प्रदर्शन

    इस घटना के बाद ईरानी औरते सड़को पर उतर आई हैं जिनकी मांग हैं की इस हिजाब कानून को जल्द से जल्द वापिस लिया जाए। औरते अपने बाल काट रही हैं और हिजाब जला कर सरकार के इस कानून का विरोध कर रही हैं। सरकार प्रदर्शनकारियो को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैम अब तक 85 लोग इस हिंसा में अपनी जान खो चुके और कई लोगो को जेल में भेजा जा चुका हैं। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दे दिए हैं।

    अब देखना होगा कि क्या महसा अमीनी को न्याय मिल पाएगा और सरकार के द्वारा हिजाब कानून में कोई बदलाव होगा या फिर इस हिजाब कानून के चलते ईरानी औरतों के साथ बर्बरता यूंही जारी रहेगी।

    Read – https://newsdiggy.com/ind-vs-aus-series-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%88%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%9c/

     

  • Ind Vs Aus:- तीन मैचों की सीरीज में 2-1 भारत ने हराया

    Ind Vs Aus:- तीन मैचों की सीरीज में 2-1 भारत ने हराया

    रविवार को 25 सितंबर, भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीन मैचों की सीरीज में 2-1 हराकर ट्रॉफी अपने नाम की. आखिरी और अंतिम मैच मैं भारत के समाने 187 रन का लक्ष्य रखा था । जिसमें भारत ने 1 गेंद शेष रहते हुए और 6 विकेट से जीत अपने नाम कर लीया भारत के लिए विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव ने शानदार अर्धशतकीय परियां खेलीं।

     

    भारत ने जीता सीरीज

    भारत ने रविवार को अंतिम मैच हैदराबाद राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में भारत में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया । भारत ने टॉस जीत कर पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को बल्लेबाजी करने का नोता दिया, वही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर मैं 186 रन, 7 विकेट पर बनाई, आस्ट्रेलिया की ओर से टीम डेविड ने 27 गेंद मैं 54 रन, कैमरून ग्रीन ने 21 गेंद पर 52 रन और डेनियल सैम्स 20 गेंद पर 28 रन बनाए।

     

    वही भारत की ओर से गेंदबाजी करते हुए अक्षर पटेल ने अपने 4 ओवर मैं 33/3 रन पर विकेट लिया और हर्षल पटेल और युजवेंद्र चहल ने 1-1 विकेट अपने नाम किया। वहीं हार्दिक पंडित ने अंतिम ओवर के 2nd लास्ट गेंद पर चौका मार के भारत को जीत दिलाई। लेकिन वहीं जीत के बाद सूर्यकुमार यादव को मेन ऑफ द मैच और अक्षर पटेल को सिरीज़ मैं बेहतरीन खिलाड़ी से नवाजा गया।

     

    कोहली और यादव की शातकीय परियां खेलीं

    विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव दोनों ने 3 तीसरी विकेट के लिए 100 रन से भी जादा की साझेदारी परियां खेलीं। भारत की ओर से इस मैच में सूर्यकुमार यादव ने 36 गेंद में 69 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 5 छक्के शामिल रहे. वहीं, विराट कोहली ने भी 48 गेंद में 63 रनों की पारी खेली, उन्होंने 3 चौके और 4 छक्के जमाए. अंत में हार्दिक पंड्या ने 16 गेंद में 25 रनों की पारी खेल मैच को फिनिश किया. जिसमें 2 चौके और 1 छक्के शामिल रहे । अंतिम और आखिरी मैच में भारत को जीत के लिए 187 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम इंडिया ने 6 विकेट से जीत हासिल कर लिया।

     

    भारत ने 2-1 से कब्जा की सीरीज अपने नाम

    भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैच की टी-20 सीरीज़ खेला गया है, जिसमें इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हरा दिया है. 3 t20 मैच का सीरीज मैं पहला मैच 20 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया से मोहाली में भारत को 4 विकेट से हार मिली थी, फिर नागपुर में 8-8 ओवर के मैच में टीम इंडिया ने जीत हासिल की जिसमें कप्तान रोहित शर्मा ने 20 गेंदों में 46 रनों की शानदार पारी खेली।

     

    जिसके वजह से इंडियन ने 7.2 ओवर में ही 6 विकेट से य़ह मुकाबला अपने आप किया, और अब हैदराबाद में टीम इंडिया ने जीत हासिल कर सीरीज जीत ली है। जिसमें भारत को जीत के लिए 187 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया।

     

    दक्षिण अफ्रीका पहुचा भारत

    भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सितम्बर से अक्टूबर के महीने में कुल 3 टी20 और 3 वनडे मैच खेले जायेंगे, जिनकी शुरुआत 28 सितम्बर को पहले टी20 मैच से होगी और इसकी समाप्ति 11 अक्टूबर 2022 को तीसरे वनडे मैच से होगी। पहला मुकाबला 28 को ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम, तिरुवनंतपुरम मैं खेला जाएगा, और 2 अक्टूबर, 2022 शनिवार को दूसरा टी20 मैच बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी, 4 अक्टूबर, 2022 सोमवार को तीसरा और अंतिम टी20 मैच होल्कर क्रिकेट स्टेडियम, इंदौर खेला जाएगा।

     

    मिशन T20 वर्ल्ड कप मेलबोर्न

    इसी साल अक्टूबर में होने जा रही T20 वर्ल्ड कप मैं टीम इंडिया अभ्यास मैच के तौर पर पहले ऑस्ट्रेलिया और अब साउथ अफ्रीका से t20 सीरीज खेला जाएगा, T20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को हरा कर मजबूत स्थिति में दिख रही है अभी साउथ अफ्रीका के साथ तीन मैच का श्रृंखला भारत अपने घरेलू मैदान पर खोलेगी।

     

    ऑस्ट्रेलिया मैं टी20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा, जहां उछाल जैसी पिचों का सामना करना पड़ेगा, इसबात को ध्यान मैं रखते हुए भारतीय टीम की स्टेडियम के पिचों को मेलबोर्न की जैसी उछाल वाली पिचों को तेज तैयार किया जाए, इसलिए उछाल और तेेज गेंदबाजी की समस्याओं का सामना करने के लिए भारतीय टीम के बल्लेबाजी को तैयार की जा रही है।

  • नोएडा सेक्टर 21 में दीवार गिरने से चार निर्माण श्रमिकों की मौत

    नोएडा सेक्टर 21 में दीवार गिरने से चार निर्माण श्रमिकों की मौत

    पुलिस ने कहा कि एक हाउसिंग सोसाइटी की चारदीवारी का एक हिस्सा मंगलवार सुबह यहां दीवार गिरने, जिसमें चार निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए।

    क्या हैं पूरी घटना?

    सेक्टर 21 के जल वायु विहार में सुबह करीब 10 बजे नाले की खुदाई करते वक्त सोसायटी की दीवार गिरने से मजदूरों के दबने की खबर आई। जिस वक्त घटना हुई उस वक्त 13 मजदूर मौके पर काम कर रहे थे जिनके दबने की सूचना मिली।मौके पर ही पुलिस और प्रशासन को खबर मिली जिसके बाद मलबे को हटाकर 13 लोगो को बाहर निकाला गया। घायलों को पास के कैलाश और डिस्ट्रिक्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमे से 4 की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार मरने वालों में एक 15 साल का किशोर भी शामिल हैं तो सवाल ये भी उठता हैं कि ठेकेदार बाल मजदूरी भी करवा रहा था।

    पूरे मामले पर क्या हैं अधिकारियों का कहना?

    अधिकारियों ने कहा कि एक नाले से सटी दीवार के ढहे हुए हिस्से के मलबे को हटाने के लिए कई जेसीबी तैनात किए गए थे, पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने तत्काल बचाव और राहत उपायों के लिए कार्रवाई की। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नोएडा) आशुतोष द्विवेदी ने पीटीआई को बताया, “मलबे से कुल 13 मजदूरों को निकाला गया। इस घटना में चार की मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हो गए।

    मुख्यमंत्री योगी ने भी जताया शोक

    लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया।

    उनके कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्धनगर में दीवार गिरने की घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने और राहत कार्य को तेजी से करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।

    पुलिस कमिश्नर और नोएडा अथॉरिटी सीईओ महेश्वरी ने लिया घटनास्थल का जायजा

    मौके पर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर लव कुमार और नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी पहुंचीं।अधिकारियों ने बताया कि राहत कार्यों की निगरानी के लिए इसके प्रमुख अरुण कुमार सिंह सहित अग्निशमन सेवा के अधिकारी भी मौजूद थे।माहेश्वरी ने कहा कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त नाले की मरम्मत का काम किया जा रहा था. उन्होंने कहा, “जल वायु विहार समाज एक पुराने निर्माण वाला समाज है। चारदीवारी भी समाज ने ही बनाई थी और कमजोर दिख रही थी।“

    उन्होंने बताया कि सोसायटी के अनुरोध पर नोएडा प्राधिकरण के ठेकेदार द्वारा टेंडर के माध्यम से सोसायटी के बाहर नाले का काम कराया जा रहा था। माहेश्वरी ने कहा, “नाले की मरम्मत का काम कर रहे मजदूर दीवार के नीचे आ गए, जो अचानक गिर गया।

    स्थानीय लोगो का क्या हैं कहना?

    स्थानीय लोगों का कहना हैं की उन्होंने  ठेकेदार को आगाह किया था कि बाउंड्री वॉल कमजोर है। बावजूद इसके ठेकेदार ने काम को चालू रखवाया और सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम भी नही किए। पुलिस, जिला प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण द्वारा संयुक्त जांच की जाएगी और अगर किसी की ओर से लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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  • यूरोप के जैसे सड़को वाली दिल्ली सरकार के वादे आखिर कब होंगे पूरे?

    यूरोप के जैसे सड़को वाली दिल्ली सरकार के वादे आखिर कब होंगे पूरे?

    दिल्ली सरकार के अलग अलग वादों में एक वादा ये भी शामिल हैं कि राजधानी को सड़को अगले कुछ समय में यूरोप की सड़को जैसा बना दिया जाएगा। खैर इस वादे पर कितना अमल किया जा रहा हैं पता  नही लेकिन अभी सड़को की हालत बड़ी खराब हैं।

    दिल्ली की सड़को का क्या हैं हाल?

    दिल्ली की सड़को पर यात्रा करना समय पिछले कुछ वर्षों में देखीवासियों ने अधिक दयनीय महसूस किया है। शोध रिपोर्टें भी सामने आई हैं जो बताती हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में खराब सड़कों की वजह से यातायात की स्थिति सुस्त हो गई है। खराब सड़को की वजह से यातयात व्यवस्था बिगड़ जाती हैं जिसके वजह से बहुत सारी दिक्कतें सामने आती हैं।

    रिपोर्टों के अनुसार, शहर में यातायात सड़कों के लिए डिज़ाइन की गई गति से आधी गति से चलता है। दिल्ली में प्रमुख मुख्य सड़कों को 50-70 किमी प्रति घंटे की ड्राइविंग गति प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यातायात पुलिस द्वारा तय की गई विनियमित गति 40-55 किमी प्रति घंटा हैं।

    केजरीवाल सरकार के सड़को के लिए वादे

    पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने देखी वासियों को यूरोप जैसे सड़को के सपने दिखाते हुए बड़े बड़े वादे किए थे।उन्होंने  यह भी कहा था कि दिल्लीवासियों को खराब सड़क नेटवर्क के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने में सक्षम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग जल्द ही एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करेगा लेकिन इन सभी वादों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया ने अधिकारियों को बताया कि यदि किसी सड़क के निर्माण या मरम्मत में कोई खामी पाई जाती है तो संबंधित अभियंता को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।उन्होंने निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई थी, जिसमें बेहतर सड़कें भी शामिल होंगी।

    सड़को की स्ट्रेचेस का नवीनीकरण हैं जारी

    राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों को सुशोभित करने के लिए, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार, 14 अगस्त 2022 को सड़क निगरानी की। दिल्ली सरकार नवीनीकरण परियोजना के तहत दिल्ली में सड़कों की उपस्थिति को आधुनिक तकनीक से आधुनिक बना रही है। यूरोपीय मानकों के आधार पर पांच सौ चालीस (540) किलोमीटर सड़कों का सौंदर्यीकरण और पुन: डिजाइन किया जा रहा है। दिल्ली सरकार लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 1280 किलोमीटर सड़कें अपने दायरे में लेती है। सीएम केजरीवाल ने निरीक्षण करते हुए कहा कि अब तक चिराग दिल्ली शेख सराय से बस रैपिड ट्रांजिट (बीआरटी) सड़क पर नवीनीकरण का काम पूरा हो चुका है।

    वीआईपी सड़को की जैसे कब हो पाएगी दिल्ली की सारी सड़के?

    दिल्ली की वीआईपी इलाकों पर अगर नजर घुमाई जाए तो वह की सड़को पर चमक मारती हैं लेकिन भी अगर आप लक्ष्मी नगर से आगे मदर डेयरी के पास से गुजरती पड़पड़गंज की तरफ जाने वाली सड़क से अगर गुजारे तो आपको सड़को की हालत साफ बता देगी की था कितने काम की जरूरत हैं।

    दिल्ली में ऐसे बहुत सारे इलाके हैं जहां की सको को संवारने की जरूरत हैं जिसके वाहक से भविष्य में होने वाले दुर्घटना को टाला जा सके। सड़के ही एक देश का ढांचा होती हैं और देश की राजधानी दिल्ली का ढांचा अभी बहुत सारी मरम्मत मांग था हैं। अब तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा की यह ढांचा किस दिन मजबूत होगा।

  • भारतीय क्रिकेट : रविंद्रचंद्र अश्विन ने मनाया अपना 36 वां जन्म दिन

    भारतीय क्रिकेट : रविंद्रचंद्र अश्विन ने मनाया अपना 36 वां जन्म दिन

    भारतीय क्रिकेट रविंद्रचंद्र अश्विन शनिवार (17 सितंबर) को अपना 36 वां जन्म दिन मनाया, उनका जन्म तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 1986 हुआ था।

    रविंद्रचंद्र अश्विन ने अपने करियर मैं कई रिकार्ड बनाया और कोई महत्वपूर्ण मैच को अपने आलराउंडर के दाम पर जिताने में अहम भूमिका निभाई है। रविंद्रचंद्र अश्विन अपने अंतरराष्ट्रीय केरियर मैं अबतक कुल 255 मैचों मैं 659 विकेट ले चुका है और उनके नाम 3,799 रन भी दर्ज है। अपना आखिरी मैच एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ हाल ही में खेलते हुए दिखा दिया थे अश्विन कई बार अपने टीम के लिए अक्सर संकट मोचन बन कर टीम को जीत दिलाई है

    रविंद्रचंद्र अश्विन ने कब की थी अंतरराष्ट्रीय केरियर का शुरूआत

    रविंद्रचंद्र अश्विन एक भारतीय क्रिकेटर है जिसे आज कोई पहचान की कोई मोहताज नहीं है, साल 2010 मैं अपना करियर वनडे से शुरुआत की, और टेस्ट मैं 2011 मै और टी 20 मैं 2010 मैं अपना तीनों फॉर्मेट करियर का शुरुआत की और आज तक पीछे मूर कर नहीं देखा, जो अपना करियर एक भारतीय ऑफ स्पिनर गेंदबाजी से शुरू किया था । आज दुनिया का नंबर 1 टेस्ट आलराउंडर है ।
    रविचंद्रन अश्विन भी अनिल कुंबले की तरह अभियांत्रिकी की पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट में कैरियर बनाने को प्राथमिकता दी । ऑफ स्पिनर अश्विन ने अपने करियर मैं कई रिकार्ड बनाया। अश्विन को पहले क्रिकेट से नहीं बल्कि फुटबाल से प्यार था।

    जन्म: 17 सितंबर 1986 (चेन्नई)
    पत्नी: पृथ्वी नारायण( विवाह 2011)
    लंबाई :1.88 मीटर
    बल्लेबाजी: राइट हैंड
    मौजूदा आईपीएल टीम : राजस्थान रॉयल (ऑलराउंडर)
    बच्चे : आध्या: Ashwin और अखिरा Ashwin
    माता- पिता : चित्रा, Ravichandran

    रविंद्रचंद्र अश्विन अंतरराष्ट्रीय केरियर का रिकॉर्ड

    रविंद्रचंद्र अश्विन ने अपने अंतरराष्ट्रीय केरियर मैं कई रिकार्ड अपने नाम किया है अश्विन ने अब तक कुल 255 मैचों में 659 विकेट और 3799 रन अपने आप दर्ज किया है आपने करियर मैं सबसे तेज टेस्ट मैं 250 और 300 विकेट लेने वाला गेंदबाज बना यह कारनामा मात्र अश्विन ने केवल 45 टेस्ट में 250 और 54 टेस्ट मैचों में 300 ले लिए थे।
    अश्विन ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने 48 टेस्ट में 250 और 56 टेस्ट मैचों में 300 विकेट लिए थे।

    अश्विन के तीनों क्रिकेट के फॉर्मेट करियर के आंकड़े

    अश्विन ने तीनों फॉर्मेट मैं कुल 255 मैच खेले है जिसमें
    अश्विन ने 113 वनडे (151 विकेट, 707 रन, एक अर्धशतक) मैच खेले हैं। वे वनडे विश्व कप 2011 में की विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य भी थे।
    अश्विन ने 56 टी-20 अंतरराष्ट्रीय (66 विकेट, 161 रन) मैच भी खेले हैं।
    भारत की ओर से अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 86 टेस्ट (442 विकेट, 2,931 रन, पांच शतक, 12 अर्धशतक, पांच विकेट 30 बार, 10 विकेट सात बार) खेले है।

    आईपीएल का केरियर

    आईपीएल मैं अश्विन ने अब तक कुल 184 मैच मैं 647 रन मैं 13.5 का Avg और 117.6 का SR से खेला है वहीं गेंदबाजी मैं अब तक 157 कुल विकेट अपने नाम किया है 6.97 की इकनॉमिक और 28.9 Avg से आईपीएल मै अश्विन ने गेंदबाजी की है। अश्विन ने अपना आईपीएल केरियर 2009 मै चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलना शुरूआत किया उसके बाद अश्विन को किंग्स इलेवन पंजाब ने 2018 आईपीएल नीलामी में cr 7.6 करोड़ में खरीदा था। लेकिन कुछ खास अपना योगदान नहीं देने के वजह से किंग्स इलेवन पंजाब ने भी निकल दया फिर वो दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले लेकिन वहां भी कुछ खाश फिर नहीं कर पाए। वहीं फिर 2022 आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने अश्विन को 5 करोड़ में खरीदा |

    अश्विन टी-20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल

    टी 20 एशिया कप के अधिकतर मुकाबलों में बेंच पर बैठने वाले अश्विन टी-20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल किए गए हैं। 16 अक्टूबर से शुरू हो रहे टूर्नामेंट में भारत 15 प्लेयर्स के साथ जा रहा है।अश्विन ने भारत के लिए 56 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। अश्विन ने जून 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ पहला मैच खेला था। अश्विन 2012, 2014, 2016 और 2021 टी-20 वर्ल्ड कप में भी खेल चुके हैं।

  • Gujrat Election 2022: गुजरात में किसकी सरकार बनेगी

    Gujrat Election 2022: गुजरात में किसकी सरकार बनेगी

    गुजरात चुनाव 2022

    गुजरात विधानसभा चुनाव में पहली बार होगी राजनीतिक सियासतो मैं बहुत बड़ी जंग। तीन बड़ी पार्टी आपस में एक दूसरे के साथ करेगे सियासी जंग।
    विधानसभा के 182 सीट पर होगी। गुजरात चुनाव सितंबर 2022 के आखिरी मैं होने का अनुमान लगाया जा रहा है।देखना दिलचस्प ये होगा की इसबार तीन बारी पार्टीया एक – दूसरे से आपस मैं भिड़ंत करते हुऐ नजर आये गे किसकी बनेगी सरकार ।कोन बनेगा 2022 मैं गुजरात का अगला सीएम ।

    गुजरात मैं भाजपा का 27 साल से बोलबाला है।

    बीजेपी का 1995 से ही बोलबाला चल रहा है उससे पहले 1990 मैं भाजपा और जनता दल ने मिल कर सरकार बनाई लेकिन दोनों ही पार्टी मैं राम मंदिर के ले कर आपस में नहीं बन पाई तो दोनों ही पार्टी अलग होगी ।

    उसके बाद भाजपा ने 1995 मैं 182 सीटों मैं 121 सीट लाकर केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री बनाया। फिर 2001 मैं मोदी का युग आया जिसने राज्य के 22वें मुख्यमंत्री बने और मोदी ने लगातार 13 सालों तक इस पद पर बने रहे. वहीं 2014 मैं मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तो वहीं गुजरात मैं पहली बार आनंदीबेन पटेल पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं.2017 पिछले गुजरात चुनाव में भी भाजपा ने 182 सीटों मैं 99 सीट लाकर सरकार बनाई । अभी वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल है।

    बीजेपी सुस्त नजर आती देखा जारहा है।

    क्या इस बार भी मोदी जी और अमित शाह का टर्मकाढ़ का फिर जादू चलेगा कि नहीं क्योंकि गुजरात चुनाव बहुत ही नजदीक आरहा है तो प्रधानमंत्री मोदी जी ने गुजरात मैं रैली को संबोधित कर रहे है और अमित शाह भी भाजपा को जिताने के लिए अपना टर्मकढ़ का इस्तेमाल करते दिख रहीं है। तो कई बरे-बरे वादे करते नजर आरहे है लेकिन इस बार जनता को बीजेपी मैं कोई भी दिलचस्पी दिखाई देता नहीं नजर आरहा है।

    लेकिन पीएम मोदी ने अपने रैली मैं भाषण देते हुए विपक्ष को घेरते हुए कहा कि अब गुजरात मैं बटेंगी मुफ्त रेवड़ी। और गुजरात के बीजेपी नेताओं को पीएम मोदी ने सलाह दी है कि वो सीनियर नेता और जूनियर नेता मिल कर काॅम्बिनेशन मैं मिल कर कैंपेनिंग करो और मोदी ने कहा कि जेसे विपक्ष गलत आरोप लगाया कि विकास, शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार पर दुष्प्रचार का भी जवाब दिय

    केजरीवाल का मिशन गुजरात

    आम आदमी पार्टी के नेता सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में अपनी सरकार बनाने के लिए कहा कि अगर आप मुझे वोट देते हैं है तो मैं गुजरात को दिल्ली से भी बेहतर बनाकर दिखाऊंगा अरविंद केजरीवाल ने कहां की आप दिल्ली आकर देखो कैसे मैंने शिक्षा पानी और बिजली और स्वास्थ्य पर काम किया है आप ईमानदार नेता को लेकर आए।जो आपके लिए और आपके हित के लिए काम करेगा।

    केजरीवाल ने कहा कि अगर मेरी सरकार बनती है तो मैं गुजरात को को सारी सुविधा उपलब्ध करूंगा। गुजरात में केजरीवाल का नारा है तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हारे बच्चों का भविष्य में। तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें बिजली फ्री मिलेंगी।मुझे वोट दो मैं आपकी इलाज मुक्त कर आऊंगा। यह मेरा आपसे वादा है जैसे मैं ना दिल्ली और पंजाब में सरकार बनते काम सुरु हो गया है।

    केजरीवाल के 5 बड़े वादे

    अरविंद केजरीवाल ने कहा अगर मेरी सरकार बनती है तो मैं सबसे पहले यह 5 काम करूंगा यह मेरा आपसे मेरा वादा है कि सरकार बनते ही 1 साल के अंदर ही पूरा करूगा।

    1- मैं आप से वादा करता हुँ ,कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो भ्रष्टाचार मुक्त और भयमुक्त शासन देंगे।
    2- सरकारी दफ्तर में पैसे के बिना काम नहीं होता है।
    3- गुजरात में जितने भी नेताओं के या मंत्रियों के काले धंधे चल रहे हैं। सारे काले धंधे बंद किए जाएंगे।
    4- पेपर लीक का सिलसिला बंद करेंगे।
    5- जितने भी घोटाले इस सरकार के कार्यकाल में हुए हैं, उनकी जांच कराई जाएगी और जेल भेजा जाएगा।

    गुजरात चुनाव 2022 कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुजरात मिशन पर

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी अभी भारत जोरों यात्रा पर है लेकिन इससे पहले राहुल गांधी ने 5 सितंबर को गुजरात चुनाव के लिए दोरा की थी जिसमें राहुल गांधी ने आनेवाली गुजरात चुनाव के लिए रैली संबंधित की और इससे पहले भी 2017 मैं कांग्रेस ने 77 सीट लाकर विपक्ष की सबसे बड़ी पाटी बनी थी अब देखना है कि क्या राहुल गांधी का जादू इस बार भी चलेगी की नहीं राहुल गांधी ने अपनी रैली मैं भाषण देते हुए कहा कि अगर मेरी सरकार बनती है तो, राज्य में किसानो का 3 लाख रुपये का कर्ज माफ करेगे,

    एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,000 रुपये के बजाय 500 रुपये होगा।किसानों को मुफ्त बिजली और आम आदमी को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा करता हूँ।
    10 लाख युवाओं को नई नौकरियों का मिलेगा।

    अंग्रेजी माध्यम के 3,000 स्कूलों का निर्माण और लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देगी कांग्रेस सरकार।
    कोरोना महामारी के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देगी.
    राहुल गांधी ने किया वादा की पार्टी सत्ता मैं आते ही ये सारा वादा पूरा किया जाएगा।और

    राहुल गांधी ने बीजेपी पर किया हमला

    बीजेपी पर हमला बोलते हुऐ कहा कि गुजरात मैं मुंद्रा बंदरगाह से ड्रग ले जाया जाता है, गुजरात नशे का केंद्र बन गया है. और सरकार कुछ नहीं करती है और पूरे देश मै महंगाई आसमान तक पहुंच गई है। 27 सालो से गुजरात के जनता को पूरी तरह सिर्फ बेवक़ूफ़ बना रहीं बीजेपी सरकार ने गुजरात के जनता के लिए कुछ नहीं क्या है. सिर्फ देश भर मे महंगाई बढ़ी है और यह कि जनता जनार्दन को कोई भी लाभ नहीं मिला है राहुल गांधी ने कहा कि अगर किसीको पूरे हिन्दुस्तान मैं बिजनैस समझना हो तो आई गुजरात।

  • Asia Cup 2022: श्रीलंकाई शेरों ने खिताब पर किया कब्जा

    Asia Cup 2022: श्रीलंकाई शेरों ने खिताब पर किया कब्जा

    एशिया कप 2022

    एशिया कप 2022 का फाइनल मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम दुबई में 11 सितंबर को पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया दोनों ही टीम फाइनल के मुकाबले में एक दूसरे को अच्छी टक्कर दी लेकिन श्रीलंका ने 25 रन से यह मुकाबला जीत कर एशिया कप 2022 का खिताब अपने नाम किया श्रीलंका ने शानदार प्रदर्शन कर के एशिया 2022 का चैंपियनशिप बना

    दोनों टीम के मुकाबले के हीरो यह है

    पाकिस्तान टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया गेंदबाजी करते वक्त यह फैसला पाकिस्तान के पक्ष में मैच चल रहा था श्रीलंका को 170/6 विकेट गिरा कर मैच स्कोर अपने पक्ष में पकड़ बना ली वहीं पाकिस्तान की ओर से अच्छी गेंदबाजी देखने को मिला वहीं पाकिस्तानी गेंदबाज की ओर से हरीश रउफ ने 4 ओवर मैं 29 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किया और वही नसीम शाह,

    इफ्तिखार अहमद और शादाब खान एक-एक विकेट अपने नाम किया वहीं पाकिस्तान टीम की ओर से अच्छी गेंदबाजी करने की वजह से श्रीलंका ने फाइनल में 20 ओवर में मात्र 170 रन ही बना पाई वहीं श्रीलंका की ओर से भानुका राजपक्षा ने 45 गेंद पर नाबाद 71 रन की पारी खेली और वही वानिंदु हसरंगा ने 21 गेंदों पर 36 रन और डीसिल्वा ने 21 गेंदों पर 28 की मदद से श्रीलंका ने कुल 20 वर्ड में 170 रन बनाकर पाकिस्तान को 131 रनों का टारगेट दिया

    इन वजहों से हारी पाकिस्तान की टीम

    पाकिस्तान टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और यह निर्णय सही साबित भी हुआ पाकिस्तानी टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए 20 ओवर में श्रीलंका को 6 विकेट लेकर 170 रन पर ही रोक दीया और वहीं पाकिस्तान की ओर से सलामी बल्लेबाजी करने उतरे मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम के बीच 22 रनों की छोटी पार्टनरशिप पर ही पहला विकेट बाबर आजम का गिरा और उसके बाद ही फक्कड़ जमाल भी अपना खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए अब पारी को आगे बढ़ाने के लिए मोहम्मद रिजवान और

    इफ्तिखार अहमद के साथ पारी को आगे बढ़ाया वही 93 रन पर पाकिस्तान ने अपनी तीसरी विकेट भी इफ्तिखार के रूप में खो दी इफ्तिखार ने 31 गेंद में 32 रन और मोहम्मद रिजवान 49 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली और पूरी पाकिस्तान टीम 147 रन पर ढेर हो गई

    घरबरा कर 45 रन पर 7 विकेट गवादी

    45 रन पर 7 विकेट खोकर ढेर हो गई पाकिस्तान की टीम
    मोहम्मद रिजवान और इफ्तिखार अहमद के अलावा कोई भी पाकिस्तानी टीम के बल्लेबाज कुछ खास बल्लेबाजी नहीं कर पाई जिसकी वजह से पाकिस्तान ने एशिया कप 2022 का फाइनल मुकाबला 25 रनों से यह मुकाबला हार का सामना करना पड़ा और पूरी टीम में मात्र तीन ही बल्लेबाज ऐसे थे जो दहाई अंकों का आंकड़ा छुपाई और सात बल्लेबाज ऐसे भी थे जिसने 10 रन से कम का स्कोर बना सके इसी वजह से पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा

    23 रनों से जीत हासिल की श्रीलंकाई शेरों ने

    एशिया कप 2022 का फाइनल मुकाबला श्रीलंका ने 23 रनों से मुकाबला जीतकर एशिया कप में छठी बार एशियन चैंपियन बना वही एशिया की ओर से अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की वजह से यह मुकाबला अपने नाम कर खिताब हासिल किया पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका टीम ने 170 बनाकर पाकिस्तान के 171 रनों का टारगेट दिया जो कि पाकिस्तान की ओर से पूरी टीम 147 रन पर ही सिमट गई श्रीलंका की ओर से पहले बल्लेबाजी करते हुए भानुका राजपक्षा ने 45 गेंद पर नाबाद 71 रन की पारी खेली और हंस रंगा ने 21 गेंदों पर 36 रन

    डिसेल्वा ने भी 21 गेंदों पर 28 रन बनाकर अपनी टीम को एक महत्वपूर्ण स्कोर खारा कर पाई और वहीं श्रीलंकाई टीम ने गेंदबाज़ी में अच्छी प्रदूषण के कारण पाकिस्तान को 23 रनों से हराकर फाइनल जीत ली और वहीं श्रीलंका की गेंदबाजी की ओर से प्रमोद मधुसन 4 ओवर में 34 रन देकर चार विकेट लिया और हसरंगा ने 4 ओवर मैं 27 रन देकर तीन विकेट लिए और चामीका करुणारत्ने मैच 4 ओवर में 33 रन देकर दो विकेट लिया

    एशिया कप फाइनल मुकाबला के यह बने हीरो

    श्रीलंका टीम के ऑलराउंडर वानिंदु हसरंग ने अपने बल्लेबाजी और गेंदबाजी के दम पर टीम को जीत दिलाई हसरंग ने बल्लेबाजी करते हुए 28 गेंदों पर 36 रन और गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 27 रन देकर तीन विकेट अपने नाम हासिल किया और टीम को जिताने में अहम भूमिका निभाई और पूरा टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की वजह से प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट से भी नवाजा गया और फाइनल के मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच भानुका राजपक्षा को नवाजा गया जिसने 45 गेंद पर नाबाद 71 रन की पारी खेली थी

    एशिया कप के छठी बार की खिताब अपने नाम

    एशिया कप 2022 का फाइनल जीतकर श्रीलंका टीम ने अपने नाम छठी बार एशिया खिताब अपने नाम किया।
    8 साल के बाद जीता एशिया कप का फाइनल आखरी फाइनल मुकाबला 2014 में एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था इससे पहले 1986,1997,2004 और 2008 मैं भी एशियन चैंपियन बन चुका है

    Read – https://newsdiggy.com/queen-elizabeth-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%8f%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%a5/

  • महारानी एलिजाबेथ 96 साल की उम्र में निधन हो गया

    महारानी एलिजाबेथ 96 साल की उम्र में निधन हो गया

    महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन

    महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली सम्राट, जिसका व्यापक रूप से लोकप्रिय सात-दशक का शासन अपने देश के बाद के साम्राज्यवादी समाज में विवर्तनिक बदलावों से बच गया और उसके वंशजों के रोमांटिक विकल्पों, गलत कदमों और गड़बड़ी से उत्पन्न लगातार चुनौतियों का सामना किया, का गुरुवार को बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया। स्कॉटलैंड में, उसकी ग्रीष्मकालीन वापसी। वह 96 वर्ष की थीं।

    शाही परिवार ने उसकी मृत्यु की ऑनलाइन घोषणा करते हुए कहा कि वह शांति से मर गई। घोषणा ने एक कारण निर्दिष्ट नहीं किया।

    महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु ने उनके सबसे बड़े बेटे, चार्ल्स को राजा चार्ल्स III के रूप में सिंहासन पर बैठाया। एक बयान में उन्होंने कहा:

    “मेरी प्यारी माँ, महामहिम महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु, मेरे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों के लिए सबसे बड़े दुख का क्षण है। “हम एक पोषित संप्रभु और एक बहुत प्यारी माँ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं। मुझे पता है कि उनका नुकसान पूरे देश में, लोकों और राष्ट्रमंडल में और दुनिया भर के अनगिनत लोगों द्वारा गहराई से महसूस किया जाएगा। ”

    इससे पहले गुरुवार को, बकिंघम पैलेस ने कहा कि रानी को चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया था और उनके डॉक्टर उनके स्वास्थ्य के बारे में “चिंतित” थे। वह ज़्यादातर गर्मियों में बाल्मोरल में रही थी। बुधवार की शाम को, डॉक्टरों द्वारा उसे आराम करने की सलाह देने के बाद, उसने अपनी प्रिवी काउंसिल के सदस्यों के साथ एक आभासी बैठक अचानक रद्द कर दी।

    प्रधान मंत्री से मिलीं

    एक दिन पहले,महारानी एलिजाबेथ आने वाले कंजर्वेटिव प्रधान मंत्री, लिज़ ट्रस से मिलीं – 15 वीं प्रधान मंत्री रानी ने अपने शासनकाल के दौरान निपटाया – हालांकि ऐसा करने में, दुर्बलता के कारण, उन्होंने बालमोरल में उन्हें प्राप्त करने के बजाय लंबे समय से परंपरा को तोड़ दिया। बकिंघम महल। संप्रभु के रूप में एलिजाबेथ के लंबे वर्ष भारी उथल-पुथल का समय था, जिसमें उसने शाही परिवार को बदलते मूल्यों की दुनिया में स्थायित्व के दुर्लभ गढ़ के रूप में प्रोजेक्ट और संरक्षित करने की मांग की।

    सिंहासन पर बैठने के एक साल बाद, 2 जून, 1953 को अपने राज्याभिषेक के समय, उन्होंने ऐसे भौगोलिक पहुंच के साम्राज्य से उभरने वाले एक क्षेत्र का सर्वेक्षण किया, जिसमें कहा गया था कि सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। लेकिन नई सदी तक, जैसे-जैसे उसने अपने बढ़ते हुए वर्षों को बढ़ती हुई कमजोरियों के साथ नेविगेट किया, सीमाएँ सिकुड़ती गईं। जैसा कि ब्रिटेन ने 2020 में यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए तैयार किया, स्कॉटलैंड में स्वतंत्रता के लिए एक कोलाहल फिर से शुरू हो गया, संभावित रूप से उसके क्षितिज को और भी संकीर्ण करने की धमकी दी।

    उनका राज्याभिषेक टेलीविजन पर लगभग पूर्ण रूप से प्रसारित होने वाला अपनी तरह का पहला शाही कार्यक्रम था। लेकिन यह परिवर्तनों का एक प्रतीक था – और वैश्विक आकर्षण – जो रानी के रूप में उनके समय के साथ था कि उनका शासन एक हॉलीवुड फिल्म और नेटफ्लिक्स पर एक ब्लॉकबस्टर श्रृंखला का विषय बन गया, जबकि उनके परिवार की परेशानियों ने सोशल मीडिया की व्यस्त मिल को बड़ी मात्रा में ग्रिस्ट की पेशकश की।

    सबसे लंबे समय तक शासन

    ब्रिटेन के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राट के रूप में सिंहासन पर एक ऐतिहासिक 70 वर्षों के बाद, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में उनके घर पर 8 सितंबर, 2022 को निधन हो गया।उनके निधन के तुरंत बाद, उनके सबसे बड़े बेटे, प्रिंस चार्ल्स, नए राजा बने। उत्तराधिकार की रेखा को नियंत्रित करने वाले विस्तृत प्रोटोकॉल हैं और जो अंततः चार्ल्स के शासनकाल के बाद कार्यभार संभालेंगे।

    जनवरी 2019 में, ड्यूक एंड डचेस ऑफ ससेक्स, प्रिंस हैरी और मेघन ने अपने शाही कर्तव्यों को वापस लेने की योजना की घोषणा की। हालांकि, उन योजनाओं में एक त्याग शामिल नहीं है और वे उत्तराधिकार की पंक्ति में रहते हैं . जैसा कि उनके दो बच्चे करते हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का उत्तराधिकारी उनका सबसे बड़ा बेटा चार्ल्स है, जो अब किंग चार्ल्स III है। ब्रिटेन की राजशाही में, उत्तराधिकारी अपने पूर्ववर्ती की मृत्यु के तुरंत बाद सिंहासन पर चढ़ जाता है। एक औपचारिक समारोह और राज्याभिषेक बाद में आयोजित किया जाता है।

    प्रिंस चार्ल्स 

    चार्ल्स की पत्नी कैमिला के पास अब क्वीन कंसोर्ट का खिताब है – एक सम्मान क्वीन एलिजाबेथ ने फरवरी 2022 में घोषणा की, एक बयान में कहा कि यह उनकी “ईमानदारी से इच्छा है कि, जब वह समय आएगा, तो कैमिला को क्वीन कंसोर्ट के रूप में जाना जाएगा।”

    राजशाही यूनाइटेड किंगडम में सरकार का सबसे पुराना रूप है।

    एक राजशाही में, एक राजा या रानी राज्य का प्रमुख होता है। ब्रिटिश राजशाही को एक संवैधानिक राजतंत्र के रूप में जाना जाता है। इसका मतलब यह है कि, जबकि संप्रभु राज्य का प्रमुख होता है, कानून बनाने और पारित करने की क्षमता एक निर्वाचित संसद के पास होती है।

    हालाँकि, संप्रभु की अब कोई राजनीतिक या कार्यकारी भूमिका नहीं है, फिर भी वह राष्ट्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    राज्य के प्रमुख के रूप में, सम्राट संवैधानिक और प्रतिनिधित्वकारी कर्तव्यों का पालन करता है जो एक हजार वर्षों के इतिहास में विकसित हुए हैं। इन राज्य कर्तव्यों के अलावा, सम्राट की ‘राष्ट्र प्रमुख’ के रूप में कम औपचारिक भूमिका होती है। संप्रभु राष्ट्रीय पहचान, एकता और गौरव के लिए एक फोकस के रूप में कार्य करता है; स्थिरता और निरंतरता की भावना देता है; आधिकारिक तौर पर सफलता और उत्कृष्टता को मान्यता देता है; और स्वैच्छिक सेवा के आदर्श का समर्थन करता है। इन सभी भूमिकाओं में संप्रभु को उनके तत्काल परिवार के सदस्यों द्वारा समर्थित किया जाता है।